जानिए खिलारी गाय की विशेषतांए, उत्पत्ति व उपयोग
भारत में गाय का पालन कई वर्षों से चलता आ रहा हैं। किसान कई सदियों से खेती के साथ गायो को भी पाल रहे हैं। भारत में गाय की बहुत सारी देसी नस्लें हैं, जिनकी सबकी अपनी-अपनी खासियत होती हैं। इनमें से आपने विभिन्न प्रजातियों की गायो को देखा होगा और कुछ के बारें सुना भी होगा, इन्हीं में शामिल हैं एक खिलारी गाय, जो पश्चिमी महाराष्ट्र में पायी जाती है।
इस नस्ल को मंदेशी या शिकारी या थिल्लर के नाम से भी जाना जाता है। इस नस्ल का मूल स्थान महाराष्ट्र और कर्नाटक के जिले हैं और यह पश्चिमी महाराष्ट्र में पायी जाती है। इस नस्ल का नाम खिलार शब्द से लिया गया है, जिसका मतलब है पशुओं का झुंड।
खिलारी गाय की विशेषताएँ
शरीरः खिलारी मवेशी छोटे आकार के जानवर हैं। इनका शरीर बेलनाकार होता हैं और कमर पर छोटा सा कूबड़ निकला होता हैं।
शरीर का रंगः ये सभी किस्में रंग-रूप में काफी भिन्न होती हैं। दक्कन के पठार की खिल्लारी गाय भरे-सफेद रंग की होती हैं। नर मवेशी के आगे और पीछे का हिस्सा गहरे रंग का होता हैं। इसके अलावा यह मवेशी मुख्य रूप से स्लेटी-सफेद रंग की होती हैं।
सिर व सींगः खिलारी नस्ल की गायो के अंग मजबूत होते हैं। इनके सींग लंबे, सिंर तंग, खाल हल्की (पतली) और छोटे कान होते हैं।
वजनः इस नस्ल के नर का औसतन भार 450 किलो और मादा गाय का औसतन भार 360 किलो होता है। इसके दूध की वसा लगभग 4.2 प्रतिशत होती है। यह नस्ल एक दिन में औसतन 240-515 किलो दूध देती है।
खिलारी गाय की मुख्य पहचान
ये सभी किस्में रंग-रूप में काफी भिन्न हैं। दक्कन के पठार की खिल्लरी, म्हसवद और अटपाडी महल प्रकार भूरे सफेद रंग के होते हैं, नर के अग्रभाग और पिछले भाग पर गहरा रंग होता है, चेहरे पर अजीब भूरे और सफेद धब्बे होते हैं। खिल्लारी मवेशी छोटे आकार के जानवर हैं।
खिलारी गाय का शरीर बेलनाकार होता हैं।
खिलारी मवेशी की कमर पर छोटा सा कूबड़ निकला होता हैं।
खिलारी मवेशी के सींग लंबे और सिर तंग होता हैं।
खिलारी गाय के उपयोग
खिलारी मवेशियों का उपयोग मुख्य रूप से भारवाहक पशु के रूप में किया जाता है। इस नस्ल की गायें अच्छी दूध देने वाली नहीं हैं और लाभदायक दूध उत्पादन के लिए उपयुक्त नहीं हैं।
सिरीशा भगवातुला और रिदम रोहिन ने गाया रोमांटिक गीत
मुम्बई। सिंगल गानों की डिमांड हमेशा से म्यूजिक लवर के लिस्ट में ऊपर रही है और बड़े पैमाने पर सोलो गाने हिट भी हो रहे हैं। हाल ही में प्रसिद्ध संगीतकार शिखर संतोष ने एक रोमांटिक सांग बनाया है जिसे खूबसूरत आवाज़ में गाया है सिरीशा भगवातुला और रिदम रोहिन ने।
रिदम रोहिन की बात करें तो वे अमेरिका में रहते हैं और उन्होंने प्रसिद्ध म्यूज़िक इंस्टिट्यूट कॉलेज ऑफ कंटेम्पररी म्यूजिक इन हॉलीवुड से गायन की शिक्षा ली है। सिरीशा ने हाल में ‘घोड़े पे होके सवार… गीत गाकर रातों रात सुर्ख़ियाँ बँटोरी हैं यह गाना लोगों के बीच काफ़ी पसंद किया जा रहा है।
लता मंगेशकर के साथ काम कर चुके संगीतकार शिखर संतोष ने सिरीशा और रिदम रोहिन की बेहतरीन आवाज़ में जब नया गाना रिकॉर्ड किया तो स्टूडियो में बैठे लोग झूम उठे। स्वयं सिरीशा और रिदम को लगता है कि यह मेलोडी गाना लोगों को बेहद पसंद आएगा। इस गाने को प्रसिद्ध गीतकार असलम साहनी ने लिखा है जबकि म्यूज़िक अरेंजर रिकेश गुरुंग हैं। इस गाने का वीडियो निर्देशन भूषण दहाल करने वाले हैं।
शिखर संतोष ने बताया कि गाने के वीडियो में टीवी जगत के चर्चित चेहरों को लिया जाएगा और इसका म्यूज़िक टी सीरिज़ के साथ रिलीज़ किया जाएगा।
बेज़ुबान मेरी जान है , बेज़ुबान कुत्तो का दूसरा घर है लकी मिश्रा का घर
जीवदया आज के समय में क्या हर युग और समय में जरुरी रहा है , भारत के ऋषि मुनियों ने जीवदया और उनके रक्षण के लिए युद्ध लड़े और अपने प्राणों की बलि दी। मात्र दस वर्ष की उम्र में छत्रपति शिवाजी महाराज ने गौ माता के लिए लड़ाई लड़ी थी। अपने बाल्य्काल में ही छत्रपति शिवाजी महाराज ने गौमाता के दुश्मनो के दांत खट्टे कर दिए थे। जीवदया और गौमाता का हिन्दू धर्म में महत्त्व आज से नहीं बल्कि हजारों सालों से रहा है.
