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नतीजे से पहले बागियों से सुलह की कोशिश में बीजेपी और कांग्रेस

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नतीजे से पहले बागियों से सुलह की कोशिश में बीजेपी और कांग्रेस

12 नवंबर को हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के 20 से अधिक बागी उम्मीदवार निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में थे। जबकि कम से कम कांग्रेस के 10 बागी उम्मीदवार दिखाई दिए थे।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीदों के बीच दोनों पार्टियां अपने बागी उम्मीदवारों पर कड़ी नजर जमाए हुए हैं। 12 नवंबर को हुए हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश कभी त्रिशंकु विधानसभा नहीं रही है लेकिन दोनों दलों के बागी नेताओं से घिरे होने से इस बार ऐसा होने की संभावना बनी हुई है।

दोनों दलों के सामने बागी उम्मीदवारों की चुनौती

12 नवंबर को हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के 20 से अधिक बागी उम्मीदवार निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में थे। जबकि कम से कम कांग्रेस के 10 बागी उम्मीदवार दिखाई दिए थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल के कई दौरे किए। जबकि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने चुनावी अभियान के दौरान कई बागी नेताओं से से मुलाकात की थी।

हिमाचल के फतेहपुर से भाजपा के बागी उम्मीदवार कृपाल सिंह परमार ने दावा किया था कि उन्हें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया था जिसमें उन्होंने परमार से चुनावी मैदान से हट जाने की बात कही थी। भाजपा इस बार 11 मौजूदा विधायकों के टिकट रद्द कर दिए थे। सूत्रों के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस दोनों अपने बागी उम्मीदवारों के संपर्क में हैं। जबकि कई नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से निलंबित कर दिया गया था।

बागियों की भूमिका महत्वपूर्ण

2017 के हिमाचल विधानसभा चुनावों में छह सीटों पर जीत का अंतर लगभग 1,000 वोट या उससे कम था। बीजेपी प्रवक्ता करण नंदा का मानना है कि अगर अल्पमत की सरकार बनती है तो निर्दलीयों की भूमिका अहम होगी। कांग्रेस का आरोप है कि करीबी मुकाबले की स्थिति में बीजेपी खरीद-फरोख्त में कर सकती है।

प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष नरेश चौहान कहते हैं कि भाजपा के पास बहुत सारे संसाधन हैं। अगर चुनाव उनके पक्ष में नहीं जाता है तो वे इसका इस्तेमाल करने के लिए तैयार होंगे। क्योंकि भाजपा ने ऐसा कई राज्यों में पहले किया है। उन्होने आगे कहा कि चुनाव कांग्रेस ने इस बार एक अच्छा चुनाव लड़ा है और हम सरकार बनाने की उम्मीद करते हैं।

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