मुम्बई। अटल बिहारी वाजपेयी भारत के एक अनुकरणीय नेता, प्रसिद्ध कवि, लेखक, भारत के पूर्व प्रधान मंत्री, उत्कृष्ट वक्ता और मानवीय राजनीतिज्ञ थे। विनोद भानुशाली और संदीप सिंह ने भारत के बेस्ट सेलिंग बुक ‘3 टाइम प्राइम मिनिस्टर’ के अधिकार हासिल कर लिए हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह-संस्थापक और वरिष्ठ नेता भी थे।
फिल्म ‘मैं रहूं या ना रहूं, ये देश रहना चाहिए – अटल’ जो पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब ‘द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिशियन एंड पैराडॉक्स’ का एक नाटकीय रूपांतरण है जिसे प्रसिद्ध लेखक उल्लेख एन पी ने लिखा है।
विनोद भानुशाली और संदीप सिंह ने देश के सबसे शानदार लीडर अटल बिहारी वाजपेयी जी की एपिक लाइफ पर फिल्म बनाने के लिए हाथ मिलाया है।
निर्माता विनोद भानुशाली कहते हैं कि मैं अपनी पूरी लाइफ में अटल जी का सबसे बड़ा प्रशंसक रहा हूं। जो एक जन्मजात नेता,उत्कृष्ट राजनेता,और दूरदर्शी थे। हमारे राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान अद्वितीय है, और यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड उनकी विरासत को सिल्वर स्क्रीन पर ला रहा है।
निर्माता संदीप सिंह का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय इतिहास के महानतम नेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपने शब्दों से दुश्मनों का दिल जीता था, उन्होंने सकारात्मक रूप से राष्ट्र का नेतृत्व किया और प्रगतिशील भारत का प्रिंट तैयार किया। एक फिल्म निर्माता होने के नाते, मुझे लगता है कि सिनेमा ऐसी अनकही कहानियों को प्रस्तुत करने का सबसे अच्छा माध्यम है, जो न केवल उनकी राजनीतिक विचारधाराओं पर प्रकाश डालेगी, बल्कि उनके मानवीय और काव्यात्मक पहलुओं को भी उजागर करेगी, जिसने उन्हें सबसे प्रिय “विपक्ष का नेता” और साथ ही भारत का सबसे प्रगतिशील प्रधानमंत्री बना दिया था।
फिल्म के निर्माता जल्द ही फिल्म के अभिनेता और निर्देशक की घोषणा करेंगे। फिल्म की शूटिंग 2023 के शुरुआत में शुरू की जाएगी, जो भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 99 वीं जयंती, क्रिसमस 2023 में रिलीज होगी।
भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड और लीजेंड स्टूडियो द्वारा प्रस्तुत ‘अटल’ विनोद भानुशाली, संदीप सिंह, सैम खान, कमलेश भानुशाली और विशाल गुरनानी द्वारा निर्माण किया जा रहा है, और जूही पारेख मेहता, जीशान अहमद और शिव शर्मा इस फिल्म को सह निर्माण कर रहे हैं।