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पालन के लिए उत्तम है गिर नस्ल

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पश्चिम चम्पारण:- भारत के ज्यादातर किसान गौ पालन के लिए देसी नस्लों को छोड़ विदेशी नस्लों का पालन करने लगे हैं. पालन के शुरुआती दौर में तो इनसे खूब कमाई होती है, लेकिन मौसम में बदलाव के साथ-साथ इनपर होने वाला खर्च एकदम से बढ़ने लगता है. ज़िले के माधोपुर स्थित देशी गौ वंश संरक्षण एवं संवर्धन केंद्र में कार्यरत, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रंजन Local 18 को बताते हैं कि विदेशी नस्ल की गायों के पालन में बड़ी परेशानी उस समय आती है, जब मौसम में परिवर्तन को वो झेल नहीं पाती हैं. ठीक इसके उलट देशी नस्ल की गायों के पालन में ये समस्या नहीं देखी जाती है. हालांकि विदेशी नस्ल की तुलना में देशी नस्ल की गायों की दूध उत्पादकता कम होती है, लेकिन इनका दूध उच्च गुणवत्ता वाला होता है, जिसका उत्पादन साल के 300 दिनों तक उत्पादन होता है.

पालन के लिए उत्तम है गिर नस्ल
डॉ. रंजन बताते हैं कि गुजरात के गिर जंगलों से ताल्लुक रखने वाली गिर गाय की लोकप्रियता दुनियाभर में फैल चुकी है. इसकी लोकप्रियता का सबसे मुख्य कारण यह है कि यह प्रतिदिन 8 से 10 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है. साथ ही इसके दूध की गुणवत्ता इतनी अधिक होती है कि महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में इसे 120 रुपए प्रति लीटर की कीमत तक बेचा जाता है. मध्यम शरीर और लंबी पूंछ वाली इस गाय का माथा पीछे तथा सींग मुडे हुए होते हैं. गिर गाय का शरीर धब्बेदार होता है, जिसकी वजह से इसे पहचानना बेहद आसान हो जाता है.

आमदनी का जरिया लाल सिंधी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से ताल्लुक रखने वाली लाल सिंधी गाय आज उत्तर भारत के पशुपालकों की आमदनी का जरिया बन चुकी है. लाल रंग और चौड़े कपाल वाली यह गाय प्रतिदिन 8 से 10 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है. खास बात यह है कि इनके पालन में भी पालकों को अधिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है.

10 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है साहीवाल

जानकारों की मानें तो, गाय की यह प्रजाति उत्तर पश्चिमी भारत सहित पाकिस्तान जैसे देशों में खूब पाली जाती है. साहीवाल गाय का रंग लाल और बनावट लंबी होती है. लंबा माथा और छोटे सींग इसे बाकी गायों से अलग बनाते हैं. ढ़ीला-ढ़ाला शरीर और भारी वजन वाली यह प्रजाति भी प्रतिदिन 8 से 10 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती हैं.

राजीव चौधरी को मिला ‘मिड-डे आइकॉनिक फिल्म ट्रेड एनालिस्ट अवार्ड’ 

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          भारतीय फिल्म जगत के मशहूर एक फिल्म ट्रेड विश्लेषक राजीव चौधरी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस अमृता फडणवीस ने पिछले  दिनों दुबई स्थित होटल क्राउन प्लाजा में आयोजित एक भव्य समारोह में ‘मिड-डे आइकॉनिक फिल्म ट्रेड एनालिस्ट अवार्ड’ दे कर सम्मानित किया। यह अवॉर्ड राजीव चौधरी की फिल्म व्यापार विश्लेषण में विशेषज्ञता और समर्पण को मान्यता देता है। अवॉर्ड ग्रहण करने के बाद अपने व्यक्तब्य में राजीव चौधरी ने अपने मार्गदर्शक, फिल्म इन्फॉर्मेशन ट्रेड पत्रिका के संपादक और प्रकाशक स्वर्गीय रामराज नाहटा के मार्गदर्शन को स्वीकार करते हुए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

