आत्मा डॉट कॉम’ टाइटल के संदर्भ में डॉ कृष्णा चौहान का कहना है कि यह फ़िल्म की पटकथा के अनुसार रखा गया है। इसमे आज की डिजिटल भाषा और नई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा जो युवाओं को कनेक्ट करेगी। केसीएफ के अंतर्गत बनने वाली फिल्म में संगीत का अच्छा स्कोप होगा। इस हॉरर थ्रिलर फिल्म की कहानी काफी डिफ्रेंट है जो दर्शकों को पसन्द आएगी। इस फिल्म की शूटिंग उत्तर भारत की विभिन्न रमणीय लोकेशनों पर की जाएगी।
कृष्णा चौहान प्रोडक्शन्स के बैनर तले बन रही निर्माता निर्देशक डॉ कृष्णा चौहान की थ्रिलर वेब फिल्म ‘आत्मा डॉट कॉम’ की शूटिंग जून से शुरू होगी। इस फिल्म के डीओपी पप्पू के शेट्टी हैं। फ़िल्म का स्टोरी आइडिया आर राजपाल का है जो इसके पब्लिसिटी डिज़ाइनर भी हैं। इस फिल्म में नवोदित कलाकारों के साथ बॉलीवुड के कई नामचीन कलाकार अपने अभिनय का जलवा बिखेरते नज़र आएंगे। गोरखपुर यूपी के मूल निवासी डॉ कृष्णा चौहान पिछले 20 वर्षों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। डॉ कृष्णा चौहान न केवल बतौर फिल्म निर्देशक व समाज सेवक कर्मपथ पर अग्रसर हैं बल्कि अवार्ड्स फंक्शन करने के मामले में सबसे अधिक सुर्खियों में रहने वाले पर्सनाल्टी के रूप में जाने जाते हैं । डॉ कृष्णा चौहान अपने फाउंडेशन के बैैैनर तले कई अवार्ड्स शो का आयोजन करते हैं।
‘केसीएफ’ के अंतर्गत बॉलीवुड लीजेंड अवार्ड, बॉलीवुड आइकोनिक अवॉर्ड और लीजेंड दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड का आयोजन सन 2019 से किया जा रहा है। इसके अलावा केसीएफ के द्वारा समाज सेवा, भोजन वितरण और भगवद गीता का वितरण किया जाता है। यहाँ उल्लेखनीय है कि डॉ कृष्णा चौहान अपने फाउंडेशन कृष्णा चौहान फाउंडेशन के अंतर्गत कई अवार्ड्स शो का आयोजन पिछले कई वर्षों से करते आ रहे हैं। केसीएफ के अंतर्गत बॉलीवुड लीजेंड अवार्ड, बॉलीवुड आइकोनिक अवॉर्ड, लीजेंड दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड, महात्मा गांधी रत्न अवार्ड, नारी शक्ति सम्मान का आयोजन भी किया जाता है।
‘आत्मा डॉट कॉम’ टाइटल के संदर्भ में डॉ कृष्णा चौहान का कहना है कि यह फ़िल्म की पटकथा के अनुसार रखा गया है। इसमे आज की डिजिटल भाषा और नई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा जो युवाओं को कनेक्ट करेगी। केसीएफ के अंतर्गत बनने वाली फिल्म में संगीत का अच्छा स्कोप होगा। इस हॉरर थ्रिलर फिल्म की कहानी काफी डिफ्रेंट है जो दर्शकों को पसन्द आएगी। इस फिल्म की शूटिंग उत्तर भारत की विभिन्न रमणीय लोकेशनों पर की जाएगी।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय