Home National देश में पहली बार हरित ऊर्जा के उपयोग में एक क्रांतिकारी पहल

देश में पहली बार हरित ऊर्जा के उपयोग में एक क्रांतिकारी पहल

600 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न कर तकरीबन 35.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन-डाइऑक्साइड उत्सर्जन रोकने के लिए एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के बीच ऐतिहासिक समझौता

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600 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न कर तकरीबन 35.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन-डाइऑक्साइड उत्सर्जन रोकने के लिए एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के बीच ऐतिहासिक समझौता

डॉ. आर बी चौधरी

एनएलसी इंडिया लिमिटेड की हरित शाखा एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनआईजीईएल) ने 600 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) के साथ बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए जिसे माना जा रहा है कि तकरीबन 35.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन-डाइऑक्साइड उत्सर्जन से बचने के लिए 600 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के बीच ऐतिहासिक समझौता देश के देश की हरित ऊर्जा उत्पादन और खपत की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।

एनएलसी इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) ने भविष्य की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को पूरा करने के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनआईजीईएल) को हाल ही में शामिल किया है जिसका उद्देश्य है कि हरित ऊर्जा का उत्पादन कर पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियां को सुलझाने के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित हो। एनएलसी इंडिया लिमिटेड की हरित शाखा एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनआईजीईएल) की ओर जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह सहायक कंपनी विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी और इस प्रकार अपने लाभ के लिए अपने अनुभव और ज्ञान का लाभ उठाएगी।

इस दिशा में एनएलसीआईएल ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से जीयूवीएनएल द्वारा जारी जीएसईसीएल खावड़ा सोलर पार्क टेंडर में 600 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना हासिल की है। जिसमें हरित ऊर्जा पैदा करने वाली पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी (डब्ल्यूओएस) के तहत आरई परियोजनाओं को विकसित करने की नीति के अनुरूप, परियोजना विकास को एनआईजीईएल के साथ जोड़ा गया है। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि देश में अपने किस्म की एक अनोखी एवं विशेष पहल के रूप में, एनआईजीईएल ने गुजरात के भुज जिले के खावड़ा सोलर पार्क में प्रस्तावित 600 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) के साथ बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार-परियोजना से रु 2.705/किलोवाट बिजली पीपीए टैरिफ दर से जीयूवीएनएल द्वारा खरीदी जाएगी। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि  इस समझौते के दौरान में 39.447 बीयू (बिलियन यूनिट) की संचयी बिजली उत्पादन के साथ हर साल 1,577.88 एमयू (मिलियन यूनिट) बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इस परियोजना के तहत सबसे महत्वपूर्ण तथा रोचक बात यह है किपरियोजना अवधि के दौरान के दौरान लगभग 35.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन से होने वाली हानि सुरक्षा करेगा।
दोनों पक्षों में हुए समझौते पर एनआईजीईएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा वडोदरा में जीयूवीएनएल के जीएम (नवीकरणीय) के साथ एनआईजीईएल के अध्यक्ष, निदेशक और सीएफओ की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर निगेल के अध्यक्ष प्रसन्ना कुमार मोटुपल्ली ने कहा , “इस परियोजना को सभी आसानी से उपलब्ध आवश्यक बुनियादी ढांचे और बेची गई बिजली के लिए भुगतान सुरक्षा के साथ एक सोलर पार्क का लाभ मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि ग्रीन-शू विकल्प में अतिरिक्त क्षमता हासिल करके, पैमाने के कारण परियोजना अर्थव्यवस्था में सुधार किया गया है।
खावड़ा सोलर पार्क में प्रस्तावित 600 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना आज की तारीख में एनएलसीआईएल द्वारा विकसित सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना होगी।
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