तीन दिग्गज़ निर्देशकों के साथ काम करना चाहती है मधुरिमा तुली 

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मुंबई (अनिल बेदाग) : पिछले कुछ वर्षों में मधुरिमा तुली ने एक कलाकार के रूप में अपनी जगह पक्की करने के लिए बहुत मेहनत की है। टीवी डेली सोप से लेकर रियलिटी शो, म्यूजिक वीडियो, ओटीटी और यहां तक कि फिल्मों का हिस्सा बनने तक, वास्तव में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसे मधुरिमा तुली ने एक कलाकार के रूप में अभी तक टैप नहीं किया है। मधुरिमा को हमेशा एक कलाकार के रूप में उनकी विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है और इसलिए उनके पास शोबिज की दुनिया में ‘सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ’ के साथ काम करने के लिए सब कुछ है। मधुरिमा, जो पहले बेबी, नाम शबाना और अन्य जैसी सफल परियोजनाओं का हिस्सा रही हैं, से हाल ही में 3 निर्देशकों के बारे में पूछा गया था जिनके साथ वह काम करना चाहती हैं।
इम्तियाज अलीः वह व्यक्ति अपने स्वभाव और ऑन-स्क्रीन प्रतिभा के लिए जाना जाता है और जिस तरह से वह मनोरंजन और जीवन के एक टुकड़े के साथ एक सकारात्मक वाइब का मिश्रण करता है, वह वास्तव में दुर्लभ है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि वह हमेशा अभिनेताओं की सूची में उन सपनों के निर्देशकों में से एक के रूप में होते हैं जिनके साथ काम करना चाहिए।
करण जौहरः उनकी फिल्मों में हमेशा ‘जीवन से बड़ा’ माहौल रहा है, जिसमें सौम्य और फैशन का मिश्रण होता है और उन्हें देश के सबसे बड़े निर्देशकों और निर्माताओं में से एक माना जाता है और उनका सम्मान किया जाता है। उन्होंने अतीत में अपनी फिल्मों के साथ जादू किया है और उनकी नवीनतम सफलता ‘रॉकी और रानी…’ इसे पार्क से बाहर निकालने में भी कामयाब रही। वह एक ‘नायिका’ की संवेदनशीलता और भावनाओं को समझते हैं और इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि किसी भी अभिनेत्री के लिए उनके द्वारा निर्देशित फिल्म का हिस्सा बनना पूरी तरह से एक अलग खुशी है।
संजय लीला भंसालीः अंतिम लेकिन निश्चित रूप से कम से कम, हम खुद जादूगर के बारे में बात कैसे नहीं कर सकते? वास्तव में इस देश में कोई अन्य निर्देशक नहीं है जो महिलाओं को पर्दे पर संजय लीला भंसाली की तरह अधिक गरिमा, उत्साह, तेज-तर्रारता और आकर्षण के साथ प्रस्तुत करता हो। सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा और सौंदर्य के साथ एक मजबूत कला निर्देशन हमेशा एक निर्देशक के रूप में उनकी ताकत रहा है और इसलिए, कोई भी अभिनेत्री अपने जीवन के लिए उन पर भरोसा कर सकती है अगर उन्हें उनके द्वारा निर्देशित होने का अवसर मिलता है। कोई आश्चर्य नहीं, वह उसकी इच्छा सूची में बहुत अधिक है। खैर, मधुरिमा के पास जिस तरह की प्रतिभा और क्षमता है, उसे वास्तव में ‘सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ’ के साथ काम करने की जरूरत है क्योंकि जहां तक प्रदर्शन का संबंध है, केवल उन्हीं के पास उससे सर्वश्रेष्ठ निकालने की क्षमता होगी।

महाराष्ट्र में किए 13 IAS अफसरों के ट्रांसफर

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मुंबई : महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार ने फिर से प्रशासनिक बदलाव किए हैं। मंगलवार को 13 IAS अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी हुए। सरकार ने 1998 बैच के IAS अधिकारी प्रवीण दराडे को सहकारिता, विपणन और कपड़ा विभाग में प्रमुख सचिव (सहकारिता और विपणन) नियुक्त किया है। यह विभाग किसानों और व्यापारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

2002 बैच के आईएएस अधिकारी पंकज कुमार को सामान्य प्रशासन विभाग में सचिव और विशेष जांच अधिकारी (2) के रूप में तैनात किया गया है। यह विभाग सरकार के अंदरूनी कामकाज को देखता है। इसलिए यह पद बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