आज की इस अति आधुनिक दुनियाँ में जहां जानवरो को बेतहाशा मारा और काट कर खाया जा रहा है वह चिंतनीय तो है ही बड़ा ही दुर्भाग्य पूर्ण है। भारत देश के नागालैंड प्रदेश में कुत्तों को मार कर खाने पर कोर्ट द्वारा रोक लगा दिया गया था मगर उस रोक को कुछ दिन पहले हटा दिया गया। ज्ञात हो कि 2020 में नागालैंड सरकार ने कुत्तों के मांस की बिक्री पर रोक लगाई थी।
स्ट्रीट डॉग्स हमारे जीवन में क्या मायने रखते है अगर जानना हो तो उनसे मिले जो एक स्ट्रीट डॉग को बचाते है उन्हें खाना खिलाते है। नई जिंदगी देते है। स्ट्रीट कुत्ते , जिन्हें वैज्ञानिक साहित्य में स्वतंत्र शहरी कुत्तों के रूप में जाना जाता है और जिनका कोई भी मई – बाप नहीं होता है। कहते है कि कुत्तों को अत्यधिक अनुकूलनशील और बुद्धिमान प्रजाति माना जाता है। यह सही भी है , गल्ली मुहल्लों , और सड़को पर भटकने वाले यह प्राणी बहुत वफ़ादार भी है।
लकी मिश्रा का बेज़ुबानों के प्रति प्रेम
खैर जहां बेज़ुबान कुत्तों और जानवरों को लोग मार रहे है वही कुछ लोग उसे संरक्षण देने और बचाने में लगे है। मुंबई में रहने वाली लकी मिश्रा एक यैसी ही पशुप्रेमी महिला है जो अपना सब कुछ दाव पर लगा कर इन आवारा पशुओ , कुत्तो के लिए मशीहा बन कर उभरी है। पिछले २५ वर्षो से ये आवारा कुत्तो को घर देने और उनकी देख भाल करने का काम कर रही है।
वो कहती है कि -” जब हम बेजुबानों की मदद करने का वास्तविक कार्य कर रहे हैं तो हमें दुर्व्यवहार का खामियाजा क्यों भुगतना पड़ता है? जहां पीएम मोदी “मन की बात” में आवारा कुत्तों को गोद लेने की सलाह देते रहते हैं, वहीं हमारे सीएम योगीजी, जो खुद एक कुत्ता प्रेमी हैं, हमें जानवरों की देखभाल के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं, यह अजीब है कि लोगों ने कुत्तों से नफरत करने वाला व्हाट्सएप बनाना शुरू कर दिया है।
लकी मिश्रा कहती है – कुत्तों को उनके क्षेत्रीय क्षेत्र से भगाना गैरकानूनी है। एडब्ल्यूबीआई दिशानिर्देशों के अनुसार कोई भी संगठन स्वयं या सुरक्षा गार्ड जैसे अपने द्वारा नियोजित किसी व्यक्ति के माध्यम से ऐसा नहीं कर सकता है। इसके अलावा, भारत सरकार ने आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए एबीसी कार्यक्रम शुरू किया है ताकि उनकी संख्या में वृद्धि न हो। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि कुत्ते दूसरों को तब तक नुकसान नहीं पहुंचाते जब तक कि उन्हें उकसाया न जाए या जब उन्हें पता हो कि उनकी जान खतरे में है। कुत्ते उस प्रादेशिक स्थान के रक्षक बन जाते हैं जहाँ उनका जन्म और पालन-पोषण हुआ है। कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त हैं और हमेशा रहेंगे।
Mom & Dad ( GOD OF UNIVERS) मोम एंड डैड – गॉड ऑफ़ यनिवर्स
लकी मिश्रा एक ३० वर्षीय सामाजिक महिला है , जिनके भीतर मानवता , के साथ वह अति सवेदनशील दिल की मालकिन है। २५ वर्ष पहले उनके साथ एक घटना हुई जिस वजह से आज वह अपने छोटे से घर को ही कुत्तों के लिए घर बना दिया है।लकी मिश्रा पूरी तरह से शाकाहारी है। जब से उनके मन में जीवदया की भावना आई है वह शाकाहारी बन गई है।
