राजेश झा
मुंबई ९ अक्टूबर। किसी भी समाज और देश की उन्नति के लिए सभी को अपने दायित्व और भूमिका का निर्वहन करना होता है ,किसी एक की भूमिका के कारण समाज और देश आगे नहीं बढ़ता। विकास को गति देने के लिए ज्ञान,साधन,श्रम तथा उद्यम करने वाले साहसी व्यक्तियों की आवश्यकता होती है और यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे देश में ये चारों तत्व सदैव विद्यमान रहे हैं। आज उद्योग जगत और आर्थिक क्षेत्र में अपनी प्रतिभाओं के बल पर हम अब पीछे नहीं रहे। इससे यह बात भी ध्यान में आती है कि ज्ञानी लोग – संसाधन संपन्न समूह -श्रमिक वर्ग और उद्यमी लोग सामूहिक रूप से अपने कौशल तथा आपस में समन्वयव को और प्रगाढ़तर करेंगे तो उन्नति ‘अधिक गाढ़ा’ होती जाएगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह सुरेश ‘भय्याजी’ जोशी ने सुभाषचंद्र बोस मिलिट्री एकेडमी की स्थापना के सम्बन्ध में आहूत संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए ये बातें कहीं। उल्लेखनीय है कि संघ के पूर्व सरकार्यवाह का पद वहन के पश्चात्, वर्तमान में भय्याजी जोशी संघ के “अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य” हैं।