नितिन पाटिल को कौशल विकास

राज्य मानवाधिकार आयोग के वर्तमान सचिव, 2007 बैच के IAS अधिकारी नितिन पाटिल को कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता आयुक्त बनाया गया है। यह विभाग युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करता है। नितिन पाटिल का अनुभव यहां काम आएगा।

श्वेता सिंघल को बड़ी जिम्मेदारी

राज्यपाल की सचिव, 2009 बैच की IAS अधिकारी श्वेता सिंघल को अमरावती प्रभाग का संभागीय आयुक्त नियुक्त किया गया है। अमरावती प्रभाग में कई जिले आते हैं। इसलिए यह एक बड़ी जिम्मेदारी है।

प्रशांत नरनवरे राज्यपाल के सचिव

सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव और विशेष जांच अधिकारी (2), 2009 बैच के IAS अधिकारी प्रशांत नरनवरे को राज्यपाल का सचिव बनाया गया है। यह पद राज्यपाल के साथ सीधे संपर्क में रहने का मौका देता है।

पी.के. डांगे को राज्य मानवाधिकार आयोग

सरकार ने MIDC के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, 2010 बैच के IAS अधिकारी अनिल भंडारी को सूचना प्रौद्योगिकी निदेशक नियुक्त किया है। आज के दौर में सूचना प्रौद्योगिकी बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए यह पद काफी अहम है। कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता आयुक्त, 2011 बैच के IAS अधिकारी पी.के. डांगे को राज्य मानवाधिकार आयोग का सचिव बनाया गया है। मानवाधिकार आयोग लोगों के अधिकारों की रक्षा करता है।

अभिजीत राउत को राज्य कर का जेसी

शुल्क नियामक प्राधिकरण के सचिव, 2013 बैच के IAS अधिकारी एस. राममूर्ति को राज्यपाल का उप सचिव नियुक्त किया गया है। यह पद राज्यपाल के कार्यालय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, सरकार ने नांदेड़ के कलेक्टर, 2013 बैच के IAS अधिकारी अभिजीत राउत को छत्रपति संभाजी नगर में राज्य कर का संयुक्त आयुक्त नियुक्त किया है। यह विभाग राज्य के राजस्व के लिए महत्वपूर्ण है।

राहुल करदिले बने नांदेड़ कलेक्टर

छत्रपति संभाजी नगर में राज्य कर के संयुक्त आयुक्त, 2013 बैच के IAS अधिकारी मिलिंदकुमार साळवे को अल्पसंख्यक विकास आयुक्त, छत्रपति संभाजी नगर नियुक्त किया गया है। यह विभाग अल्पसंख्यक समुदाय के विकास के लिए काम करता है। CIDCO के संयुक्त प्रबंध निदेशक, 2015 बैच के IAS अधिकारी राहुल करदिले को नांदेड़ का कलेक्टर बनाया गया है। कलेक्टर जिले का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है।

माधवी सरदेशमुख को कहां पोस्टिंग?

स्मार्ट सिटी, कल्याण-डोंबिवली की मुख्य कार्यकारी अधिकारी, 2015 बैच की IAS अधिकारी माधवी सरदेशमुख को व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशक नियुक्त किया गया है। यह विभाग युवाओं को रोजगार के लिए कौशल प्रदान करता है।

सरकार ने गढ़चिरोली के चरमोशी उप प्रभाग के सहायक कलेक्टर, 2022 बैच के IAS अधिकारी अमित रंजन को ITDP, पंढरकावड़ा का परियोजना अधिकारी और यवतमाल के केलापुर उप प्रभाग का सहायक कलेक्टर नियुक्त किया है। 28 जनवरी को भी राज्य सरकार ने आठ IAS अधिकारियों के तबादले किए थे। यह प्रशासनिक फेरबदल सरकार के कामकाज को और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।