वो कहती है मुझे इन बच्चो की सेवा की प्रेरणा ईश्वर की देन है – दीपावली का वह दिन था जब एक फीमेल डॉग ने अपने बच्चों की जन्म दिया था , दीपावली के दिन जोरदार फटाको की वजह से मदर डॉग डर के मारे जन्म देने के बाद भाग गई। , उस समय मैं इन डॉग्स को ले कर बहुत अनजान थी , मदर डॉग के भाग जाने के कारण उन जन्में बच्चो की हालत बहुत खराब हो रही थी , उनकी आंख तक नहीं खुली थी , वह चिल्ला रहे थे , भूख के मारे तड़प रहे थे। कोई भी देखने वाला नहीं था , मुझे बड़ा दुःख हुआ , मैं बहुत रोने लगी , और न जाने कहा से मेरे भीतर उन मासूम बच्चो को बचाने का ख्याल आ गया वही वह दिन था जब मेरे भीतर इन बेज़ुबानों के लिए काम करने की प्रेरणा आई। मैं भाग कर गई और निपल ले कर आई मुझे कुछ पता नहीं था , बॉटल में सेरेलक दाल कर उन मासूम बच्चो को एक माँ जैसे अपने बच्चे की फीडिंग करवाती है वैसे ही मैंने किया और उन बच्चो को बचाया। कुछ वह ९ बच्चे थे।
Mom & Dad ( GOD OF UNIVERS) मोम एंड डैड – गॉड ऑफ़ यनिवर्स
जब उनसे पूछा गया तो लकी मिश्रा ने बताया कि ” Mom & Dad ( GOD OF UNIVERS) मोम एंड डैड – गॉड ऑफ़ यनिवर्स ” यह मेरे लिए आने वाले समय में बेज़ुबानों की सेवा करने के लिए एक बड़ा कदम है , मेरे पिता जी , माता जी मेरे लिए भगवान् है।
घर को सेल्टर होम बना दिया है।
लकी मिश्रा का घर स्ट्रीट डॉग्स के लिए घर बन गया है , लकी ने बताया कि आज मैं १५ बिल्लियों , बाहर ३० डॉग्स , और उतने अडॉप्टेड डॉग्स है। जिसमे मेरे पति और मेरी बहन मेरा साथ देते है। मैंने सभी डॉग्स का बैसिनेशन करवा रखा है। सभी की देख भाल मेडिकल पैरामीटर के अनुसार हम करते है।
लकी मिश्रा ब्रीड डॉग्स को भी संभालती है जो लोग अपने पालतू कुत्तों को छोड़ देते है उन्हें भी हम रेस्क्यू कर के अपने घर लाते है। अब तक १०० से भी ज्यादा कुत्तो का रेस्क्यू मैंने किया है। और सभी कुत्तों का नशबंदी करवा रखा है।
लकी मिश्रा ने बताया इन बेज़ुबान जानवरों के पीछे का सारा खर्ज हम खुद उठाते है। शुरुआत में बड़ी परेशानी आई लोगो से चंदा भी माँगा लेकिन लोगो की बेरुखी देख कर यह निर्णय लिया कि हम खुद जैसे – तैसे कर के इन बेज़ुबानों की सेवा करुँगी।
बेज़ुबानों की सेवा प्रभु की सेवा मानती हूँ। लकी मिश्रा आगे बड़े भारी मन से कहती है कि – ” जैन धर्म अहिंसा परमो धर्मः के सिद्धांत पर अडिग है। हमारा धर्म करुणा परोपकार और अनुकंपा की प्रेरणाओं से भरा धर्म है। हमारे इतिहास के जगमगाते पृष्ठो में भगवान शांतिनाथ, भगवान अरिष्टनेमिनाथ एवं करुणा सिंधु भगवान पार्श्वनाथ एवं अनेक श्रावकों के ऐसे जीव दया प्रेम का उल्लेख है जिन पर हमारी आस्था और श्रद्धा टिकी हुई है। जीव दया की महत्वपूर्ण योजना को अपना महत्वपूर्ण सेवा प्ररकल्प बनाया है। जो आज अनेकों मूक प्राणियों के लिए आशा का संदेश बन गया है। मैं अपने भारतीय परम्पराओं को संस्कृति को मानने वाली हूँ।
ऋषि मुनियों की वाणी को अपने जीवन का मूल मन्त्र मानते हुए मैं अपने बेज़ुबानों की सेवा कर रही हूँ और साड़ी जिंदगी करती रहूँगी , मैं मेरे पिता जी , पति और अपने परिवार के सभी लोगो का आभार मानती हूँ जो लोग मुझे सहयोग करते है , और कभी भी हारने नहीं देते है। बेज़ुबानों की सेवा ही मेरी जिंदगी है।
विजुअल कॉन्टेंट क्रिएशन का एक नया अनुभव प्रदान करेगा ब्रांड पिक्सेलर ऐप
मुंबई : हम एक बिल्कुल नए पोस्टर-मेकिंग ऐप ब्रांड पिक्सेलर को पूरे देश में लॉन्च करते हुए रोमांचित हैं। यह ऐप विजुअल कॉन्टेंट क्रिएशन का एक नया अनुभव प्रदान करेगा। ब्रांड पिक्सेलर अब पूरे भारत में यूजर्स के लिए उपलब्ध है। डिजिटल ढाबा द्वारा डेवलप और पॉवर किया गया, ब्रांड पिक्सेलर बिजनेस, आर्टिस्ट और सभी क्रिएटिव लोगों के लिए एक डायनैमिक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जहां वे आसानी से अद्भुत और प्रभावशाली पोस्टर बना सकेंगे।
ब्रांड पिक्सेलर के साथ, हम कलात्मक क्रिएटिविटी और तकनीकी इनोवेशन के बीच के अंतर को दूर करने की शुरुआत कर रहे हैं। डिजिटल ढाबा की विशेषज्ञता का उपयोग करके, हमने एक शक्तिशाली टूल बनाया है जो भारत के विजुअल स्टोरी के निर्माण के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने जा रहा है।
ब्रांड पिक्सेलर को यूजर्स-फ्रेंडली बनाया गया है, ताकि यह सुनिश्चित हो कि डिज़ाइन का अनुभव नहीं रखने वाले लोग भी आसानी से प्रोफेशनल क्वालिटी वाले पोस्टर तैयार कर सकते हैं।
संस्थापक मनीष झा और अभिषेक सहाय ने ब्रांड पिक्सेलर के बारे में अपना नज़रिया साझा किया। मनीष झा कहते हैं,”भारत में क्रिएटिविटी और इनोवेशन की असाधारण पूंजी है। ब्रांड पिक्सेलर के साथ हमारा सपना डिजाइन को लोकतांत्रिक बनाना तथा प्रत्येक राजनेता और व्यक्ति को आश्चर्यजनक विजुअल के ज़रिये अपने विचारों को सामने लाने में सक्षम एवं सशक्त बनाना है, चाहे वे छोटे बिजनेसैन हों, उत्साही आर्टिस्ट हों, या मार्केटिंग प्रोफेशनल हों। हम देश भर में ब्रांड पिक्सेलर ऐप लॉन्च करने पर रोमांचित हैं और विविधताओं से भरे इस जीवंत राष्ट्र से उभरने वाले अविश्वसनीय क्रिएशंस को देखने के लिए उत्सुक एवं उत्साहित हैं।
अभिषेक सहाय कहते हैं,”ब्रांड पिक्सेलर के साथ, हमारा लक्ष्य डिज़ाइन को न केवल सुलभ बनाना है बल्कि सभी बैकग्राउंड के लोगों के लिए डिज़ाइन को मनोरंजक भी बनाना है। यह सिर्फ एक ऐप नहीं है; यह एक आंदोलन है जो लोगों को उनकी क्रिएटिव क्षमता को जानने-समझने के लिए प्रोत्साहित करता है। हमें उम्मीद है कि ब्रांड पिक्सेलर भारत के रचनात्मक परिदृश्य एक अभिन्न अंग बन जाएगा। हम अपने यूजर्स के बनाये अद्भुत पोस्टरों और अभियानों को देखने के लिए उत्सुक हैं।”
डिजिटल ढाबा द्वारा संचालित, ब्रांड पिक्सेलर अब पूरे भारत में एंड्रॉयड उपकरणों पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। क्रिएटिविटी की इस यात्रा में हमारे साथ जुड़ें और ब्रांड पिक्सेलर के साथ विजुअल कहानी कहने की असीमित संभावनाओं का समझें एवं अनुभव करें।
सिर्फ निवेश नहीं अब तक हुए करारनामों को धरातल में उतारने का होगा कार्य -मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
नई दिल्ली,19 अक्टूबर2023,गुरुवार ,
दिसम्बर में प्रस्तवित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए दुबई व अबूधाबी से निवेशकों को आमंत्रित कर अपने वतन लौटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ..!
आज नई दिल्ली पंहुचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री इससे पूर्व लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली तथा अभी दुबई और अबूधाबी में विभिन्न निवेशक समूहों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें सम्पन्न कर चुके हैं । जिस कारण पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्रो के क्षेत्र में निवेशकों से काफी करार हुए हैं।
नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने अवगत कराया कि निवेशकों का उत्तराखण्ड आने व निवेश के लिए मन में आकर्षण है।
उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ के निवेश पर दुबई और आबू धाबी में करार हुआ है। इसके अतिरिक्त निवेश के काफी प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। देश के अन्य शहरों में भी निवेशकों के साथ संवाद और रोड शो किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि 08-09 दिसम्बर 2023 को देहरादून में प्रस्तावित इन्वेस्टर्स समिट तक अभी तक हुए सभी करारों को धरातल पर उतारने का कार्य हो। उन्होंने कहा कि विभिन्न बैठकों में जो भी सुझाव प्राप्त हो रहे हैं, उन सुझावों पर भी अमल किया जायेगा। जो भी करार हुए हैं और प्रस्ताव आये हैं, राज्य के लिए कौन से उपयोगी हैं और भविष्य में लाभदायक हो सकते हैं, उनका पूरा आंकलन कर आगे कार्य किये जायेंगे। निवेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले और प्राथमिक सेक्टर को मजबूत बनाने वाले प्रस्तावों एवं करारों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोत्साहित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जो भी नीतियां बनाई हैं उसमें निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखण्ड के लोगों के हितों को केंद्र में रखा गया है !
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि दो दिवसीय यूएई दौरे के दौरान कुल मिलाकर पंद्रह हजार चार सौ पच्चहत्तर करोड़ (15475 करोड) के इन्वेस्टमेंट एमओयू किए गए। जिसके तहत पहले दिन दुबई में 11925 करोड़ एवं दूसरे दिन अबू धाबी में 3550 करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू शामिल हैं।
अब तक 54 हजार करोड से अधिक के एमओयू पर किये जा चुके हैं हस्ताक्षर—
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अब तक संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन एवं दिल्ली में कुल मिलाकर अब तक चौवन हजार पांच सौ पचास करोड़ (54550 करोड) के इन्वेस्टमेंट एमओयू साइन किए जा चुके हैं। जिसमें यूएई में 15475 करोड, ब्रिटेन में 12500 करोड़ एवं ब्रिटेन में 12 हज़ार 500 करोड़ एवं दिल्ली में आयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रमों में 26,575 करोड़ के एमओयू (4 सितंबर को 7600 करोड़ एवं 4 अक्टूबर को दिल्ली रोड शो के दौरान 18975 हजार करोड़ रूपये ) किये जा चुके हैं।
कुल मिलाकर मुख्यमंत्री द्वारा निवेश को लेकर की गयी यात्रा उत्साही व संतोषजनक रही .!
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीतकार और गायक अमित त्रिवेदी के ‘सॉन्ग्स ऑफ ट्रांस 2’ का तहलका
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीतकार और गायक अमित त्रिवेदी ने अपने इन्डिपेन्डेन्ट लेबल, एटी आज़ाद के तहत जारी अपने नवीनतम एल्बम, ‘सॉन्ग्स ऑफ़ ट्रान्स 2’ के लॉन्च के साथ कल रात राजधानी शहर में तहलका मचा दिया। यह कार्यक्रम एक रोमांचक असाधारण कार्यक्रम बन गया, जिसने दिल्ली में फैंस को एक उत्कृष्ट संगीत अनुभव से मंत्रमुग्ध कर दिया। एक ऐसी रात के लिए मंच तैयार किया जो उपस्थित सभी लोगों की यादों में अंकित हो जाएगी।
अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली संगीत रचनाओं और मधुर आवाज के लिए प्रसिद्ध, अमित त्रिवेदी ने एक कार्यक्रम में अपने नवीनतम एल्बम, ‘सॉन्ग्स ऑफ ट्रान्स 2’ का जादू बिखेरा, जिसे उन्होंने “जीएएलएस” – ग्रुप एल्बम लिसनिंग सेशंस कहा। यह एल्बम ट्रान्स संगीत शैली में सिर्फ एक और वृद्धि नहीं है; यह एक ऐसी यात्रा है जो सामान्य सीमाओं से परे है। ‘सॉन्ग्स ऑफ ट्रांस 2’ के साथ, अमित त्रिवेदी ने प्यार, पार्टी और गजल ट्रांस का एक ताना-बाना बुना है, जो किसी अन्य से अलग एक संगीतमय कहानी कहने का अनुभव बनाता है।
एल्बम में छह मनमोहक ट्रैक हैं: “झूमे नैन,” “शरीयते दिल,” “फुर्सत,” “बैरी बिरहा,” “पूथा पासा,” और “झूमे रात”, प्रत्येक शहर के उल्लेखनीय माहौल में योगदान देता है।
अमित त्रिवेदी कहते हैं, “मुझे दिल्ली के उत्साही दर्शकों के साथ एल्बम के पीछे अपने दृष्टिकोण और प्रेरणाओं को साझा करने का सौभाग्य मिला। मैं शहर के युवा प्रशंसकों के उत्साह से खुश हूं, उन्होंने दिल्ली को एक असाधारण दर्शक वर्ग के रूप में वर्णित किया। मैं यह देखकर रोमांचित था कि कैसे युवाओं ने गीतों को अपनाया और समूह एल्बम श्रवण सत्र (जीएएलएस) की अवधारणा की सराहना की। प्रशंसकों के साथ सीधे जुड़ने और गीतों के पीछे के व्यक्तिगत अनुभवों और कहानियों को साझा करने का विचार कुछ ऐसा है जिसे मैं आगे बढ़ाने की योजना बना रहा हूं क्योंकि मैं और भी अधिक दर्शकों तक पहुंचता हूं। “
पूरे कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा से भरपूर भीड़ उत्साह से झूमती रही, जिससे उपस्थित सभी लोगों के लिए यह एक अविस्मरणीय रात बन गई। दिल्ली ट्रांस के रंग में रंगी हुई थी और यह नजारा देखने लायक था।
अमित त्रिवेदी का ‘सॉन्ग्स ऑफ ट्रांस 2’ अब सभी प्रमुख प्लेटफार्मों पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। संगीत प्रेमी प्रेम, पार्टी और गज़ल ट्रांस की दुनिया में गोता लगा सकते हैं, जिसे इस संगीत प्रतिभा ने जीवंत कर दिया है।
राजन लूथरा कृत ‘महायोगी’ का ट्रेलर और म्यूजिक लॉन्च
मुम्बई। निर्माता, निर्देशक, अभिनेता राजन लूथरा की फिल्म ‘महायोगी’ का ट्रेलर और म्यूजिक स्टार प्रिव्यूव थियेटर, अंधेरी पश्चिम में लॉन्च किया गया। जहाँ राजन लूथरा और मनीष कौल के साथ तकनीशियन की उपस्थिति रही।
राजन लूथरा बताते हैं कि यह फिल्म मेरी जर्नी है। आज दुनिया में युद्ध को विराम देकर शांति स्थापित करने की आवश्यकता है। ईश्वर ने हमें प्रेम बांटने के लिए भेजा है न कि लड़ने झगड़ने के लिए। परस्पर एकता की अवधारणा धार्मिक सीमाओं से परे होना चाहिए। सभी समस्याओं के समाधान के लिए हम सभी को एकमत होना होगा। उनके अनुसार यह फिल्म लोगों की दृष्टिकोण में बड़ा बदलाव लाने में मदद करेगा।
राजन लूथरा की “महायोगी, हाईवे1 टू वननेस” इस विश्वास से उपजी है कि एकता में नया आकार देने की शक्ति है। मानवता, विभाजन को पाटना, सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व के बीज बोना, प्रेम, एकता, चेतना, पवित्रता, अटूट विश्वास पर आधारित इस यात्रा का उद्देश्य मनुष्य के भीतर सहानुभूति को फिर से जागृत करना है।
