मुम्बई। पिछले दिनों आइकॉनिक प्राइड ऑफ इंडिया (आईपीआई अवार्ड) 2022 का आयोजन अंधेरी पश्चिम, मुंबई में किया गया। आईपीआई की शुरुआत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की याद में की गई, जिन्होंने अपनी आखिरी सांस तक समाज की बेहतरी के लिए काम किया। देश की सेवा करना उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य था। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आईपीआई अवॉर्ड्स शुरू किए गए हैं। आइकॉनिक प्राइड ऑफ इंडिया हर साल विभिन्न राज्यों के 100 लोगों को कला, सिनेमा और सामाजिक कार्यकर्ता की श्रेणी में सम्मानित करता है। लोगों को उनकी प्रतिभा पर पुरस्कार मिलते हैं।
आईपीआईए, 2022 में आमंत्रित मुख्य अतिथि अपने-अपने क्षेत्रों में एक सफल कैरियर रखते हैं। मुख्य अतिथि और वक्ता पूर्व एसीपी निवृत्ति कदम, एनटी कदम, अपराध शाखा महाराष्ट्र, कोरियोग्राफर ज्योति डी. तोमर (पद्मावत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता), अभिनेत्री निहारिका रायज़ादा थे।
द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के विजेता सुनील पाल, पद्मश्री डॉ. कल्पना सरोज, श्रीमती आशा ताई गवली, अभिनेत्री निहारिका रायजादा, अभिनेता और लेखक कासिम हैदर कासिम पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं।
IPIA की स्थापना एक प्रसिद्ध निर्देशक और निर्माता विक्रांत मोरे ने की थी। उन्होंने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की याद में पुरस्कार समारोह की स्थापना की। इस कार्यक्रम के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जिसमें मुख्य अतिथियों ने प्रतिभाशाली लोगों को प्रोत्साहित करने और स्वीकार करने के प्रयासों के लिए विक्रांत मोरे की सराहना की कि उन्होंने इस पुरस्कार समारोह का आयोजन सफलतापूर्वक किया।