हिंदू धर्म में गौ- वंश की महत्ता* 

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(आर . सूर्य कुमारी-विभूति फीचर्स)
गौ वंश को हमारे धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है । गौ,गऊ,गैय्या,गाय,नंदी,बैल आदि के रूप में गौ वंश हमारे जीवन में अटूट स्थान रखता है ।
हमारे धर्मग्रंथों में कामधेनु के रूप में गाय को सर्वदायिनी मां  के रूप में वर्णित किया है । गाय का सर्वदायिनी स्वरूप आज भी विद्यमान है । सदियों से आज तक बालक , रुग्ण सहित समस्त जन पग – पग पर गाय के दूध  पर निर्भर हैं । गाय के दूध से दही,पनीर,खोआ,घी और हजारों तरह के मिष्ठान्न और स्वादिष्ट व्यंजन प्राप्त होते हैं। इनके बिना हमारा जीवन,जीवन नहीं नीरसता रह जाती है ।
गाय का गोबर भी  बहुत शुभ माना जाता है । गोवर्धन के रूप में इसकी पूजा होती है।शुभ कार्यों में गोबर से घर – आंगन को लीपा जाता है । आज भी गांवों में यह विधान चलता है। हवन व ईंधन के रूप में गाय के गोबर के उपलों का प्रयोग बड़ी मात्रा में होता है । गौ – मूत्र को औषधीय गुण संपन्न कहा गया है ।
हमारे यहां गौ दान को बहुत बड़ा दान माना जाता है । सांड की पीठ के उभार को शिवलिंग के रूप में भी देखा जाता है । सांडों को नंदी भगवान का रूप माना जाता है । नंदी भगवान शिव जी के वाहन व सेवक भी हैं ।
       हमारे यहां बैलों के माध्यम से खेतों का काम भी चलता है । बैलगाड़ी में बैलों को ही लगाया जाता है । बैल मनुष्य से भी कहीं ज्यादा श्रम देने वाला प्राणी होता है ।
    गौ वंश के बारे में यह कहना भी कोई अतिश्योक्ति नहीं कि इसके अंदर अनुभूति की अद्भुत क्षमता होती है । चूंकि गाय चौपाया है , इसलिए उसे हर कोई अपने वश में कर लेता है , मगर उसकी आंखों में झांकने पर पता चलता है प्रेम व दर्द को वह किस तरह प्रकट कर सकता है ।
     गाय की रक्षा और संरक्षण की आज  बहुत आवश्यकता है । अगर ईश्वर ने सुविधाएं दी हैं तो हमें एक गाय जरूर पालनी चाहिए । व्यक्तिगत व सामूहिक रूप से गौशालाएं बनाई जानी चाहिए । वहां गायों की सेवा – सुश्रुषा की जानी चाहिए। गाय को  गौ माता के रूप में हर्षोल्लास के साथ पूजा जाना चाहिए ।
गाय को जूठा नहीं खिलाना चाहिए । गाय को सुबह के समय एक रोटी जरूर खिलानी चाहिए । गाय एक ऐसी देवी है , जो एक दिन प्रेम मिलने पर खुद ब खुद प्रसाद ग्रहण करने के लिए चली आती है । ठीक समय पर ।
     गाय के बारे में एक सत्य कथा मुझे याद आ रही है । एक बस का ड्राइवर गलती से एक बछड़े को धक्का मार देता है । बछड़ा मर जाता है । मां गाय इतनी दुखी व क्षुब्ध हो जाती है कि हर रोज ठीक समय पर रोड पर पहुंचकर बस को रोक लेती थी । यात्रियों के काफी प्रयास के बाद रास्ता देती थी । दुखी ड्राइवर एक दिन अपने घर पर मृत बछड़े की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान करता है , क्षमा मांगता है । इसके बाद सब कुछ सामान्य हो जाता है इसलिए गाय को दुखी नहीं करना चाहिए।(विभूति फीचर्स)

राष्ट्रीय व्यापारी सेवा संघ का वार्षिक सम्मेलन संपन्न

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विधायक राजन नाइक ने कहा कि संघ के अध्यक्ष विशाल जोशी सहित सभी व्यापारियों के साथ सहयोग बनाए रखेंगे

मुंबई। वसई पूर्व मुंबई हाइवे पर स्थित रुद्र शेल्टर होटल में राष्ट्रीय व्यापारी सेवा संघ के वार्षिक अधिवेशन में 300 से अधिक व्यापारी एक साथ उपस्थित हुए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि नवनिर्वाचित नालासोपारा के विधायक राजन नाइक ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में राजन नाइक के साथ राजस्थान प्रकोष्ठ महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष सुरेश शाह और बीजेपी वसई विरार जिला अध्यक्ष महेंद्र पाटील, बीजेपी वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट, वसई विधानसभा प्रमुख मनोज पाटिल, वरिष्ठ समाजसेवी विवेक तावड़े और कई भाजपा नेता व गणमान्य अथिति मौजूद रहे। इस तरह का सम्मेलन उद्योग व्यापार और उद्यमिता विकास के लिए प्रेरणादायक है।
इस सम्मेलन में बेसिन कैथोलिक बैंक की सहायक जनरल मैनेजर सविता गॉन्सल्वेस ने व्यापारियों के लिए लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी। इसी प्रकार आधुनिक फिनसर्व के सीए संतोष शर्मा ने बैंकिंग और संतोष मौर्या ने इंश्योरेंस के बारे में लाभकारी जानकारियां बताई।
कार्यक्रम में सात व्यापारी नारायण लाल मेवाड़ा नरेंद्र कुमार गोयल, रमेश पुरोहित, मोतीलाल सीरवी, शंकर लाल कुमावत, नेकाराम चौधरी, राधेश्याम पाल को मुख्य अतिथियों के हाथों राष्ट्रीय उद्योगश्री सम्मान भी प्रदान किया गया।
इस मौके पर राष्ट्रीय व्यापारी सेवा संघ के अध्यक्ष विशाल जोशी ने अपने भाषण में संघ के विषय में जानकारी देते हुए कुछ समस्याओं का जिक्र किया जिसमें पानी कनेक्शन, कचरा प्रबंधन, ट्रैफिक, रोड अहम थी। फिर इन्हीं समस्याओं को हल करने का आश्वासन आमदार राजन नाइक ने अपने भाषण में दिया।
इस खास मौके पर अध्यक्ष विशाल जोशी के जन्मदिन का केक भी काटा गया, तथा सबने जोशी को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रेरणा और विशाल जोशी के अथक प्रयास से यह राष्ट्रीय व्यापारी सेवा संघ 2021 में बन पाया, सिर्फ 7 लोगों से शुरू हुआ ये संघ आज 2700 व्यापारियों का हो गया है। विशाल जोशी अपनी टीम के सहयोग से राष्ट्रीय व्यापारी सेवा संघ को निरंतर नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
विधायक राजन नाइक ने शहर के व्यापारी बंधुओं को बधाई देते हुए कहा विशाल जोशी ने मुझे बताया कि संस्था का उद्देश्य व्यापारियों की समस्याओं में सुधार लाना है।
मोदी जी, देवा भाऊ देश के विकास के कार्य कर रहे हैं। समस्याएं सभी जगह है। हमारे क्षेत्र में पानी पर्याप्त मात्रा में है। रास्ते की समस्या को सुलझाने में हम प्रयासरत हैं। ट्रांसपोर्ट में सुधार किया जा रहा है। इंडस्ट्रियल एरिया में दुर्घटना से बचने के लिए मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की जाएगी। छोटे व्यापारी को महानगर पालिका से मिलने वाली तकलीफों का निदान किया जाएगा। मैं वसई विरार के व्यापारी भाइयों के साथ हर कदम पर खड़ा रहूंगा।
इस सम्मेलन को सफल बनाने में रामकिशोर जोशी (जनरल सेक्रेटरी), आर बी यादव (सेक्रेटरी), मनीष भूपतानी (सेक्रेटरी), किरण पामकर (ट्रेजरर), नारायण माली (संगठन महामंत्री), देवाराम चौधरी (संगठन महामंत्री), अरविंद पुरोहित (संगठन महामंत्री), राधेश्याम यादव (संगठन मंत्री), अखिलेश मिश्रा (सलाहकार), देवेन्द्र खन्ना (मीडिया प्रभारी) ने कड़ी मेहनत की।

