नई दिल्ली: कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए कोर्ट ने 27 मई की डेडलाइन रखी है। इसे खरीदने के लिए हिंदूजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) ने 9,650 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था। लेकिन इसके लिए फंड जुटाना मुश्किल हो रहा है। कोई भी बैंक कंपनी को सस्ता लोन देने को तैयार नहीं है। सूत्रों के मुताबिक IIHL ने 8,000 करोड़ रुपये तक फंड जुटाने के लिए जापानी बैंकों से संपर्क साधा है। जापानी बैंकों के लिए अच्छी बात यह है कि रिलायंस कैपिटल का निप्पॉन लाइफ के संबंध रहा है। दोनों का भारत में एक जॉइंट इश्योरेंस वेंचर है। माना जा रहा है कि जापानी बैंक IIHL को अन्य बैंकों की तुलना में सस्ते दर पर लोन दे सकते हैं।
ईटी ने सबसे पहले 12 जुलाई को बताया था कि रिलायंस कैपिटल की डील को फंडिंग करने के लिए हिंदूजा ग्रुप ग्लोबल प्राइवेट क्रेडिट फंड्स से एक बिलियन डॉलर जुटाने की कोशिश में है। लेकिन उन स्रोतों से फंड 15-16% की दर से मिल सकता है। यही वजह है कि ग्रुप अब सस्ते स्रोतों की तलाश में है। सूत्रों के अनुसार हिंदूजा ग्रुप की तीन जापानी बैंकों मिजुहो, SMBC और MUFG के साथ बातचीत चल रही है। ग्रुप को यह लोन पांच साल के लिए सालाना 8-9% की दर पर मिल सकता है। लेकिन फंडिंग को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। IIHL इस नए रूट के जरिए से कम से कम आधी राशि जुटा सकता है लेकिन हिंदूजा परिवार को कुल फंडिंग की बाकी राशि अपनी जेब से भरनी होगी। हिंदूजा ग्रुप ने इस बारे में ET के सवालों का जवाब नहीं दिया। मिजुहो के अधिकारी टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे जबकि MUFG और SMBC ने प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया।