ठाणे: ईस्टर्न एक्सप्रेस वे सहित ठाणे की प्रमुख सड़कों की सफाई का ठेका गुजरात की कंपनी को दिए जाने को लेकर राजनीति गरमा गई है। स्वीपिंग मशीन को लेकर घूमने वाली गुजरात पासिंग गाडी का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद शहर में यह चर्चा का विषय बना गया है। ठाणे के तमाम लोगों का सवाल है कि क्या महाराष्ट्र में कोई सफाई कंपनी नहीं है, जो गुजरात के ठेकेदार को ठेका देना पड़ा? लोगों का यह भी कहना है कि राज्य में गुजरात लॉबी की मदद से आघाडी सरकार को गिराकर शिंदे सरकार को स्थापित किया गया और अब काम का ठेका भी गुजरात को दे दिया गया है। शिवसेना (यूबीटी) के ठाणे उप जिला प्रमुख पूर्व नगरसेवक संजय घाडीगांवकर ने इस मुद्दे को लेकर एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है। घाडीगावकर ने कहा है कि जिसने खुद का स्वाभिमान गुजरात में गिरवी रख दिया है, वह शहर और राज्य का क्या भला करेगा?
इस बारे में मनपा के किसी भी अधिकारी ने कुछ कहने से इनकार कर दिया। एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि सफाई काम का ठेका जिस कंपनी को दिया गया है, वह गुजरात की है और इस कंपनी को यह काम एक साल के लिए दिया गया है।
स्वीपिंग मशीनें आ रहीं
17 जून 2023 को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों दो स्वीपिंग मशीन का लोकार्पण हुआ था। चार और स्वीपिंग मशीनें अगले कुछ दिन में आने वाली हैं। मशीनें सड़क पर पड़ा कचरा, धूल को साफ करेंगी। क्षेत्र की मुख्य सड़कों और कंक्रीट सड़कों की सफाई स्वीपिंग मशीन से की जाएगी। आयुक्त अभिजीत बांगर ने बताया था कि मशीनी सफाई मैन्युअल सफाई का विकल्प नहीं है। लेकिन, जो मैनपावर बचेगा उसे दूसरी जगह इस्तेमाल किया जाएगा।
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