बदायूं: उत्तर प्रदेश का बदायूं (Badaun Case) शहर सदमे से बाहर नहीं निकल सका है। हर शख्स की जुबां पर मासूम बच्चों के साथ हुए जघन्य हत्याकांड की ही चर्चा है। सवाल बना हुआ है कि आखिर साजिद और जावेद ने आखिर क्यों इस वहशियाना घटना को अंजाम दिया। आरोपियों ने जघन्य तरीके से वारदात को अंजाम दिया। जिस किसी ने भी घटनास्थल पर जाकर उस मंजर को देखा, उसके होश उड़ गए। गर्दन काटने के बाद भी शरीर के अन्य हिस्सों पर वार करते रहे।
गर्दन, सीने, पीठ, हाथ पर कई वार
हेयर ड्रेसर साजिद और जावेद ने घर में आकर उधार लेने और चाय पीने के बाद ऊपर जाकर मासूम बच्चों को मार डाला। कमरे में अचानक से मुंह दबाकर गर्दन पर उस्तरे से गर्दन काट दिया। फिर सीने, पीठ, हाथ पर ताबड़तोड़ कई वार किए। आयुष और अहान के साथ नृशंसता की हदें पार कर दी गईं। दोनों बच्चे करीब 10 मिनट तक जान बचाने के लिए जूझते रहे।
साजिद ने 24 बार किए बच्चों पर वार
पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हुई है कि साजिद ने 24 बार उस्तरे और चाकू से वार किया। रिपोर्ट के अनुसार छोटे बच्चे अहान के शरीर पर 9 वार और आयुष के शरीर पर 14 वार हुए। बुधवार सुबह ही दोनों बच्चों का पोस्टमॉर्टम कर दिया गया। फिर 10 बजे कछला घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं आरोपी साजिद का एनकाउंटर के बाद पोस्टमॉर्टम हुआ, जिसमें उसके शरीर में 3 गोलियां लगी मालूम हुईं। सखानू में उसे सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
बदायूं में बच्चों की मां का रो-रोकर बुरा हाल,
सबसे पूछ रही माँ यही सवाल…मेरे बेटे ने किस “पैगम्बर” पर टिप्पणी की थी ?
मेरे बच्चों ने किस “इस्लाम” पर टिप्पणी की थी ?मेरे बच्चे तो मोहम्मद साजिद और मोहम्मद जावेद को भैया बुलाते थे ?
सिक्यूलरिज़िम के कीड़ों जवाब दो आज इस माँ को… pic.twitter.com/4CUX18RWRJ
— Dr. Sudhanshu Trivedi Satire (@Sudanshutrivedi) March 20, 2024