डॉ उपाध्याय ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में राज्य में फ़िल्म उद्योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य में फ़िल्म उद्योग के लिए 360 डिग्री ईको सिस्टम बनाने के लिए काम किया जा रहा है , जिसमे थ्री T टैलेंट, ट्रेनिंग और टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से राज्य की नई फिल्म नीति प्रस्तावित की गई है। नई प्रस्तावित फ़िल्म नीति में फ़िल्म उद्योग क्षेत्र में निवेश के लिए अवसर खोले जा रहे हैं। इसमें फ़िल्म सिटी की स्थापना, फ़िल्म संस्थानों की स्थापना, नये शूटिंग स्टूडियोज़ की स्थापना, नये प्रोडक्शन हाउस की स्थापना पर विशेष अनुदान व सुविधाएँ दी जाएंगी।
उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर हिंदी फिल्मों के लिए दी जाने वाली सब्सिडी को बड़ी मात्रा में बढ़ाया जा रहा है। OTT/Web Series, TV-Serials को भी सब्सिडी के दायरे में लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड देश के सभी सभी मुख्य शहरों से सड़क, रेल व हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है। शूटिंग अनुमति के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस की व्यवस्था की गई है। राज्य में फ़िल्म निर्माताओ को दी जा रही सुविधा के लिए भारत सरकार द्वारा अब तक चार बार राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्रदान किया गया है।
सदाहयात हिरु बिहारी कंधारी के 78वें जन्मदिन के अवसर पर जतिन उदासी का लाइव परफॉरमेंस
जतिन उदासी के लाइव परफॉरमेंस के साथ मनाया गया सदाहयात हिरु बिहारी कंधारी का 78वां जन्मदिन
मुंबई। सिंधी समाज के जाने माने हस्ती सदाहयात हिरु बिहारी कंधारी, बीकेपी के अध्यक्ष के 78वें जन्मदिन का भव्य आयोजन शुक्रवार, 17 नवंबर 2023 को मुंबई के बालगंधर्व रंगमंदिर में किया गया।
“हिन जनम, हर जनम” इस कार्यक्रम में सिंधी समाज की विरासत और धरोहर को प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में सिंधी समाज के गणमान्य और विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज उपस्थित थे। यह कार्यक्रम न केवल जन्मदिन मनाने का उपलक्ष्य था बल्कि सिंधी समाज की एकजुटता भी देखने को मिली। इस समारोह में जतिन उदासी ने बेहद प्रतिभाशाली लाइव परफॉरमेंस दिया।
इस अवसर पर मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार, प्रसिद्ध कॉमेडीयन और अभिनेता असरानी, यूट्यूब इन्फ्लुएंसर आशीष चंचलानी, शिवसेना एमएलसी मनीषा कायंदे सहित फिल्म और टेलीविजन उद्योग के कई जाने माने दिग्गजों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
इस अवसर पर बी. कंधारी प्रॉपर्टीज के सीईओ विजय बी. कंधारी ने कहा कि हम सदाहयात हीरू बिहारी कंधारी के बहुत बहुत आभारी हैं जिनके योगदान से हमारी संस्कृति और धरोहर को हमेशा बढ़ावा मिलता रहा। ऐसे ही कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे।
उत्तरकाशी (सिलक्यारा) टनल में चल रहे रेस्क्यू अभियान में महत्वपूर्ण आंशिक कामयाबी से श्रमिकों में बढ़ी जीवन के प्रति आस ..
