केंद्रीय गृहंत्री शाह आज से जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर
गृहमंत्री शाह पांच अक्टूबर को शाम को नई दिल्ली लौट जाएंगे। राजौरी और बारामुला में जनसभाएं भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में 2022 में विधानसभा चुनाव की कोई संभावना नहीं है, लेकिन अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में संभावित विधानसभा की तैयारियों में भाजपा अभी से जुट गई है। शाह राजौरी दौरे के दौरान पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की घोषणा कर सकते हैं। इससे भाजपा पहाड़ी भाषी समुदाय के वोट बैंक में सेंध लगा सकती है। जम्मू और कश्मीर में दोनों पहाडिय़ों की काफी आबादी है। दूसरी ओर भाजपा ने गुज्जर समुदाय के नेता गुलाम अली खटाना को राज्यसभा के लिए नामित कर संसद में गुज्जर और बक्करवाल समुदाय को प्रतिनिधित्व दिया। यह भाजपा के मिशन 50 प्लस के लिए अहम माना जा रहा है।