कुरुक्षेत्र, गीता स्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्ण भगवान के विराट स्वरूप के जल्द ही दर्शन होंगे। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने 30 जून को विराट स्वरूप के लोकार्पण का निर्णय लिया है और इसकी तैयारी तेज कर दी हैं। इसके साथ गीता ज्ञान संस्थानम् में गीता पर सेमिनार किया गया जाएगा। विराट स्वरूप के लोकार्पण में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं संघ के सर संघचालक मोहन भागवत होंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। विराट स्वरूप करीब 42 महीने में बनकर तैयार हुआ है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने ज्योतिसर स्थित गीता की जन्मस्थली पर श्रीकृष्ण भगवान का विराट स्वरूप लगाने का फैसला लिया था। वर्ष 2018 के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में श्रीकृष्ण भगवान के विराट स्वरूप का भूमि पूजन भी मोहन भागवत ने किया था। विराट स्वरूप पर लाइट एंड साउंड शो लगाया जाएगा। यहां शाम के समय श्रीकृष्ण भगवान के विराट स्वरूप के दर्शन किए जा
सकेंगे। ज्योतिसर तीर्थ पर एक लाइट एंड साउंड शो पहले
से है। अब इनकी संख्या दो हो जाएगी।
विराट स्वरूप से कुरुक्षेत्र को मिलेगा नया आकर्षण
भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप को उत्तर प्रदेश के नोएडा में राम सुतार क्रिएशन में बनवाया गया है। राम सुतार ने इसको 80 कारीगरों की मदद से तैयार किया है। 13 अगस्त 2021 को नोएडा से दो ट्रकों में ज्योतिसर तीर्थ पर लाया गया था। इसके बाद इसको फाउंडेशन पर स्थापित किया गया। श्रीकृष्ण भगवान के विराट स्वरूप के साथ अर्जुन और रथ को भी स्थापित किया गया है। विराट स्वरूप में योगेश्वर कृष्ण के अलावा श्री गणेश, ब्रह्मा, शिव, भगवान विष्णु का नरङ्क्षसह रूप हनुमान जी, भगवान परशुराम, एग्रीव और अग्नि देव और पांवों से लेकर मूर्ति से लिपटे सिर के ऊपर छांव करते शेषनाग के दर्शन हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश विदेश से कुरुक्षेत्र पहुंचने वाले लोगों के अलावा तीर्थ यात्रियों के लिए कुरुक्षेत्र में यह नया आकर्षण होगा।
गीता-महाभारत थीम पार्क,
मान्यता है कि श्रीकृष्ण भगवान ने ज्योतिसर गांव की धरती पर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने ज्योतिसर तीर्थ पर गीता और महाभारत पर आधारित थीम पार्क बनाने का फैसला लिया। यह विराट स्वरूप सहित करीब 250 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। पर्यटन विभाग पहले पीडब्ल्यूडी से निर्माण कार्य करा रहा था। भवन निर्माण का कार्य 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। अब पर्यटन विभाग ने इसे वापस अपने हाथों में ले लिया है। यहां अलग-अलग बिल्डिंग में गीता, महाभारत और श्रीकृष्ण को दर्शाया जाएगा। थ्री-डी कैमरों और अन्य आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा।