छत्तीसगढ़- पुलिस को गांवों में लगने वाले ऐसे साप्ताहिक बाजारों में नजर रखने की जरूरत है ताकि लगातार हो रहे गौ तस्कर पर विराम लग सके और गौ तस्करी में संलिप्त आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ सके। – रायगढ़ जिले में गौ तस्करी का खेल एक लंबे अर्से से खेला जा रहा है। कुछेक मामलों में पुलिस को सफलता मिलती जरूर है परंतु आज भी गौ तस्करी निरंतर जारी है। वहीं कुछ गौ तस्कर गांव के कुछ जनप्रतिनिधियों के सहयोग से अपने अवैध कार्य में सफल हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला इन दिनों घरधोड़ा क्षेत्र के बैहामुड़ा साप्ताहिक बाजार में देखने को मिल रहा है।
पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद जिले में गौ तस्कर काफी सक्रिय हैं। गौ तस्करों के द्वारा जहां एक गांव से दूसरे गांव होते हुए मवेशियों को बूचड़ खाना तक पहुंचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है, वहीं कुछ गौ तस्कर खुलेआम गांवो में लगने वाले साप्ताहिक बाजार की आड में मवेशी खरीदी बिक्री कर उन्हें दीगर प्रांतों में मोटी रकम लेकर बेच दिया जा रहा है।
घरघोड़ा क्षेत्र के बैहामुड़ा में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में मवेशियों की खरीदी बिक्री खुलेआम की जा रही है। इस क्षेत्र में गौ तस्कर एक लंबे अर्से से सक्रिय हैं। गौ तस्कर के एक गिरोह के द्वारा गौ वंश को घेर कर बाजारों तक ले जाते हुए उन्हें दूसरे गिरोह तक पहंुचाया जा रहा है जो उनके द्वारा पहले से गाड़ी की व्यवस्था करते हुए मवेशियों को ठूस ठूस कर वाहनों में भरकर आसानी से पुलिस की आंखों में झूल झोंककर बुचड़ खाना तक पहुंचाया जा रहा है।
पुलिस को गांवों में लगने वाले ऐसे साप्ताहिक बाजारों में नजर रखने की जरूरत है ताकि लगातार हो रहे गौ तस्कर पर विराम लग सके और गौ तस्करी में संलिप्त आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ सके।