गाय बछड़ों के बीच बीता था शिवकुमार का बचपन
गाय की महिमा को सिर्फ हिन्दू सनातनी ही नहीं, बल्कि पूरा विश्व मानता है। लगभग हर धर्म जाति में गाय को महत्व दिया जाता है। यहां तक कि बॉलीवुड और टेलीवुड से जुड़ी हस्तियां भी गाय का सम्मान करती है, यह अलग बात है कि व्यसतता की वजह से वे अपने विचार खुल कर प्रकट नहीं कर पाते हैं। ऐसे ही बॉलीवुड से जुड़े प्रशिद्ध अभिनेता हैं शिव कुमार, जिन्होंने निमकी मुखिया जैसे सीरियल में झरिया का किरदार करके अपने अभिनय की छाप छोड़ी थी, जो कि गाय को माता के समान मान कर गाय का ना सिर्फ सम्मान करते हैं, बल्कि उनका बचपन तक गांव में गायों और बछड़ों के बीच बीता था। इसलिए वे गायों के साथ अपना भावनात्मक सम्बन्ध ज्यादा ही जुड़ा हुआ पाते है। शिवकुमार मानते हैं कि गाय हमको ईश्वर का दिया हुआ सबसे खूबसूरत इनाम है। शिव कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के बनारस के पास भदोही जिला रामपुर के पास सेमोही गांव में हुआ था। वे गांव में काफी समय तक रहे थे। लेकिन पिताजी के देहांत के बाद उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई। वे कुछ बनने की ललक लेकर मुंबई में आ गए और जीवन यापन करने के लिए संघर्ष करने लगे। उन्होंने मुंबई में कई नौकरी बदली लेकिन उन्हें संतुष्टि नहीं मिली। वे पत्रकारिता से भी जुड़ गये। फिर एक दिन अचानक ही शिव कुमार को अहसास हुआ कि उनके जीवन का मकसद सिर्फ जॉब करके पेट भरना नहीं है। वे तो एक अभिनेता हैं और अभिनय करना ही उनके जीवन का मकसद है। इसके बाद उनका कड़ा संघर्ष रंग लाया और शिव कुमार को चांद छुपा बादल में, ससुराल गेंदा फूल, यह रिस्ता क्या कहलाता है जैसे सीरियल और कई फिल्मों में काम मिलने लगा। वे काफी पॉपुलर हो गए और अभिनय में व्यस्त हो गए। फिर उन्हें मिला स्टार भारत में निमकी मुखिया, जिसमें झरिया के किरदार में वे छा गए।
(सुनील बडोला)