बिप्लब कुमार देब ने गौमाता के साथ फोटो शेयर किया
रोहतक से दिल्ली जाते हुए रास्ते में गौमता का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/cXGmjnkcG1
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) January 12, 2024
बिप्लब कुमार देब एक सांसद , त्रिपुरा से राज्यसभा सदस्य और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री है एवं प्रभारी भाजपा हरियाणा है। उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से गौमाता के साथ फोटो ले कर ट्वीट किया और लिखा कि – ” रोहतक से दिल्ली जाते हुए रास्ते में गौमता का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
ज्ञात हो कि बिप्लब कुमार देब (Biplab Kumar Deb) एक गौभक्त है जब वो मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने अपने राज्य में गौ-पालन के जरिए स्वरोजगार को बढ़ावा देने की वकालत की थी। उस समय उन्होंने अपने सरकारी आवास में गाय पालने की घोषणा की थी। उस समय उन्होंने कहा था कहा कि परिवार गायों की देखभाल करने के साथ दूध का उपभोग भी करेगा एक मुख्यमंत्री के तौर पर उनके मुताबिक इस कदम से राज्य के लोगों को भी गौ-पालन की प्रेरणा मिलेगी.बिप्लब कुमार देब द्वारा युवाओं को सरकारी नौकरी के पीछे भागने की बजाय गाय पालने की सलाह दी जा चुकी है।
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए गाय के गोबर से 21 हज़ार दीये बनाए जा रहे हैं
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में गाय के गोबर से 21 हज़ार दीये बनाए जा रहे हैं. ये दीये अयोध्या भेजे जाएंगे और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन जलाए जाएंगे.
गाय के गोबर से मोबाइल स्टैंड, घड़ी, झूमर, पेन स्टैंड, नेम प्लेट, चाबी रिंग, और बच्चों के खेलने वाले खिलौने भी बनाए जा रहे हैं.
जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होना है. इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आह्वान किया है कि इस दिन देशवासी अपने-अपने घरों में दीपक जलाएं. इसके अलावा भी इस अनुष्ठान में खुद और समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लोग अलग-अलग तरह की पूजा सामग्री बनाकर अयोध्या भेज रहे हैं या फिर भेजने की तैयारी कर रहे हैं. मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड में भी यहां की महिलाएं गोबर के दीपक तैयार कर रही हैं, जिसे अयोध्या को रोशन करने के लिए भेजा जाएगा.
मुखिया के साथ महिलाएं बना रहीं दीप
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड अंतर्गत विशुनपुर बघनगरी गांव की महिलाएं दीपक बनाने में जुट गई हैं. खास बात यह है कि यहां की महिलाएं गाय के गोबर से दीपक तैयार कर रही हैं. जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि अयोध्या के अलावा प्रखंड क्षेत्र के 27 पंचायतों में पांच-पांच दीपक भेजा जाएगा. आपको बता दें कि इस दीपक को बनाने के में गाय के शुद्ध गोबर इस्तमाल किया जाता है और फिर हाथों से उसे बेहतर रूप दिया जाता है.
सूख जाने के बाद उसे पैक कर अयोध्या भेजा जाएगा. इस काम में ग्रामीण महिलाओं के साथ-साथ विशुनपुर बघनगरी पंचायत की मुखिया बबिता कुमारी भी जुटी हुई हैं.
21 हजार दीपक भेजेंगी अयोध्या
मुखिया बबिता कुमारी बताती हैं कि यह दीपक गाय के गोबर से बनाया जा रहा है. 21 हजार दीया बनाया जा रहा है, जिसे राम मंदिर अयोध्या भेजा जाएगा. इसके अलावा पांच-पांच दीयासकरा प्रखंड के सभी पंचायतों में भी भेजा जाएगा.
धर्म गुरुओं के बीच जंग-असली और नकली की लड़ाई – राम मंदिर बन रहा राजनीतिक अखाड़ा
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर धर्म गुरुओं में जंग जारी है। जहा एक तरफ २२ जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा को ले कर चारो शंकराचार्य अयोध्या नहीं जा रहे है वही अब नई खबर के अनुसार पांचवें शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल का उदय हो गया है और उन्होंने कहा है कि -‘, “भगवान राम के आशीर्वाद से अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा. हमारी काशी स्थित यज्ञशाला भी भव्य आयोजन के साथ 40 दिनों तक विशेष पूजा करेगी. 100 से अधिक विद्वान यज्ञशाला में पूजा और हवन करेंगे.” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम देश भर के तीर्थ स्थलों और परिसरों के विकास पर जोर दे रहे हैं. उनके नेतृत्व में केदारनाथ और काशी विश्वनाथ मंदिरों का विस्तार किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर चारों प्रमुख पीठ के शंकराचार्य एकमत नजर नहीं आ रहे हैं. ज्योतिष और गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य जहां इस समारोह का विरोध कर रहे हैं, तो श्रृंगेरी मठ के शंकराचार्य कार्यक्रम का समर्थन करते नजर आ रहे हैं. अब इन चार प्रमुख पीठों से अलग चलने वाला कांची कामकोटि पीठ और उसके शंकराचार्य भी इसके समर्थन में आ गए हैं.
तमिलनाडु के कांचीपुरम में कांची कामकोटि मठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने शुक्रवार (12 जनवरी) को कहा कि पीठ काशी में यज्ञशाला मंदिर में 22 जनवरी के कार्यक्रम को चिह्नित करने के लिए 40 दिवसीय पूजा कार्यक्रम आयोजित करेगी. यह पूजा कार्यक्रम 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के साथ होगा और 40 दिनों तक चलेगा.
क्या है कांची कामकोटि पीठ?
अभी तक चार आदि पीठ और चार शंकराचार्य़ की बात की जाती रही, लेकिन अचानक एक और शंकराचार्य का नाम सामने आने के बाद से कई लोगों के मन में ये सवाल है कि ये पांचवा मठ और शंकराचार्य़ क्या हैं.
दरअसल, आदि शंकराचार्य ने सनातन धर्म की रक्षा और प्रसार के लिए देश की चार दिशाओं में चार पीठ की स्थापनी की. चारों पीठों के प्रमुख को शंकराचार्य कहा जाता है. ये चार प्रमुख मठ द्वारका, ज्योतिष, गोवर्धन और श्रृंगेरी पीठ हैं, लेकिन तमिलनाडु के कांची कामकोटि पीठ भी महापीठ का दावा करता है और यहां के शंकराचार्य खुद को अन्य चार शंकराचार्य की तरह मानते हैं, लेकिन प्रमुख चारों पीठ कांची कामकोटि पीठ को आदि पीठ नहीं मानते हैं और न हीं वहां के शंकराचार्य को शंकराचार्य कहने को राजी होते हैं.खैर राम मंदिर का विषय अब लगता है कि राजनीति और अहम् का मुद्दा बनता जा रहा है। देखते है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन से कैसे निपटते है।
Kota News – 2600 गोवंश सर्दी में कहर रहीं , बंधा धर्मपुरा गोशाला और कायन हाउस गोशाला में सर्दी का सितम , 184 गोवंशों ने तोड़ा दम
Kota News: कांग्रेस (Congress) हो या बीजेपी (BJP) की सरकार हो कोटा की बंधा धर्मपुरा गोशाला और कायन हाउस गोशाला हमेशा से ही गोवंश की मौत के लिए चर्चा में रहती है. यहां बजट भरपूर है, लेकिन उसके बाद भी लगातार यहां गोवंश की मौत होती है. जब भी इन दोनों गोशालाओं में गोवंश की मौत होती है, तो उसका मामला जोर शोर से उठता है, लेकिन कुछ दिन बाद मामला ठंडा हो जाता है. एक बार फिर यहां गायों की मौत से हाहाकार शुरू हो गया है.
नगर निगम कमिश्नर सरिता सिंह से जब यह सवाल पूछा गया की 184 से ज्यादा गायें मर गई जिम्मेदार कौन है? इस पर कमिश्नर ने कहा की व्यवस्थाएं तो सभी प्रकार की है. सर्दी ज्यादा होने के कारण गायें मर गई. पहले भी नगर निगम के महापौर आकर गए हैं, निगम की ओर से व्यवस्थाएं हुई हैं. उन्होंने कहा कि गौशाला में अब जो भी कमियां हैं कल पूर्ति करवा देंगे. तापमान का इश्यू था, सर्दी ज्यादा थी इसीलिए गायें मरी है.
गौशाला में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं
नगर निगम कमिश्नर से जब यह सवाल पूछा गया की डेढ़ साल से गौशाला में डॉक्टर ही नहीं है तो कमिश्नर ने यह कहते हुए बात को टाल दिया कि कंपाउंडर लगाए हुए हैं. हम डॉक्टर भी अब लगा देंगे. कमिश्नर से जब टीन सेट को लेकर सवाल पूछा गया की ठंड शुरू होने से पहले टिन सेट क्यों नहीं लगवाए गए, इस पर कमिश्नर ने सवाल को टाल दिया और कहा कि हम लगवा रहे हैं. कोटा संभाग के सबसे बड़े गौशाला बंधा धर्मपुरा में ठंड से 10 दिन में 184 गायों की मौत हो गई. 10 दिनों से गाय तड़प तड़प कर मर रही है, गौशाला में मौजूद 2600 गाय अभी भी बर्फीली सर्दी में खुले में रह रही है. गायों की मौत के आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
क्षमता से अधिक गौवंश मौजूद
इस गौशाला में तीन प्रमुख बाड़े हैं, जिनमें स्वस्थ गायों का बाड़ा, दूसरा नंदी शाला और तीसरा बीमार गौवंश बाड़ा है. क्षमता से ज्यादा गोवंश 800 की जगह 1200 गोवंश यहां हर बाड़े में मौजूद है. यहां स्थिति खराब है और गायों की संख्या काफी ज्यादा है. हालत यह है कि गोवंशों को ठुस-ठुस कर रखना पड़ता है. नंदी शाला में 1000 की क्षमता है और यहां 1500 गोवंशों को रखा हुआ है.
दूसरी गौशाल में हर रोज 2 मौतें
वहीं कोटा के काएन हाउस किशोरपुरा गौशाला में रोज दो गायों की मृत्यु हो रही है और नवंबर और दिसंबर के आंकड़े की बात करें तो नवंबर के महीने में 45 गायों की मौत हुई तो दिसंबर के महीने में आंकड़ा 68 हो गया. किशोरपुरा गौशाला में 1 जनवरी से 10 जनवरी तक रोजाना दो गायों की मौत हो रही है.
पिछले 12 दिन में सैकड़ों गायों की सांसे थमी
जितेन्द्र सिंह ने बताया कि इसका परिणाम यह निकाला की एक दिन में कभी 30 तो कभी 20 गोवंश दम तोड़ता रहा. पिछले 12 दिन में तो सैकड़ों गायों की सांसे थम गई. गोशाला समिति के चेयरमैन ने बताया कि यहां गाय पॉलिथिन खाती है, ऐसे में उनका लीवर कमजोर हो जाता है और खून भी कम होता है. पहले जब यहां इन गायों का पोस्टमार्टम कराया गया, तो उनकी मौत का कारण पॉलिथिन को बताया गया. निगम को गोशाला में कमजोर गोवंश के बारे में पहले ही अवगत करा दिया था.
2600 गोवंश सर्दी में कहर रहीं
उन्होंने बताया कि साथ ही निगम से अधिक सर्दी को देखते हुए इन्हें बचाने के लिए भी कहा गया था, लेकिन निगम ने ध्यान नहीं दिया. हम सेवा कर रहे हैं, लगातार सफाई पर ध्यान देर रहे हैं, लेकिन सर्दी में तिरपाल, हीटर, के साथ-साथ पोष्टिक आहार के इंतजाम तो निगम को ही करने थे, जो समय रहते नहीं किए गए. कोटा शहर में इन दिनों कडाके की सर्दी पड़ रही है. ऐसे में गोवंश को बंधा धर्मपुरा और कायन हाउस गोशाला में मरने के लिए छोड़ रखा है. इतनी गायों की मौत के बाद भी यहां अभी 2600 गोवंश सर्दी में कहर रही हैं.
इन दोनों गोशालाओं का बजट भी किसी से छुपा नहीं है. बताया जा रहा है कि 18 करोड़ का बजट गोशालाओं के लिए आता है, जिसके बाद भी यहां व्यवस्थाओं के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है. यहां गायों को ना ही पोष्टिक आहार दिया जा रहा है. ना ही उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है. बता दें बंधा धर्मपुरा गोशाला में तीन प्रमुख बाड़े हैं, जिनमें स्वस्थ गायों का, दूसरा नंदी शाला और तीसरा बीमार गोवंशों का बाड़ा है. चौथा बाड़ा बड़ा है, लेकिन चौथे बाड़े में केवल गोशाला में सफाई के समय ही गोवंशों को छोड़ा जाता है.
बंधा धर्मपुरा गोशाला में हमेशा ही कीचड़
स्वस्थ गायों के बाड़े में ऊपर टीनशेड लगे हुए हैं. बाकी कुछ जगह से खुला है. बारिश में तो इन गायों का बचाव हो जाएगा, लेकिन सर्दी को रोका नहीं जा सकता. सर्दी से बचाव के दूसरे और कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. वहीं बंधा धर्मपुरा गोशाला की क्षमता से अधिक गोवंश को वहां रखा जा रहा है. उसकी क्षमता केवल 700 गायों की हैं, जबकी यहां एक हजार के करीब गायों को ढूस-ढूस कर रखा गया. बंधा धर्मपुरा गोशाला में हमेशा ही कीचड़ देखने को मिलता है, जिस कारण गोवंश गिरते रहते हैं. घायल हो जाते हैं और पर्याप्त मात्रा में विचरण भी नहीं कर पाते.
निगम की गोशालाओं में गोवंश को संभालने के लिए पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था नहीं हैं. यदि गोवंश बीमार हो जाए तो डॉक्टर तक नहीं है. केवल कंपाउंडर के भरोसे दोनों गोशालाएं चल रही है. करीब आठ कंपाउंडर गोशालों में गायों का इलाज करने के लिए हैं. पोष्टिक आहार की बात करें तो गायों को गुड, हल्दी, तेल, अजवाइन, हरा चारा दिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है. सर्दी से बचाव के लिए चारों और से ढका हुआ परिसर होना चाहिए, लेकिन ऐसा भी नहीं है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने पंडित दीनदयाल पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय और गौ-अनुसंधान संस्थान को दिया 3 करोड़ की राशि
लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार ने जनपद मथुरा स्थित पंडित दीनदयाल पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय और गौ-अनुसंधान संस्थान के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में पंचम किश्त के रूप में तीन करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है. स्वीकृत धनराशि का व्यय विश्वविद्यालय के सुनियोजित और सुव्यवस्थित संचालन में किया जायेगा.

पशुधन विभाग द्वारा इस संबंध में आवश्यक शासनादेश जारी करते हुए कुलपति, उत्तर प्रदेश पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय अनुसंधान संस्थान, को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
आदेश में कहा गया है कि स्वीकृत की जा रही धनराशि का व्यय अनुमोदित कार्य योजना और मदों में योजना के लिए निर्धारण गाइडलाइंस का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करते हुए किया जाए.
भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक पात्र व्यक्ति को योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी व लाभ मिले -पुष्कर सिंह धामी
13 जनवरी 2024,देहरादून मुख्यमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनपद टिहरी गढवाल की महिला लाभार्थियों से किया संवाद
मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान उत्साहित नजर आई महिला लाभार्थी
देहरादून, 12जनवरी, शुक्रवार मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनपद टिहरी गढवाल की महिला लाभार्थियों से मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संवाद स्थापित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 10 महिला लाभार्थियों से संवाद कर उनके विचार भी जाने। सभी ने उन्हें मिली सुविधाओं के प्रति प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। सभी लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि केंद्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से वे स्वयं तो लाभान्वित हुई ही हैं औरों को भी स्वरोजगार के प्रति प्रेरित करने का भी कार्य कर रही है। इससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में समाज के प्रत्येक वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई गई और उनका लाभ समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाया जा रहा है और यही विकसित भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य भी है कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति को योजनाओं का पूरा लाभ मिले। सरकार की योजनाओं की व्यापक जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिये राज्य की सभी ग्राम पंचायतों तक विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संबंधित विभागों द्वारा केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं को आम जन तक पहुचाने के लिए शिविरों के आयोजन और व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। समाज के प्रत्येक पात्र व्यक्ति को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके, इसके लिए उन्होंने विभिन्न योजनाओं का लाभ ले चुके लोगों को भी अन्य लोगों को इन योजनाओं की जानकारी देने का आह्वाहन किया। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि विभिन्न पात्र लोगों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके, इसके लिए योजनाओं के व्यापक प्रचार पर और अधिक ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मातृशक्ति द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये जा रहे अनेक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। हमें उत्पादों की पैकेजिंग और मार्केटिंग की दिशा में और कार्य करने होंगे।
मुख्यमंत्री को उत्पादन, समूह से जुड़ी महिलाओं ने विक्रय, आय आदि के संबंध में जानकारी दी। आपसी संवाद के मध्य मुख्यमंत्री ने सभी महिला समूहों को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निरंतर समूहों की मॉनिटरिंग करने तथा उनके उत्पादन को आगे बढ़ाने हेतु उनसे सुझाव लेकर उन्हें आवश्यक सहायता करने के भी निर्देश दिये।
आपसी संवाद के अवसर पर मनरेगा लाभान्वित संगीता रावत, ग्राम मन्दार विकासखण्ड जाखणीधार ने बताया कि उनके स्वंय सहायता समूह के 07 सदस्यों के द्वारा मन्दार में बैकरी संचालित की जा रही है,
जिसमें उत्पादन, मैनेजमेंट एवं सप्लाई का काम किया जा रहा है। इसके अतरिक्त वे दुग्ध डेयरी, इंटरलॉक्स टाईल्स निर्माण यूनिट में टाइल्स बनाने का काम रहे है, उनकी सम्पूर्ण कार्यों से 10 से 15 लाख तक सालाना आय होती है।
ग्राम छोटा स्यूटा की सीमा भण्डारी ने बताया कि उन्हें मनरेगा से फार्म मशीनरी बैंक एवं कॉमन वर्क शैड मिला है। आउटलेट में 10 लोग जुड़े है उनका वार्षिक टर्नऑवर 05 लाख है तथा प्रत्येक सदस्य 08 से 10 हजार कमा लेते हैं। ग्राम तिवाड़गांव थौलधार की उषा पंवार ने बताया कि वे कृषि एवं होमस्टे का काम कर रहे है। उन्हें कृषि विभाग से फार्म मशीनरी बैंक से वित्तीय सहायता मिली है। समूह से 05 सदस्य जुड़े है, इसके साथ ही बैंक सखी का काम भी कर रही है।
अंजनी देवी ग्राम पाली चम्बा ने बताया कि उनके द्वारा पीएम आवास योजना,आयुष्मान कार्ड व बीपीएल कार्ड का लाभ लिया गया है, पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन, स्पोन्सरशिप योजना तथा मुख्यमंत्री वात्सलय योजना से लाभान्वित पूजा एवं आरती ने बताया कि वे कक्षा 09 एवं 08 की छात्राएं तथा इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
पीकेवीवाई/मिलेट मिशन योजना से लाभान्वित शोभना देवी ग्राम किन्सू विकासखण्ड जौनपुर ने बताया कि उन्होंने कृषि विभाग, मनरेगा से वर्मी कम्पोस्ट, घेरबाड़, यंत्र आदि का लाभ लिया है। इसके साथ जैविक आउटलेट चला रही हैं, जिसमें मंडवा, झंगौरा, राजमा व तौर की दाल आदि रखा गया है। उनके द्वारा 113 का सीसीएल भी कराया है, समूह की सलाना आय 05 लाख है। उनके द्वारा जी-20 में भी प्रतिनिधित्व किया गया। ग्राम अलेरू छाम थौलधार की श्रीमती सुशीला देवी ने बताया कि उन्हें अटल आयुष्मान योजना के तहत बीमारी के दौरान दून अस्पताल में निःशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त हुई है !
आपसी संवाद के दौरान मुस्लिम मुहल्ला बौराडी नई टिहरी की श्रीमती रहीशा ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 02 लाख की वित्तीय सहायता से पक्का मकान प्राप्त हुआ है।
ग्राम किन्सू टिहरी की श्रीमती सुषमा देवी ने बताया कि उन्हें दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना के तहत शून्य ब्याज पर 01 लाख की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई।
ग्राम दुगली की श्रीमती संगीता डबराल ने बताया कि आटा चक्की एवं लघु संग्रहण केंद्र के माध्यम से वे स्वयं स्वरोजगार के साथ औरों को भी प्रेरित कर रही है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने वर्चुअली मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनपद टिहरी की सभी ग्राम पंचायते कवर हो चुकी हैं। जनपद की महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान बढ़-चढ़कर भाग लिया गया।
इस अवसर पर अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, आनन्द स्वरूप तथा वर्चुअल माध्यम से जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने नवी मुंबई में अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया
लगभग 17,840 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल और देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है
Delhi प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नवी मुंबई में आज अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने फोटो गैलरी और अटल सेतु के प्रदर्शित मॉडल का अवलोकन किया।
एमटीएचएल अटल सेतु का निर्माण 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है और यह लगभग 21.8 किमी लंबा 6-लेन का पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किमी और जमीन पर लगभग 5.5 किमी है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया:
“अटल सेतु का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जो हमारे नागरिकों के लिए जीवन की सुगमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पुल यात्रा के समय को कम करने और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने का वादा करता है, जिससे दैनिक आवागमन आसान हो जाएगा।”
Delighted to inaugurate Atal Setu, a significant step forward in enhancing the ‘Ease of Living’ for our citizens. This bridge promises to reduce travel time and boost connectivity, making daily commutes smoother. pic.twitter.com/B77PSiGhMK
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2024
प्रधानमंत्री के साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल, श्री रमेश बैस, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, श्री एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री, श्री देवेन्द्र फड़नवीस और श्री अजीत पवार भी थे।
अटल बिहारी वाजपेई सेवरी – न्हावा शेवा अटल सेतु
प्रधानमंत्री की कल्पना शहरी परिवहन बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को मजबूत करके नागरिकों की ‘आवाजाही आसान बनाकर’ सुधार करना है। इस कल्पना के अनुरूप, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल), जिसे अब ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु’ नाम दिया गया है, बनाया गया है। प्रधानमंत्री ने दिसम्बर 2016 में पुल की आधारशिला रखी थी।
अटल सेतु का निर्माण कुल 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। यह लगभग 21.8 किमी लंबा 6-लेन का पुल है जिसकी लंबाई समुद्र पर लगभग 16.5 किमी और भूमि पर लगभग 5.5 किमी है। यह भारत का सबसे लंबा और सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।
चकिया और नौगढ़ पुलिस ने 3 गौ तस्करों को किया गिरफ्तार
चंदौली जिले में पुलिस द्वारा पशु तस्करों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में पशु तस्करों की गिरफ्तारी की जा रही है। इसी क्रम में चकिया पुलिस टीम ने मूसाखाड़ बन्धी के पास से एक पशु तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। वही नौगढ़ पुलिस टीम द्वारा जमसोती जंगल के पास से दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है । इन तस्करों द्वारा गोवंशो को वध हेतु बेचने के लिए ले जाया जा रहा था।
बताते चलें कि नौगढ़ पुलिस टीम द्वारा जमासोती जंगल के पास से 10 गोवंशो को बरामद करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जिनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गौतस्करों ने की ग्रामीण पर फायरिंग, रामगढ़ से गायों को ले जाने में हुए कामयाब
महुवा थाना अंतर्गत रामगढ़ से अज्ञात गौ तस्कर पिकअप में गायों को भरकर ले जाने में कामयाब हो गए। गायों को पिकअप में भरते समय गौतस्करों द्वारा रामगढ़ निवासी एक युवक पर फायरिंग भी कर दी।रामगढ़ निवासी उदय सिंह मीणा ने बताया कि वह बाड़े में सो रहा था। जहां रात्रि को वाहन में पशुओं को पटकने की आवाज आने पर बाहर गया तो चार-पांच गौतस्कर पिकअप में गायों को पटक रहे थे। जैसे ही वह पास जाने लगा तो गौतस्करों ने उसपर देसी कट्टे से फायरिंग कर दी। इस पर वह वापस आ गया। दोबारा देखने गया तो गौ तस्कर वहां नहीं मिले और एक गाय भी गायब मिली। इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी।
सूचना पर पहुंची महुवा पुलिस ने नाकाबंदी करवाई और अनेक जगह गौतस्करों को तलाशा, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। मामले को लेकर रामगढ़ निवासी उदयसिंह ने महुवा थाने में मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने गौतस्करों द्वारा किए गए फायर का खोल बरामद कर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जानकारी मिलने पर रामगढ़ सरपंच पिंटू मीणा सहित अन्य ग्रामीण सुबह महुवा थाने पहुंचे और थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह सोलंकी को मामले की जानकारी दी।