अलवर. गौ सेवा और गौ रक्षा के संकल्प के साथ राजस्थान पत्रिका की पहल पर सोमवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तिजारा फाटक स्थित सभागार में आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर सामूहिक रूप से प्रार्थना सभा आयोजित कर लंपी पीडित गौ माता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई। इसके साथ ही लंपी से पीडित गौ माता को गोद लेने और उसकी हर संभव सेवा करने का संकल्प भी लिया गया। इस अवसर पर जिला स्तरीय लंपी वार्ड के इंचार्ज और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ विमल कुमार ने कहा कि लंपी बीमारी का सामना करने के लिए जन सहभागिता बढ़ाई जाए। गऊओं के प्रति हम संवेदनशील बने और जहां कहीं भी गाय को खराब स्थिति में देखें तो उसको उचित स्थान पर पहुंचा कर उसके इलाज और देखभाल का प्रबंध करें।
एक श्रेष्ठ सतयुगी संसार गऊ के बिना साकार नहीं होगाब्रह्माकुमारी केंद्र संचालिका राजयोगिनी बी.के. ममता दीदी ने गौ माता की आत्मा की शांति और सुखद स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना और मंगल कामना करवाई। उन्होंने भारतीय सनातन संस्कृति में गाय के योगदान पर भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि किसी मनुष्य के जीवन में जो महत्व उसकी मां का होता है, वह महत्व गौ का होता है। गऊओं की प्रेम भाव से की गई सेवा का फल अवश्य प्राप्त होता है। घर में जो रोटी बनती है उसमें पहली रोटी गाय के लिए हमेशा निकाली जाए। अपने तन, मन, धन, समय और शक्ति गऊओं के प्रति यदि हम देंगे तो गौ माता की रक्षा हो सकती हैं। एक श्रेष्ठ सतयुगी संसार गऊ के बिना साकार नहीं हो सकता। गाय संकट में है तो सारी जीव सृष्टि संकट में है। मन के शुभ संकल्प से एक मनसा यज्ञ करें और गऊओं के संवर्धन के लिए सभी योगदान दें। इस अवसर पर सार्वजनिक गौशाला समिति रेलवे स्टेशन के प्रतिनिधि की ओर से गौ माता को गोद लेने के लिए आवेदन भी दिए गए।
प्रार्थना में ये हुए शामिल