प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित उत्तराखंड दौरे को लेकर महकमा अलर्ट हो गया है। पीएम मोदी का 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के दर्शन के साथ ही पुर्ननिर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग का कार्यक्रम तय माना जा रहा है। हालांकि अभी अधिकारिक तौर पर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी का केदारनाथ में जाकर पुर्ननिर्माण कार्यों का जायजा लेना और अधिकारियों से फीडबैक लेने से साफ हो गया है कि पीएम दिवाली से पहले उत्तराखंड दौरे पर आएंगे। इधर रूद्रप्रयाग और चमोली जिले का प्रशासन तैयारियों में जुटा है।

पुलिस महकमे में दिवाली तक सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी केसिंल कर दी गई है। साथ ही दूसरे जनपदों से फोर्स मांगी गई है। जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में पीएम मोदी केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम आ सकते हैं। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके हिसाब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब 21 अक्तूबर को केदारनाथ पहुंच सकते हैं।

प्रशासनिक व विभागीय स्तर पर केदारनाथ में तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रधानमंत्री बाबा के दर्शनों के साथ ही पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री केदारनाथ धाम के लिए स्वीकृत सोनप्रयाग.केदारनाथ 13 किमी लंबे रोपवे का शिलान्यास भी कर सकते हैं। चर्चा है कि प्रधानमंत्री 21 अक्टूबर को सुबह जौलीग्रांट पहुंचेगे और फिर केदारनाथ जाकर बाबा केदार के दर्शन करेंगे। वह पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा भी लेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री बदरीनाथ जाएंगे और वहां पूजा.अर्चना व पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने बाद देश के अंतिम गांव माणा में सभा को संबोधित कर सकते हैं।

शुक्रवार को भी चोटियों पर बर्फबारी के आसार

शुक्रवार को देहरादून में मौसम साफ बना हुआ है और बदरीनाथ धाम में भी इसी प्रकार का मौसम बना हुआ है। आज केदारनाथ में बारिश हो सकती है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी चोटियों पर बर्फबारी के आसार हैं। घने बादलों के बीच केदारघाटी में हल्की वर्षा के भी हो सकती हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में हवाई सेवाओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

गुरुवार को केदारनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हुई। शाम को बर्फबारी से धाम में सफेद चादर बिछ गई। बदरीनाथ की चोटियों पर भी बर्फबारी का क्रम जारी है।

इसके अलावा हेमकुंड साहिब, गंगोत्री, यमुनोत्री समेत आसापास की चोटियों पर भी बर्फबारी हो रही है। कुमाऊं में बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भी बर्फबारी जारी है।

आज 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान है।

केदारनाथ और बदरीनाथ में छाए रह सकते हैं बादल

निचले क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। केदारनाथ और बदरीनाथ में बादल छाए रह सकते हैं। बर्फबारी और बूंदाबांदी की आशंका है। हवाई सेवाओं को लेकर बेहद सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

वर्षाकाल चला गया, सर्दी शुरू हो गई है, लेकिन जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर में भूस्खलन की समस्या थम नहीं रही है। जिसके चलते भूस्खलन की वजह से मलबा गिरने पर छह मोटर मार्ग बंद होने के कारण लोग परेशान हैं।

बंद मार्गों से जुड़े किसानों की कृषि उपज अदरक, गागली, टमाटर, बीन्स, हरा धनिया समय पर मंडी नहीं पहुंचने से नुकसान उठाना पड़ रहा है। बंद मार्गों की वजह से वाहन चालक भी परेशान हैं। त्योहारी सीजन को देखते हुए ग्रामीणों ने लोनिवि अधिकारियों से बंद मार्गों को जल्द खोलने की मांग की है।

लोनिवि साहिया का एक व लोनिवि चकराता के पांच मोटर मार्ग बंद होने के कारण तीन दर्जन से अधिक गांवों, मजरों आदि के ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई है। मलबा आने से बंद लोनिवि साहिया का निछिया पिहानी मोटर मार्ग नौ दिन बाद भी नहीं खुल पाया है।

लोनिवि चकराता का बिरमौ मार्ग दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया है। गुरुवार सुबह रोटा खड्ड अटाल, बौराड़, सजड़, क्वांसी जोगियो मोटर मार्ग बंद हो गए। बंद मार्गों के कारण ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई है। उधर, लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रत्युष कुमार के अनुसार बंद मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।

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