20 नवंबर 2023,सोमवार ,देहरादून
संजय बलोदी प्रखर
मीडिया समन्वयक उत्तराखण्ड प्रदेश
देहरादून ,21 नवम्बर , आज सिलक्यारा सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाकर सेकेंडरी लाइफ लाइन बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग पूर्ण कर मलबे के आर पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन डाल कर इसके जरिये फंसे श्रमिकों तक खाद्य सामग्री पंहुचाने की तैयारी की जा रही है।
आज सायं लगभग साढ़े चार बजे NHAIDCL के निदेशक अंशुमनीष खलखो,जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि गत नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की इस पहली कामयाबी के बाद श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के प्रयास तेजी से क्रियान्वित किए जाएंगे।
विदित हो टनल में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अबतक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी। अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइप लाइन मलवे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री व खाद्य पदार्थ तथा दवाएं और अन्य जरूरी साजो सामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी। जिससे अंदर फंसे श्रमिकों के जीवन को सुरक्षित बनाये रखने का भरोसा कई गुना बढ़ा है। इस अच्छी खबर के बाद श्रमिकों और उनके परिजनों साथ ही रेस्क्यू के मोर्चों पर खुशी और उत्साह देखने को मिल रहा है और रेस्क्यू के अन्य विकल्पों को लेकर अब उम्मीदें उफान पर हैं।
इस बीच उत्तराखंड शासन के सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने आज परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को शुभकामनाएं दी।
आयुष्मान कार्ड में आयुर्वेद इलाज को भी शामिल किया जाए : आयुर्वेद गुरु आचार्य मनीष
एचआईआईएमएस नवी मुंबई में आचार्य मनीष ने कहा कि आयुर्वेद लाइफस्टाइल में बदलाव करके किडनी और लीवर फेल्योर को कर सकता है ठीक
नवी मुंबई। आयुर्वेद से किडनी फेल्योर, लीवर फेल्योर और थैलेसीमिया का इलाज पूरी तरह संभव है। यह बात एचआईआईएमएस नवी मुंबई में 20 नवंबर को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एचआईआईएमएस के डॉक्टरों और मरीजों ने कही। आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए हमेशा सक्रिय रहने वाले एचआईआईएमएस आयुर्वेद के संस्थापक आचार्य मनीष लोगों को अपनी पुरानी विरासत से अवगत कराकर स्वस्थ शरीर का मंत्र दे रहे हैं। एचआईआईएमएस नवी मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टरों ने कहा कि एचआईआईएमएस शरीर की आंतरिक शक्ति को बढ़ाकर किडनी, कैंसर, लीवर, शुगर, बीपी और हृदय रोगों को दूर करने पर जोर देता है।
आयुर्वेदाचार्य मनीष ने सरकार से मांग की है कि आयुष्मान कार्ड में आयुर्वेद इलाज को भी शामिल किया जाए।
भारतीय हेल्थ केयर सर्विस के परिदृश्य में, आचार्य मनीष के नेतृत्व में द हीलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिसिन एंड साइंसेज (एचआईआईएमएस ), आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए आशा के एक चमकदार प्रतीक के रूप में खड़ा है। आयुर्वेदिक संस्थान ने मॉर्डन मेडिकल टेक्निक के साथ आयुर्वेद की सदियों पुरानी साइंस के कॉम्बिनेशन के प्रति अपने अटूट डेडीकेशन के साथ भारत और दुनिया भर में हेल्थकेयर में क्रांति ला दी है।
हॉलिस्टिक हेल्थ की फिलॉसफी के साथ स्थापित, एचआईआईएमएस थैलेसीमिया, रेनल फेल्योर, लीवर फेल्योर और कैंसर से लेकर गंभीर पुरानी बीमारियों से पीड़ित रोगियों के लिए विश्वास और आशा की किरण बनकर उभरा है। एचआईआईएमएस को जो चीज सबसे अलग बनाती है, वह है इसकी यूनिक एप्रोच जो पर्सनलाइज्ड, सक्सेसफुल थेरेपी के साथ पेश करता है जो आयुर्वेद, एलोपैथी, यूनानी, नेचुरोपैथी और होम्योपैथी की खूबियों को आपस में बेहतरीन तरीके से कम्बाइन करता है।
जिन मरीजों को पहले यह आशंका थी कि उनकी बीमारियों में कभी सुधार नहीं होगा, उन्हें उम्मीद की किरण मिली है और मरीजों के इलाज के लिए एचआईआईएमएस के कॉन्फ्रीहेंसिव अप्रोच के कारण उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