बिग बॉस 18 में सारा अरफीन खान के फैशन गेम ने दिल जीता 

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मुंबई सारा अरफीन खान भारतीय मनोरंजन उद्योग में सबसे प्रतिभाशाली, प्रशंसित और सम्मानित हस्तियों में से एक हैं। एक अभिनेत्री के रूप में, वह हमेशा अपने दर्शकों के साथ तालमेल बिठाने और उनके दिमाग और दिलों से प्रतिध्वनित होने में कामयाब रही हैं। बिग बॉस 18 में भी उन्होंने प्रभाव छोड़ा। भले ही उन्होंने ट्रॉफी नहीं जीती हो, लेकिन उन्होंने निश्चित रूप से जिस तरह के मनोरंजन कारक के साथ खेल खेला, उससे उनका दिल जीत लिया।
केवल बिग बॉस के घर के अंदर भी अपना फैशन का जलवा दिखाया। अगर कोई पूरे मौसम में उसके फैशन खेल को देखता है, तो वह हमेशा इसे ‘आरामदायक’ और ‘उत्तम दर्जे’ का एक अच्छा मिश्रण रखने में विश्वास करती है। चाहे वह घर के अंदर पहने जाने वाले नाइटसूट और गाउन हों या उनके पश्चिमी परिधान, हर चीज में क्लास, चतुराई और स्वैग का स्पर्श था। इतना ही नहीं, वह निश्चित रूप से ‘ओजी कफ्तान क्वीन’ होने की अपनी छवि और टैग पर खरी उतरीं। वह हमेशा अपने आसपास क्या हो रहा है उसका आंख मूंदकर अनुसरण करने के बजाय अपने स्वयं के फैशन रुझानों को स्थापित करने में विश्वास करती है और यही बात उसे उस स्थान पर एक ट्रेंडसेटर बनाती है।
इन सब के अलावा निश्चित रूप से हम उनके स्टाइलिश हेयर एक्सेसरीज के बारे में बात करने से नहीं चूक सकते हैं। नीले और गुलाबी बालों को हिलाने से लेकर उसके फंकी ड्रेडलॉक्स तक, दिवा हर जगह में प्रभाव छोड़ती रही हैं। इन सभी कारकों को एक साथ रखने से निश्चित रूप से यह स्पष्ट हो जाता है कि जबकि अधिकांश प्रतियोगी स्पष्ट रूप से घर के अंदर फैशन में एक ‘बमर’ थे, वह एक क्रिस्टल स्पष्ट ‘स्टनर’ थीं।

15 फरवरी को पार्लियामेंट में होगी ‘रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’ की स्क्रीनिंग

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मुंबई (अनिल बेदाग) : गीक पिक्चर्स को गर्व है कि ‘रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’, जो भारत के सबसे मशहूर महाकाव्यों में से एक की दिल छू लेने वाली कहानी दिखाती है और जो लोगों को खूब पसंद आई है, उसे भारतीय संसद में दिखाया जाएगा। ये खास स्क्रीनिंग फिल्म के सांस्कृतिक और कलात्मक महत्व को दिखाने के साथ-साथ भारत और जापान के गहरे रिश्तों का जश्न भी मनाती है।
भारतीय संसद की ये पहल तब आई जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ में इस फिल्म का जिक्र किया। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला की मौजूदगी में होने वाली इस स्क्रीनिंग का मकसद हर उम्र के लोगों को रामायण की सीख से जोड़ना और भारतीय संस्कृति व आस्था से जुड़े इसके मूल्यों को आगे बढ़ाना है।
गीक पिक्चर्स के को-फाउंडर श्री अर्जुन अग्रवाल ने आभार जताते हुए कहा, “भारतीय संसद की इस पहल से हम बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे काम को इतने बड़े स्तर पर सराहा जा रहा है। यह सिर्फ एक फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं, बल्कि हमारी समृद्ध विरासत और रामायण की अमर कहानी का जश्न है, जो आज भी हमें प्रेरणा देती है और सही राह दिखाती है।”
यह स्क्रीनिंग 15 फरवरी को भारतीय संसद में होने वाली है, जिसमें दोनों सदनों के सदस्य और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े खास मेहमान शामिल होंगे। यह फिल्म के निर्माण में हुए सहयोग को दिखाने वाला एक खास मौका होगा।
गीक पिक्चर्स सभी सिनेमा प्रेमियों और संस्कृति से जुड़ी कहानियों के शौकीनों को आमंत्रित करता है कि वे ‘रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’ को देशभर के सिनेमाघरों में देखें। देश के नेताओं द्वारा मिली यह पहचान फिल्म के गहरे प्रभाव और कला-संस्कृति में इसके योगदान को साबित करती है। इस शानदार कृति को बड़े पर्दे पर देखने का मौका न गंवाएं!

