इंदौर: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए घोषणा की थी कि गाय के पालन पोषण के लिए प्रदेशभर की गौशालाओं को 40 रुपए प्रति गाय दिया जाएगा. हालांकि, किसी भी गौशाला संचालक को अभी तक 40 रुपए प्रति गाय नहीं मिला है. इसको लेकर कई बार गौशाला संचालकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखे हैं.
गौशाला संचालकों को नहीं मिली अनुदान राशि
दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा गौशाला संचालकों को गाय की देखभाल करने के लिए प्रति गाय 20 रुपए दिया जाता था. इस राशि को बढ़ाकर सीएम मोहन यादव ने 40 रुपए करने की घोषणा की थी, लेकिन कई गौशालाओं को बड़ी हुई राशि के तहत पैसा मिलना शुरू नहीं हुआ. साथ ही घोषणा के बाद कई गोशालाओं को बीते 5 महीने से रुपए भी नहीं मिल रहा है. जिसके चलते गौशालाओं का संचालन करने वाले को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.इंदौर पंचकुइयां आश्रम के महामंडलेश्वर रामगोपाल दास महाराज ने कहा, “सरकार के घोषणा से पहले हमें कई दानदाताओं द्वारा गौशाला संचालन के लिए रुपए दिया जाता था. लेकिन, घोषणा के बाद लोगों ने दान देना बंद कर दिया. मुझे तकरीबन सात लाख रुपए उधार लेकर गायों के लिए भूसा भरना पड़ा. लगभग 5 महीने से गौशाला संचालकों को पैसा नहीं मिल रहा है. इसको लेकर कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों और मुख्यमंत्री को भी जानकारी दी गई है. लेकिन, अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है.”
जानकारी के अनुसार, इंदौर जिले में लगभग 12 ऐसी गौशालाएं हैं जिले 5 महीने से अनुदान राशि नहीं मिली है. जिसके चलते सभी गौशाला संचालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.