एचआईआईएमएस नवी मुंबई के एक मरीज ने कहा, “एचआईआईएमएस में मेरे इलाज के बाद आयुर्वेद में मेरा विश्वास बहाल हो गया है। कई लोगों और अस्पतालों ने मुझे बताया कि मेरी किडनी की समस्या लाइलाज है। फिर एक दोस्त ने मुझे आचार्य मनीष जी से मिलने के लिए कहा। आचार्य जी ने मुझे आश्वासन दिया कि मैं ठीक हो सकता हूं और इसलिए मैंने यहां अपना इलाज शुरू किया। आज मैं इस बात का जीता-जागता सबूत हूं कि आयुर्वेद किसी भी बीमारी को ठीक कर सकता है।”
एचआईआईएमएस नवी मुंबई 150 बिस्तरों वाला अस्पताल है और एचआईआईएमएस के मुंबई में अंधेरी और ठाणे में 20 बिस्तरों वाले 2 और अस्पताल हैं। एचआईआईएमएस आयुर्वेद, एलोपैथी, यूनानी, नेचरोपैथी, होम्योपैथी आदि जैसे साइंस का उपयोग करके बीमारियों का इलाज करता है। यहां रोगियों को उनके उचित ट्रीटमेंट और रिकवरी के लिए बाजरा और जड़ी-बूटियों से बना भोजन प्रदान किया जाता है। एचआईआईएमएस पोस्टुरल थेरेपी का भी उपयोग करता है जो डायलिसिस को 70% तक रोक सकता है। इस थेरेपी के जरिए हाई बीपी के 100 फीसदी मरीज बिना किसी दवा के तुरंत अपना बीपी कंट्रोल कर सकते हैं।
एचआईआईएमएस किडनी फेल्योर के इलाज के लिए पूरे देश में मशहूर है। एचआईआईएमएस शुद्धि आयुर्वेद केंद्र नवी मुंबई के अलावा भारत के कई अन्य शहरों जैसे चंडीगढ़, लखनऊ, मेरठ, ठाणे, अंधेरी, संगरूर, भागलपुर, गुरुग्राम, लुधियाना, अमृतसर, दिल्ली और गोवा में स्थापित किए गए हैं। देश भर के इन केंद्रों में 250 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
शांतनु भामरे की थ्रिलर फिल्म ‘फायर ऑफ लव : रेड’ 24 नवंबर को रिलीज होगी
अवंति प्राजक्ता आर्ट्स के बैनर तले निर्मित और बॉलीवुड के चर्चित निर्देशक अशोक त्यागी द्वारा निर्देशित थ्रिलर फिल्म ‘फायर ऑफ लव : रेड’ 24 नवंबर को वर्ल्ड वाइड रिलीज होगी। इस फिल्म में अभिनेता शांतनु भामरे बिल्कुल नए अवतार में नज़र आएंगे। राजीव चौधरी, जगन्नाथ वाघमारे और रेखा सुरेंद्र जगताप द्वारा निर्मित इस फिल्म में कृष्णा अभिषेक, भारत दाभोलकर, पायल घोष, कमलेश सावंत, अभिजीत श्वेतचंद्रा और कंचन भोर की भी मुख्य भूमिका है। शांतनु भामरे इस फिल्म के सहनिर्माता भी हैं। इस फिल्म से अभिनेता शांतनु भामरे को काफी उम्मीद है। अवंतिका दत्तात्रेय पाटिल द्वारा प्रस्तुत इस थ्रिलर फिल्म में शांतनु भामरे ने चर्चित अभिनेता कमलेश सावंत (‘दृश्यम’,भूतनाथ रिटर्न्स फेम) के अपोजिट जेलर की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कला और वाणिज्य के क्षेत्र में एक्टिव रहने वाले शख़्सियत शांतनु भामरे ‘फायर ऑफ लव : रेड’ के पूर्व ‘कॉलर बम’ (2021), ‘मंत्र’ (2017), ‘एनिमी’ (2013), ‘दोस्ती के साइड इफेक्ट्स’ (2019) और ‘झलकी’ (2019) जैसी कई हिंदी फीचर फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा बिखेर चुके हैं। फिल्मों में हर तरह की भूमिका निभाने की चाहत रखने वाले अभिनेता शांतनु भामरे हाल ही में पीपिंग टॉम प्रोडक्शंस/क्लिक टीवी इंडिया के बैनर तले बनी दो हिंदी वेब सीरीज़ ‘स्कूटर रिस्टन का’ और ‘फुल मैरिज हाफ मैरिज नो मैरिज’ में काम किया है, दोनों जल्द ही डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज़ होंगी। साथ ही साथ शांतनु भामरे बॉलीवुड हिंदी फिल्म ‘शक- द डाउट’, ‘न्यूयॉर्क से हरिद्वार’, ‘ब्रेकिंग न्यूज’, ‘भगवा’ और ‘सॉरी मदर’ में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका में नज़र आएंगे।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय
केंद्रीय मत्स्यपालन मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला मंगलवार को अहमदाबाद में ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया 2023 का उद्घाटन करेंगे
सम्मेलन में सतत मत्स्यपालन के लिए अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी, नवाचार, स्टार्ट-अप संवर्धन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा
इस सम्मेलन में गुजरात के लिए अंतर्देशीय जलाशय पट्टा नीति की शुरुआत की जाएगी
