केंद्रीय पशुपालन मंत्री परसोत्तम रुपाला ने आज तमिलनाडु के पशु प्रेमी जी. रामकृष्णनन को राष्ट्रीय पुरस्कार “प्राणी मित्र” से सम्मानित किया

चेन्नई (तमिलनाडु) : डॉ आर. बी चौधरी
पशुपालन और डेयरी विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार ने विश्व पशु दिवस 2023 मनाया, विभिन्न क्षेत्रों के दो अलग-अलग 8 व्यक्तियों को प्राण मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । इनमें से एक पुरस्कार – विशेष क्षेत्र में व्यक्तिगत तौर पर काम करने वाले तमिलनाडु से त्रिची शहर के जी. रामकृष्णननं को राष्ट्रीय पुरस्कार “प्राणी मित्र पुरस्कार” से सम्मानित गया । प्राणी मित्र पुरस्कार,केंद्रीय अधिनियम जीव जंतु क्रूरता निवारण 1960 के तहत केंद्र सरकार के अधीन 1962 में स्थापित भारतीय जीव जंतुकल्याण बोर्ड द्वारा प्रदान किया जाता है।

पिछले तकरीबन एक दशक से रामकृष्णनन त्रिची शहर के बेसहारा और छुट्टा पशुओं की देखभाल और प्राण रक्षा करने कार्य कर रहे हैं। इस कार्य को करने के लिए वह किसी किसी सरकारी फंड के मोहताज नहीं है। बल्कि, वह अपनी कमाई से कार्य को करते हैं। उनकी सारी व्यवस्था चाहे वह चिकित्सा की हो अथवा भोजन व्यवस्था या रख-रखाव, वह सभी व्यवस्था अपने व्यक्तिगत संसाधनों से कर रहे हैं। यह पुरस्कार दिल्ली स्थित डॉ आंबेडकर नेशनल सेंटर में आयोजित किया गया जहां पर केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय के मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला एवं राज्य मंत्री , डॉ. संजीव बालियान के साथ-साथ पशुपालन आयुक्त डॉ. अभिजीत मित्रा और भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष, डॉ. ओपी चौधरी भी उपस्थित थे। देशभर के आए 300 पशु प्रेमियों के बीच सरकार को प्रदान किया गया।

रामकृष्ण ने कहा,” पिछले 15 सालों से मैं जीव दया और पशु कल्याण का काम कर रहा हूं। वैसे तो मैं बिल्डर बिल्डर हूं और बिल्डिंग प्रमोशन मेरा मुख्य व्यवसाय है , लेकिन अपने निजी संसाधनों के द्वारा विभिन्न तमिलनाडु सरकार के संबंधित विभागों के माध्यम से अब तक 3,200 छुट्टा पशुओं की प्राण रक्षा कर चुका हूं। सभी के डॉक्यूमेंटल रिकॉर्ड है और सभी लोग जानते हैं। मेरे कार्यों को देखकर वर्ष 2016 में मुझे भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड में मानद जीव जंतु कल्याण अधिकारी बनाया था तभी से इस कार्य को विशेष रूप से संचालित कर रहा हूं।” उन्होंने आगे बताया कि मेरे कार्य छुपे हुए नहीं है बल्कि रोजमर्रा के कार्यों के बारे में पशुपालन विभाग के अधिकारी, पुलिस , वन विभाग , परिवहन, अग्निशमन आदि से लेकर वन्य जीव जंतु चिकित्सा संस्थान- सत्य मंगलम,पीएसपीसीए, वेटरनरी कॉलेज, स्थानीय गौशालाएं इत्यादि को पूरा पता है क्योंकि हमें उनकी जरूरत पड़ती है और वह हमें सहयोग भी देते हैं।” उन्होंने आगे यह भी कहा , ” मेरे शेल्टर पर वर्तमान में 230 पशु पक्षी इस समय देखभाल के लिए मौजूद है । कोई ऐसा राज्य सरकार का विभाग नहीं है, जहां पर जाकर लावारिस पशुओं की सेवा की गुहार न लगाईं हो।”

रामकृष्णनन ने बताया , “मुझे तमिलनाडु के प्रसिद्ध खेल जल्लीकट्टू के कमेटी में भी रखा गया है । तमिलनाडु के और भी कमेटी में मैं शामिल हूं। मैंने इस मानवीय सेवा के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी है जिसका डॉक्यूमेंट प्रूफ तथा वीडियो उपलब्ध है। इतना ही नहीं बल्कि पशु प्रबंधन तथा सेवा से संबंधित सभी विभागों को मेरे कार्यों के बारे में पूरी जानकारी है।” पत्र सूचना कार्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि आज 4 अक्टूबर को भारत ही नहीं समूचे विश्व में “वर्ल्ड एनिमल डे( विश्व पशु दिवस)” के रूप में विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जाते हैं ताकि पशुओं का कल्याण करने के लिए लोगों को जागृत किया जा सके। इसलिए केंद्र सरकार ने आज के ही दिन प्राणी मित्र पुरस्कार से देश के विभिन्न पशु प्रेमियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया । आज के पुरस्कार में कुल आठ श्रेणी रखी गई है जिसमें देश के 8 ऐसे पशु प्रेमियों को सम्मानित किया गया जो देशभर में उसे दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। इस सूची में तमिलनाडु के पशु पशु प्रेमी जी रामकृष्णनन भी शामिल है।

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