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यूरेका फोर्ब्स ने लॉन्च किया 2 साल की फिल्टर लाइफ वाले एक्वागार्ड वाटर प्यूरीफायर

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मुंबई। पानी को शुद्ध करने में सुविधा और नवाचार को नई परिभाषा देते हुए, स्वास्थ्य और स्वच्छता उद्योग में भारत की अग्रणी कंपनी, यूरेका फोर्ब्स लिमिटेड ने अग्रणी लॉन्गलाइफ नैनोपोर फ़िल्टर तकनीक से युक्त एक्वागार्ड वाटर प्यूरीफायर की एक नई रेन्ज लॉन्च की है, जिसमें 2 साल तक बिना फ़िल्टर बदले स्वच्छ और सुरक्षित पीने का पानी मिलता है।
यूरेका फोर्ब्स ने अपने नए फ़िल्टर आधुनिक भारतीय घर के लिए डिज़ाइन किए हैं, जिनमें कम से कम रख रखाव के साथ बहुत ही आसानी से शुद्ध पानी मिलता है। 2 साल तक बिना बदले चलने वाला फ़िल्टर लंबे समय तक बेहतरीन परफॉरमेंस, कम रखरखाव लागत और पूरे वर्ष लगातार अच्छी गुणवत्ता का पानी देता है। यह नई रेंज अफोर्डबिलिटी और पहुंच के मामले में भी एक बड़ा कदम है। यह प्रौद्योगिकी नियमित रूप से फिल्टर रिप्लेसमेंट पर आकर्षक बचत के साथ, गुणवत्ता या सुरक्षा से समझौता किए बिना, ज़्यादा से ज़्यादा भारतीय घरों के लिए पीने के लिए स्वच्छ पानी पाना अधिक आसान बनाती है।
इस लॉन्च के लिए, यूरेका फोर्ब्स ने एक बढ़िया टीवी एडवर्टाइज़मेंट जारी किया है। पीने का पानी अगर असुरक्षित है तो उसकी वास्तविक लागत को इसमें दिखाया गया है। फिल्म में दिखाया गया है कि एक छोटे लड़का बीमार है, और उसके पापा को एहसास होता है कि बिना फ़िल्टर किए पानी की वजह से ऐसा हो सकता है। वह बताते है कि बार-बार फ़िल्टर बदलने की महंगी लागत के कारण उन्होंने प्यूरीफायर नहीं लगवाया। फिर एक दोस्त उन्हें 2 साल की फ़िल्टर लाइफ वाले एक्वागार्ड वॉटर प्यूरीफायर की नयी रेंज के बारे में बताता है, जो हर घर के लिए किफायती सुरक्षा प्रदान करता है।
अनुराग कुमार (चीफ ग्रोथ ऑफिसर, यूरेका फोर्ब्स लिमिटेड) ने कहा,”यूरेका फोर्ब्स में, हम भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती ज़रूरतों को समझते हैं। वे सुविधा, मूल्य और विश्वसनीयता चाहते हैं। लॉन्गलाइफ नैनोपोर फ़िल्टर तकनीक से युक्त 2 साल की फ़िल्टर लाइफ वाले एक्वागार्ड वॉटर प्यूरीफायर की हमारी नई रेंज के साथ, हम न केवल पानी के प्यूरिफिकेशन को सरल बना रहे हैं, बल्कि इसे और भी किफ़ायती भी बना रहे हैं। यह हर भारतीय घर को सुरक्षित और स्वस्थ पेयजल आसानी से उपलब्ध कराने के हमारे मिशन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हमारा नया टीवीसी एक प्रासंगिक, भावनात्मक कहानी के ज़रिए इस संदेश को जीवंत करता है जो सुलभ, दीर्घकालिक वाटर प्यूरिफिकेशन समाधानों के महत्व पर प्रकाश डालता है और गलतफहमी को दूर करता है कि स्वच्छ और स्वास्थ्यकर पानी महंगा नहीं है और हर कोई उसे पा सकता है। हमें गर्व है कि आजीवन सुरक्षा के लिए लॉन्ग-लाइफ फ़िल्टर का वादा हमें पूरा किया है।”

इस लॉन्च के साथ, यूरेका फोर्ब्स भारतीय उपभोक्ताओं की व्यस्त जीवनशैली और अपेक्षाओं के अनुरूप, पानी के प्यूरिफिकेशन के लिए नवाचार-संचालित समाधानों में अपनी अग्रणी स्थिति को और मज़बूत कर रहा है।

गौ-पालन हेतु 80 हजार से 31.25 लाख तक अनुदानआवेदन प्रारंभ

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देवरिया। विकास खंड बैतालपुर के पशुधन प्रसार अधिकारी निशाकान्त तिवारी ने जानकारी दी कि स्वदेशी उन्नत नस्ल के गौ-पालन के प्रोत्साहन हेतु प्रदेश सरकार ने नंद बाबा दुग्ध मिशन अंतर्गत विभिन्न योजनाओं को प्रारंभ किया है जिसमें अन्य प्रदेशों से साहीवाल,गीर,थारपारकर व हरियाणा प्रजाति के उन्नत नस्ल के गायों को खरीद कर प्रदेश में स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों की संख्या बढ़ायी जाए।

मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजनान्तर्गत 2 स्वदेशी उन्नत नस्ल की गाय की इकाई स्थापना हेतु 80 हजार तक अनुदान,मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजनान्तर्गत 10 स्वदेशी उन्नत नस्ल की गाय की इकाई स्थापना हेतु 11.80 लाख तक अनुदान एवं नंदिनी कृषक समृद्धि योजनान्तर्गत 25 स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों की इकाई स्थापित करने हेतु 31.25 लाख तक अनुदान मिलेगा।
आवेदन करने की अंतिम तिथि 13 अगस्त 2025 तक है। आवेदन नंद बाबा दुग्ध मिशन के पोर्टल https://nandbabadugdhmission.up.gov.in द्वारा कर सकते हैं। अधिक जानकारी हेतु नजदीक के पशु चिकित्सालय एवं विकास भवन के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

बचपन से कलात्मक और रचनात्मक क्षेत्रों की ओर आकर्षित रही है फैशन डिजाइनर और मॉडल लिजा सिंह 

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मुंबई। फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुकीं दिल्ली की लिजा सिंह अब फिल्मी दुनिया में भी कदम जमा रही हैं। दिल्ली में पली-बढ़ी लिजा सिंह बचपन से ही रचनात्मक और कलात्मक क्षेत्रों की ओर आकर्षित रहीं। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने फैशन डिजाइनिंग को अपना करियर बनाया और दिल्ली में अपने दो शोरूम खोले।

लिजा का सपना सिर्फ फैशन तक सीमित नहीं था। अपनी किस्मत आजमाने और नए अनुभव पाने के लिए वह दुबई चली गईं, जहां उन्होंने कई जॉब किए और फ्रीलांस मॉडलिंग के जरिये अपना नेटवर्क और अनुभव बढ़ाया। दुबई में बिताए वक्त ने उनके आत्मविश्वास को और मजबूत किया। लेकिन दिल में अभिनय का सपना धड़कता रहा। इसी सपने ने उन्हें भारत लौटकर मुंबई की ओर रुख करने के लिए प्रेरित किया।

मुंबई आने के बाद लिजा ने कई ऑडिशन दिए और अभिनय में खुद को निखारने के लिए बाकायदा वर्कशॉप जॉइन की। उन्होंने फोक और बॉलीवुड डांस सीखा ताकि किसी भी रोल की मांग के मुताबिक खुद को ढाल सके। उनका मानना है कि एक अभिनेता को हर शैली में सहज होना चाहिए। लिजा ने हाल ही में म्यूजिक वीडियो “रंग में भंग” में काम किया है, जिसमें उनकी अदाकारी और अंदाज को काफी सराहना मिली। इस गाने की गायिका सोनम प्रधान हैं। लिजा कहती हैं कि इस गाने ने उन्हें कैमरे के सामने और भी आत्मविश्वास जगाया।