सम्मेलन के लिए 10 से ज्यादा देशों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है; 50 से ज्यादा अन्य विदेशी राजनयिकों के इस बैठक में वर्चुअल रूप से शामिल होने
Delhi , केंद्रीय मत्स्यपालन मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला मंगलवार को अहमदाबाद में ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया 2023 का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ एल मुरुगन और डॉ संजीव के बलियान, राज्य के मत्स्यपालन मंत्री, केंद्रीय मत्स्य सचिव सहित अन्य गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित होंगे।
अहमदाबाद ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया 2023 की मेजबानी कर रहा है, यह दो दिवसीय मेगा कार्यक्रम है, जिसमें राज्य मत्स्यपालन मंत्रियों, विभिन्न देशों के राजदूतों, वैश्विक मत्स्य वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, मत्स्य समुदायों और निवेश बैंकरों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों और हितधारकों की एक विविध श्रेणियों को विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर 21 और 22 नवंबर को एक मंच पर लाया जाएगा। सम्मेलन का आयोजन मत्स्यपालन विभाग, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों के साथ साझेदारी करने और भारत के मत्स्यपालन क्षेत्र का सतत विकास करने के लिए एक रोडमैप तैयार करने वाले एक मंच के रूप में काम करेगा। ‘मत्स्य पालन और जलीय कृषि संपत्ति का जश्न’ विषय के अंतर्गत, इस सम्मेलन का उद्देश्य उपयोगी चर्चा, बाजार अंतर्दृष्टि और नेटवर्किंग के लिए प्रमुख हितधारकों को एक मंच पर लाना है।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
केंद्र सरकार का उद्देश्य इस वैश्विक आयोजन से निर्यात को बढ़ावा देने, मछुआरों और मत्स्य किसानों की सामाजिक-आर्थिक लाभ को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला में स्टार्ट-अप और उद्यमशीलता की पहल को बढ़ावा देना है, जिसमें सरकार अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का उपयोग करने के लिए इसे एक रणनीतिक मंच के रूप में उपयोग करने का इरादा रखती है।
केंद्रीय मंत्री के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय गोलमेज सम्मेलन
सम्मेलन की मुख्य विशेषताओं में केंद्रीय मत्स्यपालन मंत्री श्री रूपाला के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय गोलमेज बैठक का आयोजन शामिल है। इस उच्च स्तरीय वार्ता में विभिन्न देशों के राजदूत और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जो जलवायु संकट सहित कई महत्वपूर्ण चुनौतियों के बीच इस क्षेत्र की निरंतरता को कायम रखने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
10 से ज्यादा देशों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है और वे इस सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से शामिल होंगे। फ्रांस का प्रतिनिधित्व कृषि मामलों की सलाहकार सुश्री मोनिक ट्रान, नॉर्वे का प्रतिनिधित्व क्रिस्टियन रोड्रिगो वाल्डेस कार्टर और सुश्री आरती भाटिया कुमार करेंगी; ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग के प्रथम सचिव (कृषि) डॉ. रिचर्ड नियाल; रूस से सर्गेई मुराटोव, एडियातुलिनइलियास और शशीना अन्ना; वैगनर एंट्यून्स, ब्राज़ील दूतावास के व्यापार संवर्धन विभाग के प्रमुख; दिमित्रियोस इओन्नौ, मंत्री और राजदूत, ग्रीस; बोर्जा वेलास्को टुडुरी, काउंसलर, स्पेन; मेलानी फिलिप्स, काउंसलर (कृषि), न्यूजीलैंड; और पीटर होबवानी, उप राजदूत, जिम्बाब्वे ने अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है। इसके अलावा, 50 से ज्यादा अन्य विदेशी राजनयिकों के इस सम्मेलन में वर्चुअल रूप से शामिल होने की संभावना है।
