बीड: महाराष्ट्र के बीड जिले में एक 28 वर्षीय मुस्लिम जूता कारोबारी पर एक भीड़ ने गाय चोर होने का इलज़ाम लगाकर उसपर अचानक हमला कर दिया. इस हमले में जूता कारोबारी गंभीर रूप से घायल हो गया है. इस हादसे के बाद बीड पुलिस ने इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. ये घटना हरियाणा के उस घटना के हफ्ते भर के अन्दर सामने आई हैं, जिसमें आर्यन मिश्रा नाम के एक नौजवान को गौ तस्कर और मुसलमान होने के संदेह में गौ रक्षकों ने गोली मार दी थी
पुलिस की जानकारी के मुताबिक, 28 वर्षीय जूता कारोबारी मोहम्मद हजेक पर हमला गुरुवार की रात करीब 12:15 बजे हुआ. पीड़ित मोहम्मद हजेक, बीड शहर के मसरत नगर का निवासी था, और अपने घर के पास एक दुकान पर पान खाने गया था. पान खाने के बाद मोहम्मद हजेक अपने घर लौटते वक़्त फोन पर किसी से बात कर रहा था. उसी वक़्त उसने देखा कि एक तेज रफ्तार वाहन ने एक गाय को टक्कर मारकर वहां से भाग गया था. हादसे के बाद उसने वाहन की तस्वीर लेने की कोशिश की, लेकिन वह इसमें नाकाम रहा. इसके बजाय उसने घायल गाय की तस्वीर खींची और अपनी मंगेतर को फ़ोन पर भेज दिया. जब वह घर जा रहा था, तभी लाठी-डंडों से लैस कुछ लोगों ने अपने आप को गौ रक्षक बताकर उसपर गाय चोरी का इल्जाम लगाकर लाठी डंडों से पिटाई कर दी. उसकी आवाज सुनकर उसके परिवार कुछ लोग वहां आ गए और समझा बूझकर मामला शांत कराया, फिलहाल मोहम्मद हजेक को एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पुलिस ने हमलावरों का किया बचाव
मोहम्मद हजेक की शिकायत के बाद बीड पुलिस थाने में 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बीड पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर शीतलकुमार बल्लाल ने बताया कि हमलावरों को गलती से लगा कि पीड़ित गाय का ट्रांसपोर्टर या तस्कर है. उन्होंने कहा कि पहले भी इस इलाके में एक गाय चोरी होने की सूचना मिली थी, जिससे भीड़ का शक और बढ़ गया होगा. ऐसा लगता है कि हमला तब हुआ जब हज़ेक ने घायल गाय की तस्वीर खींची, जिससे भीड़ को गलत तरीके से लगा कि वह मवेशी तस्करी में शामिल है. एफआईआर में दर्ज आठ लोगों में से पुलिस ने अब तक चार हमलावरों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मंदार देशपांडे (30), ओमकार लांडे (23), अनिल घोडके (26), और रोहित लोलगे (20), सभी बीड से गिरफ्तार किया गया, और इन्हें आज अदालत में पेश किया गया था. बीड शहर पुलिस ने संदिग्धों पर भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया