(पवन वर्मा-विनायक फीचर्स)
गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने लोगों को अंतस तक झकझोर दिया है। ऐसा भीषण हादसा और उसके वीडियो देखकर लोग कराह उठे। इस विमान हादसे में 268 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी इस हादसे में काल के गाल में समां गए। यह पहला मौका नहीं है जब देश ने विमान हादसे में किसी नेता को खोया हो, इससे पहले भी देश के कई नेता विमान हादसों में समय से पहले इस दुनिया को अलविदा कहते हुए अनंत यात्रा पर चले गए। इनमें अब विजय रूपाणी का नाम भी जुड़ गया है। 
रुपाणी पहली बार 2016 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने, इसके बाद चुनाव में फिर से भाजपा की सरकार बनी और वे फिर से मुख्यमंत्री बनाए गए। विजय रुपाणी 2021 तक मुख्यमंत्री रहे थे। करीब 60 साल पहले भी गुजरात ने विमान हादसे में अपना एक वरिष्ठ नेता खो दिया था। वर्ष 1965 में हुई एक विमान दुर्घटना में गुजरात राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री बलवंत राय मेहता का निधन हो गया था।

बलवंत राय मेहता के असमय गुजर जाने के करीब आठ साल बाद फिर एक नेता को विमान दुर्घटना लील गई। दिल्ली के पास हुए हादसे में एस. मोहन कुमार मंगलम की मौत हो गई थी। यह हादसा 31 मई 1973 में हुआ था। मंगलम पूर्व सांसद और मंत्री थे।

संजय गांधी की हवाई हादसे में मारे गए थे

संजय गांधी भी ऐसे ही हादसे में मारे गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र और कांग्रेस के कद्दावर नेता संजय गांधी के विमान का हादसा दिल्ली के पास हुआ था। यह घटना 23 जून 1980 की है। संजय गांधी ग्लाइडर में करतब दिखाते हुए दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे और उनकी मौत हो गई ।

पंजाब के पूर्व राज्यपाल सुरेंद्र नाथ की भी मौत विमान हादसे में हुई थी। हादसा इतना दर्दनाक था कि उनके परिवार के 9 लोग भी इसमें असमय मौत के मुंह में चले गए थे। यह हादसा हिमाचल में 9 जुलाई 1994 को हुआ था।
इसके बाद ऐसे ही एक हादसे में पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री एनवीएन सोमू की मौत हुई थी। यह घटना 14 नवंबर 1997 की है। यह हादसा तवांग के पास हुआ था। मई 2001 में अरुणाचल प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री डेरा नाटुंग की भी विमान दुर्घटना में मौत हो गयी थी।

माधवराव सिंधिया की भी प्लेन क्रेश में हुई थी मौत

इसके बाद जिस नेता की विमान हादसे में जान गई, उसने मध्यप्रदेश को झकझोर दिया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया का मध्य प्रदेश में उस वक्त खासा प्रभाव था, उनका निधन भी हवाई दुर्घटना में हुआ था। सिंधिया के साथ यह हादसा 30 सितंबर 2001 को हुआ था। कानपुर के पास उनका प्लेन क्रेश हो गया था, इसमें उनके साथ सात और लोगों की भी मौत हुई थी।

बालयोगी का भी ऐसे ही हुआ निधन

लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी को भी हम हैलीकॉप्टर क्रैश में खो चुके हैं। उनका हादसा तीन मार्च 2002 को हुआ था।
मेघालय के पूर्व मंत्री साइप्रियन संगमा का निधन 22 सितंबर 2004 को हेलीकॉप्टर क्रैश में हुआ था। हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री और उद्योगपति सुरेंद्र सिंह और ओपी जिंदल का भी हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। यह घटना मार्च 2005 की थी। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत भी हेलीकॉप्टर क्रैश होने से दो सितंबर 2009 को हो गई थी। वहीं तीस अप्रैल 2011 को अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू सहित पांच लोगों की मौत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत

नेताजी सुभाष चंद्र बोस का निधन 18 अगस्त 1945 को ताइहोकू, जापानी फॉमोर्सा (अब ताइपेई, ताइवान) में एक विमान दुर्घटना में हुआ था। वह जापानी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल सुनामासा शिदेई के अतिथि के रूप में बमवर्षक विमान में यात्रा कर रहे थे जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि, बोस की मृत्यु को लेकर कई विवाद और अनिश्चितताएं हैं,माना जाता है कि इस दुर्घटना में नेताजी सुरक्षित बच निकले थे लेकिन आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार इस दुर्घटना में ही उनका निधन हो गया था। (विनायक फीचर्स)

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