इसी प्रकार से, लगभग 10 प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी वैश्विक बैठक में हिस्सा लेंगे। श्री चंगनाम जंग, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के प्राकृतिक संसाधन और कृषि विशेषज्ञ; ताकायुकी हागिवारा, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के भारत प्रमुख; जीआईजेड से प्रताप सिन्हा, संदीप नायक, राजद्युति महापात्रा और धर्मेंद्र भोई; बंगाल की खाड़ी अंतर-सरकारी कार्यक्रम (बीओबीपी-आईजीओ) के निदेशक डॉ पी कृष्णन और मरीन स्टीवर्डशिप काउंसिल (एमएससी) के भारत सलाहकार रंजीत सुसीलन इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
सम्मेलन में चंगनाम जंग, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के प्राकृतिक संसाधन और कृषि विशेषज्ञ; ताकायुकी हागिवारा, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के भारत प्रमुख; जीआईजेड से प्रताप सिन्हा, संदीप नायक, राजाद्युति महापात्रा और धर्मेंद्र भोई; बंगाल की खाड़ी अंतर-सरकारी कार्यक्रम (बीओबीपी-आईजीओ) के निदेशक डॉ. पी कृष्णन और मरीन स्टीवर्डशिप काउंसिल (एमएससी) के भारत सलाहकार रंजीत सुसीलन सम्मेलन में भाग लेंगे।
हितधारकों के लिए अनूठा अवसर
इस सम्मेलन में स्टार्ट-अप, निर्यातकों, मत्स्य संघों और प्रसंस्करण उद्योगों सहित 210 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शक शामिल होंगे। यह उनके उत्पादों, सफलता की कहानियों और अभिनव समाधानों का प्रदर्शन करेगा। यह उद्यमों, स्टार्टअप, संघों, सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और छोटे-मध्यम मत्स्यपालन उद्यमों को एक मंच पर लाने के साथ-साथ मत्स्यपालन के क्षेत्र में उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं की श्रृंखला का प्रदर्शन करने का एक अनूठा अवसर भी प्रदान करेगा।
इस आयोजन में मत्स्य मंथन सहित कई आकर्षक सत्र शामिल होंगे, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ तकनीकी चर्चा भी शामिल होगी; उद्योग हितधारकों और नीति निर्माताओं के बीच बातचीत के लिए उद्योग संपर्क; सरकार से सरकार (जी2जी), बिजनेस टू गवर्नमेंट (बी2जी) और बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी) द्विपक्षीय बैठकें; अत्याधुनिक मत्स्यपालन और जलीय कृषि प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी आदि। मत्स्यपालन क्षेत्र में 10 परिवर्तनकारी पहलों को विशेष रूप से प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष मंडप स्थापित किया जाएगा।
उद्योग संबंध और व्यापार पिच
ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया 2023 के दौरान, स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र, मत्स्यपालन क्षेत्र में सहयोग और समर्थन, प्रौद्योगिकी एवं ज्ञान हस्तांतरण, आर एंड डी, क्षमता निर्माण, विस्तार, सर्वोत्तम प्रथा, मत्स्यपालन मूल्य श्रृंखला में महिलाओं की भागीदारी, सुरक्षा मानकों जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए नीति निर्माताओं सहित अन्य लोगों के साथ उद्योग हितधारकों को जोड़ने के लिए उद्योग संपर्क का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बाजार संपर्क और व्यापार के अवसर आदि भी शामिल हैं। इस सत्र में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) और अन्य प्रमुख मत्स्य उद्योग संघों जैसे संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल होंगे।
दो दिवसीय मेगा कार्यक्रम में मछुआरों, मत्स्य किसानों, मछली विक्रेताओं, मत्स्य सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों, स्थानीय समुदायों, विदेशी प्रतिनिधियों और निवेशकों और मत्स्य स्टार्ट-अप सहित कुल 5,000 आगंतुकों के शामिल होने का अनुमान है। इसमें अंतर्राष्ट्रीय दिग्गज, प्रौद्योगिकी निवेशक, अनुसंधान एवं विकास संस्थान, उपकरण निर्माता, निर्यात परिषद, मत्स्य संघ, वित्तीय संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय मत्स्यपालन उद्योग संगठन और जलीय कृषि फार्मास्यूटिकल्स और न्यूट्रास्यूटिकल्स भी हिस्सा लेंगे।
श्रमिकों के रेस्क्यू में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए समस्त आवश्यक कदम उठाये जायेंगे, पुष्कर सिंह धामी
श्रमिकों के रेस्क्यू में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए समस्त आवश्यक कदम उठाये जायेंगे!!
श्रमिकों के परिजनों के साथ उत्तराखण्ड सरकार—
-पुष्कर सिंह धामी (मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड )
19 नवंबर 2023,शनिवार, देहरदून
-संजय बलोदी प्रखऱ
मीडिया समन्वयक उत्तराखण्ड प्रदेश
उत्तरकाशी,18 नवंबर 2023, शनिवार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पीएमओ के मार्गदर्शन में राज्य सरकार सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को सकुशल निकालने के दिन -रात प्रयास में जुटी है। सुरंग में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए देश और दुनिया में ईजाद की गई आधुनिक तकनीक की मदद ली जा रही है। उम्मीद हैं कि जल्द इसमें सफलता मिल जायेगी।
मुख्यमंत्री धामी सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू पर पल पल अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आज शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ श्रमिकों के बचाव के लिए चल रहे रेस्क्यू कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठाये जाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी लगातार बचाव अभियान का अपडेट लिया जा रहा है। ऐसे में ग्राउंड जीरो पर जो भी रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है, अधिकारी एजेंसियों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर समय पर अंजाम तक पहुंचाएं। रेस्क्यू कार्य के लिए जिन संसाधनों की जरूरत हैं, उनको तत्काल एजेंसियों को मुहैया करा कर तेजी से कार्य कराएं। सरकार की प्राथमिकता में श्रमिकों को सुरक्षित और समय पर बाहर निकालना है।
मुसीबत की इस घड़ी में श्रमिकों और परिजनों के साथ उत्तराखण्ड सरकार——-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुसीबत में फंसे श्रमिकों के परिजनों के साथ सरकार खड़ी है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह सभी परिजनों को रेस्क्यू की हर पल की जानकारी देते रहें। इसके अलावा सिलक्यारा पहुंचे परिजनों के लिए भी सहायता केंद्र खोलने और उनके रहने-खाने की जरूरत के हिसाब से मदद की जाए। उन्होंने कहा कि विपदा की इस घड़ी में परिजनों को धैर्य बनाये रखने की जरूरत है। सरकार हर वक्त उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग आपदा से निपटने के लिए देश और दुनिया में चले पुराने सुरंग रेस्क्यू के अनुभवों के आधार पर कार्य किए जा रहे हैं। इसके लिए अधिकारी पड़ोसी राज्य हिमचाल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर समेत दुनिया के कई देशों में सुरंग निर्माण और आपदा के बाद हुए रेस्क्यू की तकनीकी को अपना रहे हैं। पीर पंजाल, अटल सुरंग, भंवर टोंक, सँगलदान जैसी बड़ी सुरंग निर्माण और लूज गिरने के बाद रेस्क्यू की जानकारी जुटाई जा रही है। इसी के अनुसार रेस्क्यू टीम श्रमिकों को बाहर निकालने के प्रयास में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ला एंड ऑर्डर ए.पी.अंशुमन, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तराखंड के सभी ब्लॉको में होगा गौशालाओं का निर्माण
देहरादून : उत्तराखंड राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पं. राजेन्द्र अंथवाल दो दिवसीय दौरे पर रुद्रप्रयाग और जनपद चमोली में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दोनों जिलों के समस्त अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें दोनों जनपदों के पशुपालन विभाग, नगर पालिका, नगर पंचायत और जिला पंचायत के अधिकारियों से वार्ता कर गौशालाओं की भूमि चयन और उनके निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों के अंदर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिनके जरिए बच्चों में गोवंश की उपयोगिता के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि गौ सेवा आयोग और उत्तराखंड सरकार गोवंश की सुरक्षा और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है।
इस दिशा में तेजी से धरातल पर काम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही गौशालाओं का निर्माण पूर्ण हो जाने पर सड़कों से निराश्रित गोवंश हटा लिए जाएंगे। बैठक में गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर सिंह गुसाई और दोनों जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ,पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारी सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बद्रीनाथ धाम दर्शन
उत्तराखंड राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष भगवान बद्री विशाल के कपाट बंद होने के दौरान बद्रीनाथ पहुंचे। उन्होंने भगवान बद्री विशाल के दर्शन कर उत्तराखंड और देश के अंदर सुख समृद्धि की कामना की। साथ ही भगवान बद्री विशाल से उत्तरकाशी टनल में फंसे हुए मजदूरों की सुरक्षा की प्रार्थना भी की और साथ ही विपक्षी दलों को सलाह देते हुए कहा कि यह समय आलोचना करने का नहीं है ।यह समय धैर्य के साथ उन मजदूरों की जान बचाने का है। इसलिए विपक्ष इस विषय पर राजनीति न करें।