पलवल  गौ को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए पदयात्रा कर रहे जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने पलवल में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा की सनातन धर्म में गौ हत्या महापाप है। गोहत्या करने वाले को समर्थन देने वाले को भी यह पाप लगता है। इसलिये सत्ता में आकर गोहत्या करने वाले राजनीतिक दलों को मत देकर उन्हें सत्ता में लाने वाले मतदाताओं को भी गोहत्या का पाप लग रहा है। हिन्दुओं को इससे बचने और अपने मताधिकार का सही प्रयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा की इसी उद्देश्य को लेकर उन्होंने यह पदयात्रा शुरू की है।

जगदगुरू शंकराचार्य ने कहा कि हमारे शास्त्र हमें बताते हैं कि गौमाता सर्वदेवमयी है। इनकी पूजा करने से 33 करोड देवी-देवताओं की पूजा एक साथ हो जाती है। इनका स्थान सर्वोपरि है। तभी तो सनातन धर्म में देवता और गुरु के लिए नहीं, अपितु गौमाता के लिए पहली रोटी (गौ-ग्रास) निकालने का नियम है।
हमारे देश का यह भी गौरवपूर्ण इतिहास रहा है कि चक्रवर्ती सम्राट दिलीप और भगवान राम कृष्ण आदि ने भी गौ सेवा की है। परन्तु बहुसंख्यक गौ-पूजक सनातनियों के इस देश में आज गौमाता की हत्या हो रही है जो हम सबके लिए कलंक है। इसी कलंक को भारत की भूमि से मिटाने के लिए पूर्व में भी अनेक संतों ने धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाराज एवं शंकराचार्यों के नेतृत्व में गोरक्षा आंदोलन किया था।
तब से अब तक अनेक सरकारें आईं पर किसी ने भी गोहत्या बंदी की उद्घोषणा नहीं की बल्कि मुगलों, आक्रमणकारियों और अंग्रेजों द्वारा की जा रही गौ हत्या को बढ़ावा देती रहीं। अब जब देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और रामजी के आने की बात कही जा रही है तब भी अमृत (दूध) देने वाली गोमाता की हत्या होती रहे तो ये सरासर अन्याय है और आम हिन्दू मतदाताओं को पाप में डालने वाला काम है जिसे किसी भी दशा में रोका जाना चाहिए। इसलिए हम सब हिन्दू सनातनी चाहते हैं कि भारत में गोहत्या को दंडनीय अपराध माना जाए और गौमाता को पशु सूची से निकालकर राष्ट्रमाता का सम्मान दिया जाए। उन्होंने कहा की आगामी चुनाव में कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी यह अभी से नहीं कहा जा सकता।
इसलिए आप सब यह स्पष्ट निर्णय कर लें कि जिस भी पार्टी की सरकार बने उसे शपथ ग्रहण करते ही सबसे पहला कार्य गोहत्या बंद कराकर गौ को राष्ट्र माता घोषित करने का कार्य करना होगा। आपके द्वार पर जो भी वोट लेने आए उनसे आप ये कह सकते हैं कि गौ हत्या न करने का शपथ-पत्र लिखित रूप से देने पर ही वोट दिया जाएगा ताकि आपको स्वयं गोहत्या का पाप न लगे।गोमाता को राष्ट्र माता घोषित कराने के लिए हम स्वयं 14 फरवरी 2024 को  वृंदावन से दिल्ली तक की पदयात्रा कर रहे हैं। यह यात्रा गोवर्धन परिक्रमा से आरम्भ होगी और वर्ष 1966 में जहाँ गौ भक्तों पर गोली चली थी संसद भवन दिल्ली के उस स्थान पर जाकर गो की रक्षा करने के संकल्प के साथ पूर्ण होगी। मार्ग में सभी राजनीतिक दलों को अवसर होगा कि वे यात्रा में सम्मिलित होकर गोरक्षा का संकल्प लें और उद्घोषणा करें।
एनडीए और इंडिया की तर्ज पर होगा गो-गठबंधन
जो पार्टियां भारत की भूमि से गौ हत्या बन्द करने का शपथ-पत्र देंगी वे पार्टियां इस यात्रा में सम्मिलित होकर अपना शपथ-पत्र दे सकती हैं। जो भी राजनीतिक दल इस प्रकार का शपथ-पत्र देकर भारत से गौ हत्या बन्द कराने की स्पष्ट घोषणा करेगा हम उस दल को गो-गठबन्धन का अंग मानकर मतदान करने के लिए सनातनी हिन्दू समाज से अपील करेंगे क्योंकि ऐसे दल को वोट देने से कम से कम गोहत्या का पाप तो हम और आप सब हिन्दुओ को न लगेगा।
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