जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर लोग टूरिस्ट थे। इस आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी सऊदी अरब के अपने दो दिवसीय दौरे को बीच में ही छोड़कर मंगलवार (22 अप्रैल 2025) रात जेद्दा से दिल्ली लौट आए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने उन्हें पहलगाम हमले की पूरी जानकारी दी। पीएम ने तुरंत हालात का जायजा लिया और बुधवार (23 अप्रैल 2025) को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक बुलाई।
इससे पहले, सऊदी अरब में पीएम मोदी ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ पहलगाम हमले पर चर्चा की। क्राउन प्रिंस ने हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ मजबूत साझेदारी की बात दोहराई। पीएम ने सऊदी में आधिकारिक रात्रिभोज में हिस्सा नहीं लिया और तुरंत भारत लौटने का फैसला किया। सूत्रों के मुताबिक, हमले की गंभीरता को देखते हुए पीएम ने अपनी तयशुदा योजना बदली।
पहलगाम के बायसरण घाटी में हुए इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले में दो विदेशी नागरिकों (यूएई और नेपाल) और दो स्थानीय लोगों की भी मौत हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर पहुँचकर हाई-लेवल मीटिंग की और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।