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गौ तस्करों के खिलाफ चलाया गया ऑपरेशन नंदी

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भरतपुर (Bharatpur) जिले में अवैध खनन का काम करने वाले माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. पुलिस और प्रशासन द्वारा इन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, तो इनके द्वारा फायरिंग की जाती है. बजरी माफिया हों या पहाड़ी से पत्थर का अवैध खनन का कारोबार करने वाले माफिया हों. ये पुलिस और प्रशासन पर सीधे फायरिंग करते हैं. यही हाल गौ तस्करों का है. गौ तस्कर भी पुलिस को देखते ही फायरिंग करते हैं.

साल 2013 में वसुंधरा राजे सरकार में गौ रक्षक पुलिस चौकी खोली गई थी, लेकिन स्टाफ नहीं होने के कारण और सरकार बदल जाने के बाद चौकियों को बंद करना पड़ा. अब पुलिस विभाग द्वारा ऑपरेशन नंदी चलाया जा रहा है. पुलिस द्वारा गौ तस्करों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा सात पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं. गौ तस्करों के सभी रास्ते चिन्हित कर लिए गए हैं और पुरानी पुलिस चौकियों को भी एक्टिव कर दिया है.
गौ तस्करों के खिलाफ चलाया गया ऑपरेशन नंदी
साथ ही सभी चौकियों पर हथियारबंद पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. यही नहीं रेंज आईजी द्वारा पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले गौ तस्कर और खनन माफियाओं को गोली का जवाब गोली से देने की छूट दी गई है. भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि गौ तस्करी को रोकने के लिए पुलिस कटिबद्ध है. गौ तस्करों से सख्ती से निपटने के लिए ऑपरेशन नंदी भी चलाया गया है.
पुलिस को गोली का जवाब गोली से देने की छूट
आईजी राहुल प्रकाश ने कहा कि पुलिस के पास भी हथियारों की कमी नहीं है. गौ तस्करों के पास कट्टा, पोना या 315 बोर के हथियार होंगे, लेकिन पुलिस के पास एके-47 और इंसास जैसे आधुनिक हथियार हैं. अगर पुलिस पर कोई हमला करेगा तो उन्हें भी गोली का जवाब गोली से देने की छूट है. उन्होंने कहा की रेंज में गौ तस्करी नहीं होने दी जाएगी. अगर किसी पुलिसकर्मी की मिलीभगत सामने आती है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
रेंज आईजी द्वारा अवैध खनन के खिलाफ भी अभियान शुरू किया गया है. आईजी ने कहा कि, अब रेंज में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा. साइबर क्राइम को लेकर भी आईजी राहुल प्रकाश ने कहा कि, साइबर ठगी से जिले की बदनामी हो रही है. अब साइबर ठगी को रोकने के नहीं बल्कि, उसे जड़ से समाप्त करने का प्रयास है. एक महीने में इसके सार्थक परिणाम भी देखने को मिलेंगे.
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