राजन लूथरा के अनुसार “महायोगी, हाईवे1 टू वननेस” सामूहिकता में एक क्रांति प्रज्वलित करने की आकांक्षा रखता है। मानव चेतना से सभी धार्मिक झगड़ों का अंत हो यह एक सुंदर संदेश देने का प्रयास करेगा।
सभी एक ईश्वर और एक ब्रह्मांड के साथ एक हैं। महायोगी का सेतु है सच्ची चेतना और वह हर आत्मा की चेतना को ऊपर उठाएँगे जहाँ वे हैं।
हम अवचेतन मन से सभी को एक रूप में देख सकते हैं और एक-दूसरे के धर्मों का सम्मान कर सकते हैं और युद्ध रोक सकते हैं। उनका मानना है कि यह त्रयी फिल्म परियोजना ज्ञानवर्धक होगी।
दिल्ली में जन्में राजन लूथरा अमेरिका में रहते हैं। वह अपने परोपकारी स्वभाव के कारण समाजसेवा में हमेशा तत्पर रहते हैं। वह अपने एनजीओ हेल्प फाउंडेशन के माध्यम से भारत में हजारों वंचित बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं और गरीबों को भोजन राशन सामाग्री भी वितरित करते हैं।
फिल्मों के प्रति आकर्षण के बारे में राजन बताते हैं कि नमक हलाल फिल्म से प्रभावित हुआ और अमिताभ बच्चन को मैंने गुरु मान लिया।
संदेशवाहक फिल्म ‘महायोगी’ को तीन भागों में बनाया गया है। इसके बाद विशुद्ध रूप से मनोरंजक फिल्मों का भी निर्माण करूँगा।
रैपर बादशाह की उपस्थिति में पोको प्रेजेंट ‘एमटीवी हसल 03’ एक नया धमाकेदार सीजन लॉन्च
ग्लोबल रैप कलाकार बादशाह, इक्का, डी एमसी, डिनो जेम्स और ईपीआर जैसे स्क्वाड बॉसेस के साथ भारतीय दर्शकों के सामने रैप स्टार्स की अगली पीढ़ी पेश करने को तैयार है
रैप रियलिटी टेलीविजन शो का तीसरा सीजन 21 अक्टूबर से प्रसारित होगा, शनिवार और रविवार, शाम 7 बजे एमटीवी और जियो सिनेमा पर
मुंबई। भारत का रैप रियलिटी टेलीविजन शो अपने दमदार नए सीजन के साथ लौट आया है! पोको एमटीवी हसल 03 रिप्रेजेंट, को-पावर्ड बाय गोवो साउंडबार्स, टी-सीरीज, वाइल्डस्टोन और एप्पी फिज़ म्यूज़िक, टैलेंट और एंटरटेनमेन्ट का 3 गुना धमाका पेश करने के लिए फिर लौट आया है! स्वरों की यह क्रांति भारत के कोने-कोने से अनूठा रैप संगीत पेश करने को तैयार है। इसका प्रीमियर 21 अक्टूबर से हो रहा है और इसके बाद यह हर शनिवार तथा रविवार को शाम 7 बजे, एमटीवी और जियो सिनेमा पर प्रसारित होगा।
देश के युवाओं का प्रतिनिधित्व करने वाला यह सीजन निश्चित तौर पर ‘इंडिया अब तुम्हारी बारी’ का आगाज करेगा। यह लोगों से कहता है कि वे अपने विचार, मान्यताएं, समस्याएं, संगीत, जुनून, संस्कृति, हुड, कहानियां और अपनी पहचान साझा करें। एमटीवी हसल 03 रिप्रेजेंट, एमटीवी को और भी मजबूत बनाने को तैयार है। दरअसल, इसने एक सांस्कृतिक माध्यम के रूप में देसी हिप-हॉप को विश्व फलक पर लाने का काम किया है!
एक बार फिर इसका नेतृत्व करने वाले कोई और नहीं बल्कि रैप की दुनिया के सरताज बादशाह हैं। अपने टैलेंट को निखारने और इंडस्ट्री के लिए पूरी तरह तैयार प्रोफेशनल्स बनाने के लिए, रैप के जाने-माने दिग्गज और स्क्वाड बॉसेस, डी एमसी, डिनो जेम्स और ईपीआर, जंग के इस तूफानी मैदान में वापसी करने के लिए तैयार हैं। उनकी इस फौज में शामिल हो रहे हैं, बेहद ही प्रतिभाशाली रैप दिग्गज, इक्का! अपने अनूठे, अंडरग्राउंड रैप म्यूज़िक की सफलता के लिए मशहूर, इक्का की यह बहुमुखी प्रतिभा, व्यावसायिक बॉलीवुड संगीत की दुनिया तक फैली हुई है। उनकी यही बात उन्हें नया जबर्दस्त स्क्वाड बॉस बनाता है!
एमटीवी हसल 03 रिप्रेजेंट फैन्स के लिए अलग-अलग अनुभव, खूबियों और क्षमताओं वाले रैप टैलेंट को एक ही मंच पर लेकर आएगा। ये सभी एक ही मंच में समान रूप से मुकाबला करेंगे। इस सीजन की शोभा बढ़ाने वाले सेलिब्रेटी गेस्ट के सामने इन प्रतिभागियों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा। भारतीय हिप-हॉप के जाने-माने मल्टी-जोनर संगीत निर्माता करण कंचन संगीत के स्तर को और भी ऊपर ले जाने वाले हैं। उनके सबसे बड़े ट्रैक्स में शामिल हैं बाज़ीगर, सत्या और अन्ना डे। वह कहते हैं, “पोको एमटीवी हसल 03 रिप्रेजेंट का हिस्सा बनकर मैं बहुत खुश हूं, जो भारत में हिप-हॉप के परिदृश्य को बदलने में आगे रहा है। ये टैलेंट अद्भुत, अनूठे और उन जगहों से है जहां आपने कल्पना भी नहीं की होगी। मैं यह देखने के लिए बेहद उत्साहित हूं जब दर्शक उनकी पसंदीदा नए प्लेलिस्ट को जानेंगे।”
इंडिया रिप्रेजेंटेशन की थीम पर खरा उतरते हुए, पंचायत सीरीज से चर्चा में आए जाने-माने संगीत निर्माता अनुराग सैकिया, देश के कोने-कोने से युवाओं की पंसद का संगीत लेकर आएंगे। वह कहते हैं, “एमटीवी हसल का आगामी सीजन, दर्शकों को भारत के विविधताभरे संगीत और इतिहास की अद्भुत प्रस्तुति का वादा करता है। यह निश्चित तौर पर हमारी समृद्ध संगीतमय संस्कृति का एक बेहतरीन अनुभव होने वाला है।”
दर्शकों को सटीकता से तैयार किए गए आज के जमाने के ग्राफिक्स, कॉन्सर्ट जैसा माहौल और अत्याधुनिक अकॉस्टिक्स का अनुभव करने को मिल सकता है! यह हर तरह के संगीत का समागम है जिसमें क्षेत्रीय, लोककला, बॉलीवुड प्रेरित गाने और अनप्लग्ड वर्जन देखने को मिलेंगे। ये सभी कानफोड़ म्यूज़िक के साथ-साथ कई सारे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगे।
यह नया सीजन, स्क्वाड बॉसेस के लिए भी एक दांव की तरह होने वाला है कि आखिर 16 प्रतिभागियों में से किसे यह बेहतरीन जीत का स्वाद चखने का मौका मिलने वाला है। हर हफ्ते, फैन्स को स्क्वाड का एक शानदार रैप परफॉर्मेंस देखने का मौका मिलेगा, जिसमें बादशाह का सबसे ज्यादा चर्चित रेडियो हिट, ‘बैंगर’ ट्रैक्स भी शामिल होगा।
इस नए सीजन के बारे में, बादशाह कहते हैं, “पोको एमटीवी हसल 03 रिप्रेजेंट, भारत का एकमात्र देसी हिप-हॉप मंच है, जोकि भारतीय युवाओं के सपनों और उम्मीदों का प्रतीक है। जंग के मैदान में वापसी करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है। देश का अगला रैप सेसेंशन चुने जाने का मुझे बेसब्री से इंतजार है।”
इक्का गैंगस्टर का प्रतिनिधित्व कर रहे, स्क्वाड बॉस इक्का कहते हैं, “एमटीवी हसल एकमात्र ऐसा शो है, जोकि भारत के छुपे हुए देसी हिप-हॉप आवाजों को पहचान देता है। पिछले सीजन में मैं गेस्ट के रूप में शो पर आया था और मुझे काफी प्रभावी टैलेंट की झलक देखने को मिली थी। स्क्वाड बॉस के रूप में डेब्यू करते हुए और उन्हें सामने से देखते हुए बेहद खुशी महसूस हो रही है! यह मुकाबले का समय है!”
नए सीजन के बारे में, स्क्वाड बॉस, डी एमसी डायनामाइट्स के डी एमसी कहते हैं, “मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि रैप अनूठेपन और खुद की अभिव्यक्ति के बारे में होता है। वापस आकर और इस शानदार नए सीजन का हिस्सा बनकर बहुत अच्छा लग रहा है! इसकी विविधता और मुकाबला देखने लायक है।”
डिना वॉरियर के, स्क्वाड डिनो जेम्स कहते हैं, “एमटीवी हसल की लोकप्रियता देखकर हैरान हूं। यह सही मायने में भारत के जबर्दस्त रैप टैलेंट के लिए एक बड़ी प्रेरणा बनता जा रहा है। इसके तीसरे सीजन का हिस्सा बनकर बेहद खुशी हो रही है, जोकि धमाकेदार होने का वादा करता है!”
एमटीवी हसल 2.0 जीतने वाले ईपीआर रिबेल्स के स्क्वाड बॉस ईपीआर, कहते हैं, “हर रैप म्यूज़िक के अंदर एक कहानी छुपी होती है। मुझे ऐसा लगता है कि चेतना के साथ लिखी गई कविता दुनिया को बदल सकती है। खासकर, देसी हिप-हॉप को, जिसका हमेशा से ही अपना एक अलग एक रास्ता रहा है। मंच पर वापसी करते हुए और इस पल को एक अलग ही स्तर पर ले जाने के लिए काफी उत्साहित हूं।
100+ चार्ट टॉपर्स देने वाला आईपी हाल ही में टी-सीरीज के साथ नई साझीदारी को लेकर काफी सुर्खियों में था। भारत में गैर-आईपी की ओर से यह अपनी तरह की पहली पहल है। यह साझीदारी, दुनियाभर में वितरकों को विशेष रूप से संगीत के राइट्स उपलब्ध कराएगी। इंडस्ट्री के लिए तैयार रैप प्रोफेशल्स बनाने वाली सोच को सुदृढ़ करते हुए, यह शो वैश्विक स्तर पर कलाकारों के सफर को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।