बिहार में मखाना बोर्ड का गठन : किसानों की समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण कदम*

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(हितेष वाजपेयी-विभूति फीचर्स)
           बिहार, विशेष रूप से मिथिलांचल क्षेत्र, अपने उच्च गुणवत्ता वाले मखाने के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। हाल ही में बिहार में मखाना बोर्ड के गठन का निर्णय किसानों के लिए एक बड़ा परिवर्तनकारी कदम साबित हो सकता है।
यह न केवल मखाना किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करेगा बल्कि उनके उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नई पहचान भी दिलाएगा।
*किसानों के लिए संभावित लाभ*
*बेहतर विपणन सुविधाएँ*
मखाना बोर्ड के गठन से किसानों को अपने उत्पादों के लिए संगठित विपणन तंत्र मिलेगा। इससे बिचौलियों की भूमिका कम होगी और किसान सीधे खरीददारों या निर्यातकों से जुड़ सकेंगे, जिससे उन्हें उचित मूल्य मिलेगा।
*उन्नत तकनीकी सहायता*
मखाना की खेती में वैज्ञानिक तकनीकों और आधुनिक कृषि विधियों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। इससे उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
*प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन*
मखाना बोर्ड प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को उनके उत्पादों का मूल्यवर्धन करने में मदद करेगा। इससे कच्चे मखाने के बजाय प्रोसेस्ड मखाने के रूप में अधिक लाभ प्राप्त होगा।
*निर्यात के अवसर*
         मखाना बोर्ड के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक भारतीय किसानों की पहुंच आसान होगी। मखाने की वैश्विक मांग को देखते हुए, बिहार के किसानों के लिए निर्यात के नए द्वार खुल सकते हैं, जिससे विदेशी मुद्रा अर्जन के साथ-साथ किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
*सरकारी सहायता और अनुदान*
          बोर्ड के माध्यम से किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और अनुदानों का लाभ सुलभ होगा। इससे वे बेहतर बीज, खाद, सिंचाई और अन्य कृषि उपकरणों का उपयोग कर सकेंगे।
*समस्याओं का समाधान*
      मखाना किसानों को अब तक भंडारण, वितरण, उचित मूल्य निर्धारण और तकनीकी जानकारी की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। मखाना बोर्ड इन चुनौतियों का समाधान प्रदान कर सकता है, जिससे खेती अधिक लाभकारी और स्थिर हो सकेगी।
बिहार में मखाना बोर्ड का गठन किसानों की समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि बिहार को मखाने के वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।
यदि इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाता है, तो यह निर्णय कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकता है और बिहार के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकता है।(विभूति फीचर्स)

Lucknow News: कुढ़ा में गाय की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

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नसीराबाद (रायबरेली)। थाना क्षेत्र में रविवार रात एक किसान की गाय चोरी कर उसकी हत्या कर दी गई। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो साथियों की तलाश की जा रही है। नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे अंडी मजरे कुढ़ा निवासी हनुमंत प्रकाश पांडेय के मुताबिक रविवार रात घर के बाहर उनकी गाय बंधी हुई थी। सोमवार सुबह देखा तो वह गायब थी। खोजबीन के दौरान गांव के बाहर स्थित जंगल से कुछ लोग भागते हुए दिखे।

मौके पर पहुंचे तो देखा कि गाय की मौत हो चुकी थी। भाग रहे आरोपियों में से एक आरोपी की पहचान तारापुर निवासी पप्पू फकीर के रूप में हुई। गाय की हत्या की सूचना ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि किसान की तहरीर पर पप्पू फकीर और उसके दो अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए पप्पू फकीर को गिरफ्तार कर लिया गया है। (संवाद)