Home Gau Samachar पितृ पक्ष में गाय को घर की पहली रोटी देना क्यों है

पितृ पक्ष में गाय को घर की पहली रोटी देना क्यों है

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नैनीताल: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का बहुत अधिक महत्व है. पितृ पक्ष शुरू हो चुका है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस समय हमारे पूर्वज पृथ्वी पर आते हैं और सभी के दुखों को दूर करते हैं. सर्व पितृ अमावस्या के साथ इस महत्वपूर्ण समय का समापन हो जाता है. इसके बाद पितर अपने धाम पितृ लोक में वापस चले जाते हैं. पितृ पक्ष में गाय को ग्रास खिलाने का बेहद महत्व है.

उत्तराखंड के नैनीताल निवासी पंडित प्रकाश जोशी ने लोकल 18 को बताया कि पितृ पक्ष में हर रोज गाय को चारा और गौ ग्रास(रोटी) खिलाना चाहिए. ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है साथ ही देवी देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है. शास्त्रों में बताया गया है कि पितृ पक्ष में पूरी भावना के साथ गाय को चारा खिलाने से श्राद्ध का पूरा फल मिलता है, और पितृ भी तृप्त होते हैं. पितृ पक्ष में गाय को रोटी और हरा चारा खिलाने से पितरों का परिवार पर सदैव आशीर्वाद बना रहता है.

पितृ पक्ष में जरूर करें ये काम
पंडित प्रकाश जोशी आगे बताते हैं कि पितृ पक्ष में हर दिन तर्पण करना चाहिए. लेकिन जिनके माता पिता जीवित हैं, उनके लिए तर्पण का नियम लागू नहीं होता है. जिनके माता पिता जीवित हैं, वे हर रोज सुबह पितर और ईष्टदेवों का ध्यान करते हुए सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए. साथ ही वो लोग भी सुबह गौ माता को रोटी दें सकते हैं. इससे देवता भी प्रसन्न होते हैं. और मनोकामनाओं की पूर्ति भी होती है.

क्या होता है गौ ग्रास?
पंडित प्रकाश जोशी बताते हैं कि भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए निकलना ही गौ ग्रास कहलाता है. गौ ग्रास सुबह सुबह बनने वाले भोजन से पहली रोटी निकालकर स्नान आदि करके गौ माता को खिलाना चाहिए. वहीं यदि आस पास गाय न हो तो निकटवर्ती गौशाला में जाकर गौ ग्रास के लिए उपयुक्त राशि दान के रूप में दिया जा सकता है. वहीं श्राद्ध पक्ष के दौरान गौ माता का सेवा करना भी फलदायक होता है. मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होने हैं और पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है.

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