हिंदू धर्म में गाय को बहुत ही पूजनीय पशु माना जाता है। गाय को मां का दर्जा प्राप्त है तभी तो इस गाय माता कह कर बुलाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय में देवी-देवताओं का वास होता है। गाय की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जो लोग नियमित रूप से गाय की पूजा-अर्चना और सेवा करते हैं उनके जीवन में सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं होती है। शास्त्रों के अनुसार गाय से जुड़े कुछ उपाय करने से व्यक्ति के जीवन सफलता, सुख और मोक्ष की प्राप्ति होती है। गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वासा माना जाता है। हिंदू धर्म में गाय का विशेष महत्व होता है। गाय के दूध को अमृत माना गया है। इसके अलावा गाय के मूत्र और गोबर का भी विशेष महत्व होत है। आइए जानते हैं गाय से जुड़े कुछ उपाय..

गाय से जुड़े कुछ उपाय

    1. जिस प्रकार से प्रतिदिन स्नान करने के बाद भगवान के दर्शन और पूजा पाठ का महत्व होता है उसी प्रकार से स्नान करने के बाद गाय की पूजा अवश्य करनी चाहिए। गाय की रोज पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 
    1. घर में प्रतिदिन खाना बनाने के बाद पहली रोटी के गाय के लिए निकालें और रोटी खिलाकर आशीर्वाद प्राप्त करें।
    2. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग रोज गाय माता की सेवा करते हैं उन पर मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं और धन-दौलत की वर्षा करती हैं।
    3. गाय के रोजा हरा चारा खिलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। बुधवार के दिन विशेष रूप से हरा चारा खिलाने से सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिल जाती है। 
    4. गाय के गले और पीठ को सहलाने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और सेहत अच्छी रहती है। 
    5. ज्योतिष और धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि विवाह जैसे मंगल कार्यों के लिए गोधूलि बेला सर्वोत्तम मुहूर्त होता है, संध्या काल में जब गाय जंगल से घास आदि खाकर आती है तब गाय के खुरों से उड़ने वाली धूल समस्त पापों का नाश करती है।
  1. नवग्रहों की शांति के लिए भी गाय कि विशेष भूमिका होती है। मंगल के अरिष्ट होने पर लाल रंग की गाय की सेवा और गरीब ब्राह्मण को गोदान ख़राब मंगल के प्रभाव को क्षीण कर देता है। इसी तरह शनि की दशा, अन्तर्दशा और साढ़ेसाती के समय काली गाय का दान मनुष्यों को कष्टों से मुक्ति दिलाता है। 
  2. बुध ग्रह की अशुभता के निवारण हेतु गायों को हरा चारा खिलाने से राहत मिलती है।
  3. पितृदोष होने पर गाय को प्रतिदिन या अमावस्या को रोटी, गुड़, चारा आदि खिलाना चाहिए। गाय की सेवा पूजा से लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर भक्तों को मानसिक शांति और सुखमय जीवन होने का वरदान देती है।

गाय का धार्मिक महत्व 
प्राचीन काल से ही भारत में गोधन को मुख्य धन मानते आए हैं और हर प्रकार से गौरक्षा, गौसेवा एवं गौपालन पर ज़ोर दिया जाता रहा है। हमारे हिन्दू शास्त्रों, वेदों में गौरक्षा, गौ महिमा, गौ पालन आदि के प्रसंग भी अधिकाधिक मिलते हैं। रामायण, महाभारत, भगवद्गीता में भी गाय का किसी न किसी रूप में उल्लेख मिलता है। गाय, भगवान श्री कृष्ण को अतिप्रिय है। गौ पृथ्वी का प्रतीक है। गौमाता में सभी देवी-देवता विद्यमान रहते हैं। सभी वेद भी गौमाता में प्रतिष्ठित हैं। 

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