लिजा की इच्छा है कि वह फिल्मों में आइटम सॉन्ग भी करें। उनका मानना है कि आइटम डांस भी एक कला है, जिसमें एक्सप्रेशन, एनर्जी और ग्लैमर तीनों की मांग होती है और यह दर्शकों पर गहरा असर छोड़ सकता है।

लिजा को न सिर्फ ग्लैमर रोल्स में दिलचस्पी है, बल्कि वे महिला प्रधान और मजबूत कहानी वाली फिल्मों का भी हिस्सा बनना चाहती हैं। वह कहती हैं कि मुझे ऐसी फिल्में करनी हैं, जिनकी कहानी दमदार हो, जिसमें महिला किरदार को मजबूती से दिखाया जाए। मैं चाहती हूं कि मेरी भूमिकाएं समाज में एक संदेश दें।

उनकी पसंदीदा अभिनेत्रियों की सूची में हेमा मालिनी और मौसमी चटर्जी शामिल हैं। वे कहती हैं कि इन दिग्गज अभिनेत्रियों की कला और व्यक्तित्व उन्हें बहुत प्रेरित करता है। लिजा ने वेब सीरीज “लक्ष्मी” देखी, जिसे उन्होंने बेहद पसंद किया। उन्हें सुरवीन चावला और मोनाली ठाकुर का अभिनय भी बहुत प्रभावशाली लगता है और वे ऐसी ही गंभीर और चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाना चाहती हैं।

लिजा का कहना है कि एक्टिंग के अलावा उन्हें डांस, स्केच बनाना और जिम करना बहुत पसंद है। वह वेगन हैं और पशु प्रेमी भी। वह एनजीओ से जुड़ी हैं और जानवरों के संरक्षण और भरण-पोषण के लिए काम करती हैं। भविष्य में वह एक खास पशु अस्पताल बनवाने का सपना भी रखती हैं ताकि बेसहारा जानवरों को इलाज और देखभाल मिल सके।

अपने सफर के बारे में लिजा बेहद ईमानदारी से कहती हैं कि यह मेरे करियर का पहला पड़ाव है। मुझे पता है कि मंजिल अभी बहुत दूर है। लेकिन मैं हार मानने वालों में से नहीं हूं। मैं मानती हूं कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। मैं मेहनत और लगन से अपने सपनों को सच करूंगी।

फिलहाल लिजा अपने आगामी प्रोजेक्ट्स और ऑडिशन में व्यस्त हैं। उनका लक्ष्य है कि वेब सीरीज और फिल्मों में अभिनय करके एक वर्सटाइल और गंभीर अभिनेत्री के तौर पर अपनी पहचान बनाए। फैशन डिजाइनर, मॉडल और अब एक महत्वाकांक्षी अभिनेत्री के रूप में लिजा सिंह अपने जुनून और मेहनत से इंडस्ट्री में एक अलग जगह बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।

– गायत्री साहू

धारावी पुनर्विकास परियोजना पर बसपा ने जताई आपत्ति!

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प्रदेश अध्यक्ष सुनील डोंगरे ने की सरकार और अडानी समूह की आलोचना

मुंबई। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट सुनील डोंगरे ने सोमवार (7 जुलाई) को कहा कि धारावी पुनर्विकास परियोजना आम आदमी के अधिकारों का हनन है और पूरी प्रक्रिया में लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के स्वास्थ्य पर कुठाराघात है। मुंबई में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में एडवोकेट डोंगरे ने अडानी समूह के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों की भूमिका पर सवाल उठाए। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव, पश्चिम महाराष्ट्र क्षेत्र के मुख्य प्रभारी और पुणे के पूर्व नगरसेवक डॉ. हुलगेश चलवाड़ी और पार्टी के अन्य शीर्ष पदाधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान, बसपा प्रतिनिधिमंडल ने धारावी पुनर्विकास परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.वी.आर. श्रीनिवास से मुलाकात की और उन्हें धारावी की समस्याओं से अवगत कराया। इस अवसर पर राज्य सचिव नागसेन माला, इंजी. दादाराव उइके आदि उपस्थित थे।

धारावी से लोगों को जबरन बेदखल करके देवनार डंपिंग ग्राउंड के पास बसाया जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के अनुसार, डंपिंग ग्राउंड के 500 मीटर के दायरे में कोई भी निर्माण कानूनी रूप से गलत है। एडवोकेट डोंगरे ने कहा कि ऐसे जहरीले इलाके में घर बनाना और लोगों को स्थानांतरित करना उनकी जान से खिलवाड़ करने जैसा है। उन्होंने सरकार की मंशा पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि धारावी की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जैव विविधता को नष्ट करने और इस क्षेत्र को ‘बीकेसी 2’ में बदलने का व्यावसायिक इरादा है।
एडवोकेट डोंगरे ने कहा कि अडानी समूह समाज सेवा के लिए नहीं, बल्कि व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए काम कर रहा है। धारावी के लोगों ने वर्षों से मुंबई की अर्थव्यवस्था को सहारा दिया है। बीएसपी का स्पष्ट रुख है कि उन्हें घर उपलब्ध कराना सरकार का कोई उपकार नहीं, बल्कि एक सामाजिक और कानूनी जिम्मेदारी है।

परियोजना की योजना में केवल घरों का पुनर्वास शामिल है, छोटे उद्योगों का नहीं। धारावी में हज़ारों छोटे उद्योग, खासकर चमड़ा, कपड़ा निर्माण, खाद्य प्रसंस्करण और मिट्टी के बर्तन बनाने के उद्योग, रोज़गार के स्रोत हैं। अगर इन उद्योगों का पुनर्वास नहीं किया गया, तो बेरोज़गार लोगों को घर देने से और भी गंभीर समस्याएँ पैदा होंगी। परियोजना में पारदर्शिता का अभाव है। नागरिकों, स्थानीय प्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों को परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। अपात्रता के कारण, वित्तीय लेन-देन और पुनर्वास मानदंड, सभी गड़बड़ हैं। बसपा का आरोप है कि यह ‘ऊपर से नीचे’ का रवैया लोकतंत्र के ख़िलाफ़ है।
धारावी की 60% से ज़्यादा ज़मीन सार्वजनिक संपत्ति है, और इसे निजी कंपनियों को बेचने का मतलब सार्वजनिक संपत्ति का निजीकरण है। धारावी के सभी निवासियों को पात्र माना जाना चाहिए और उन्हें उनके मूल स्थानों पर घर दिए जाने चाहिए। सरकार को किसी भी रियायत के नाम पर वंचितों का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए। बसपा हमेशा शोषित, वंचित, मजदूर वर्ग के साथ खड़ी रहेगी और उनके अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी, ऐसा प्रदेश महासचिव डॉ. हुलगेश चलवाड़ी ने कहा।

गायन और नृत्य दोनों में निपुण अनुप्रिया चटर्जी की गायन में रुचि, करती है नियमित रियाज

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बनारस की रहने वाली गायिका और नृत्यांगना अनुप्रिया चटर्जी पिछले कई वर्षों से बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री में सक्रिय हैं और अपनी मधुर आवाज़ और बेहतरीन नृत्य द्वारा एक अलग पहचान बना चुकी हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में संगीत और कथक की औपचारिक शिक्षा लेने वाली अनुप्रिया का पारिवारिक माहौल भी गीत-संगीत से रमा हुआ रहा, जिसने उनकी प्रतिभा को बचपन से ही दिशा दी।

अपनी कला के विस्तार के लिए अनुप्रिया मुंबई आईं और यहीं से उनके करियर ने नई उड़ान भरी। शुरुआत में मशहूर संगीतकार प्यारे लाल के शिष्य और प्रख्यात वायलिन वादक सुरेंद्र सिंह अत्रा से उनकी मुलाकात हुई। यहीं से उनके गायन का सिलसिला पेशेवर स्तर पर शुरू हुआ। अनुप्रिया ने दक्षिण भारतीय फिल्मों के हिंदी वर्ज़न के लिए गीत गाए, जिससे उन्हें व्यापक पहचान मिली। उन्ही के सानिध्य में रहकर उनकी मुलाकात आशा भोंसले से भी हुई और आशा ताई ने उनके गायन की खुले दिल से प्रशंसा की।

अनुप्रिया ने फिल्म ’72 ऑवर्स विथ सुखविंदर सिंह’ (एक बायोपिक फिल्म) में गाने गाए। ‘प्यार के दो नाम’ और पंजाबी फिल्म ‘प्रॉपर पटोला’ में भी वह प्लेबैक सिंगर रहीं। टीवी धारावाहिकों में ‘इस प्यार को क्या नाम दूँ’, ‘मधुबाला’, ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’, ‘दो दिल एक जान’, ‘क्रेज़ी स्टुपिड इश्क’ और ‘मायके से बंधी डोर’ जैसे शो में भी उनकी आवाज़ गूंज चुकी है।

उनकी आवाज़ म्यूजिक वीडियो ‘ये जुनून इश्क का’ और ‘रंग शर्बतों का’ में भी सुनने को मिली। इसके अलावा उन्होंने आस्था, संस्कार, दिव्या और इनबॉक्स म्यूजिक जैसे चैनलों के लिए भी कई गीत रिकॉर्ड किए हैं। अनुप्रिया ने हिंदी, मराठी, गुजराती, बंगाली, ओड़िया, कन्नड़, तमिल, भोजपुरी, तेलगु, पंजाबी और राजस्थानी भाषाओं में गाने गाए हैं।

नृत्य में भी अनुप्रिया ने विशिष्ट प्रशिक्षण लिया है। प्रसिद्ध कथक सम्राट बिरजू महाराज की शिष्या रेणु शर्मा से उन्होंने कथक सीखा और उनकी अगुवाई में कई मंचों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने सोमा घोष के म्यूजिक वीडियो बनारसिया में भी नृत्य किया।

गायन और नृत्य दोनों में निपुण अनुप्रिया की खास रुचि गायन में है। वे नियमित रियाज करती हैं और अलग-अलग जॉनर, भाषा और मूड के गाने सुनती हैं। उनका कहना है कि संगीत एक साधना है। बिना अभ्यास के गायन में निपुणता संभव नहीं। लाइव परफॉर्मेंस में आपकी सच्चाई सामने आ ही जाती है। वे अपनी आवाज़ का विशेष ध्यान रखती हैं और इसके लिए खानपान और स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखती हैं। प्रतिदिन योगा और मेडीटेशन करती हैं।

गायन में उन्हें खास तौर पर सॉफ्ट और रोमांटिक गीत पसंद हैं। अनुप्रिया ने नवमी कक्षा से ही नृत्य और ग्यारहवीं से गायन सीखना शुरू कर दिया था। बॉलीवुड स्टाइल में भी उन्होंने बाकायदा प्रशिक्षण लिया है।

उन्होंने ललित पंडित, शान, अनूप जलोटा, जावेद अली और कई अन्य बड़े गायकों के साथ लाइव शो किए हैं। वह भारत ही नहीं, विदेशों में भी अपने संगीत शो करती रहती हैं। उनके शो में पंडित हरिप्रसाद चौरसिया जैसे दिग्गज भी मुख्य अतिथि रह चुके हैं।

फिलहाल अनुप्रिया के कई म्यूजिक शो लाइन अप हैं और जल्द ही एक फिल्म में उनका आइटम सॉन्ग भी आने वाला है। संगीत की दुनिया में उनकी यात्रा लगातार जारी है और उनके गीतों की सूची भी लगातार लंबी होती जा रही है।

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता चौहान के हाथों आगरा में लॉन्च हुआ हेटिच HEX स्टोर

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राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता चौहान ने द्वीप प्रज्ज्वलित एवं फीता काट कर किया वहीं उनके साथ प्रमुख समाजसेविका कांता महेश्वरी भी उपस्थित रहीं

आगरा में रणनीतिक शुरुआत, विरासत और आधुनिक जीवनशैली के मेल के लिए चुना गया

आगरा। इंटीरियर फिटिंग समाधानों में अग्रणी, हेटिच इंडिया ने आगरा (उत्तरप्रदेश) में अपना पहला हेटिच एक्सक्लूसिव (HEX) स्टोर लॉन्च किया है।
इस स्टोर की लॉन्चिंग राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता चौहान द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित एवं फीता काट कर की गई वहीं उनके साथ समाजसेविका कांता माहेश्वरी, हेटिच इंडिया के निदेशक (बिक्री) राहुल ठक्कर, यतेंद्र माहेश्वरी (केआरएम इंडस्ट्रीज के निदेशक और HEX आगरा के ऑनर), अंकित कुलश्रेष्ठ (HEX, हेटिच इंडिया के हेड) की भी उपस्थिति रही।

यह एक राष्ट्रव्यापी विस्तार की शुरुआत है जिसके तहत इस साल पूरे भारत में 25 HEX स्टोर खोले जाएँगे।
HEX प्रारूप एक संपूर्ण समाधान-खरीदारी अनुभव प्रदान करता है, जिसमें रसोई, अलमारी, प्रकाश व्यवस्था, दरवाज़े के हार्डवेयर और उपकरणों के पूरी तरह कार्यात्मक प्रदर्शन शामिल हैं। स्टोर में ग्राहक क्यूरेटेड सेटअप देख सकते हैं, विशेषज्ञ से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं, और अपने रहने की जगह को बदलने के लिए सूचित विकल्प चुन सकते हैं। यह सब हेटिच के विश्वसनीय फ़र्नीचर फिटिंग और हार्डवेयर द्वारा संचालित है।
आगरा को सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक गति के अनूठे मिश्रण के लिए चुना गया, जो इसे अगली पीढ़ी के रिटेल प्रारूप की शुरुआत के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।

इस उपलब्धि के बारे में, हेटिच इंडिया के निदेशक (बिक्री) राहुल ठक्कर ने कहा, “HEX के लॉन्च के साथ, हम भारत की उभरती हुई घरेलू डिज़ाइन प्राथमिकताओं से जुड़ने की एक साहसिक यात्रा शुरू कर रहे हैं। आगरा शहर दशकों के विश्वसनीय जर्मन शिल्प कौशल द्वारा समर्थित इंटीरियर फिटिंग समाधान तैयार करने के लिए हेटिच की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है।

स्टोर पार्टनर यतेंद्र माहेश्वरी के सहयोग से लॉन्च किया गया यह स्टोर, केंद्रित साझेदारियों के माध्यम से क्षेत्रीय उपस्थिति को मज़बूत करने के हेटिच के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।

HEX स्टोर, हेटिच के एक्सपीरियंस सेंटर्स के साथ मिलकर काम करते हैं, जिन्हें डिज़ाइन विचारों और उत्पाद अनुप्रयोगों की खोज के लिए प्रेरणादायक स्थानों के रूप में डिज़ाइन किया गया है। साथ मिलकर, ये प्रारूप विचार से लेकर क्रियान्वयन तक एक सहज यात्रा प्रदान करते हैं।

HEX के माध्यम से उपलब्ध प्रत्येक समाधान जर्मन इंजीनियरिंग उत्कृष्टता की हेटिच की विरासत द्वारा समर्थित है, और ऐसे उत्पाद प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके डिज़ाइन और निर्मित किया जाता है जो स्मार्ट, टिकाऊ और बदलती जीवनशैली के लिए पूरी तरह से अनुकूल हों। हेक्स स्टोर में कदम रखें और हेटिच के मैजिक का अनुभव करें—जहाँ नवीन फिटिंग्स, प्रेरणादायक जीवनशैली का संगम हैं और नवाचार एवं परिशुद्धता के भविष्य को आकार देते हैं।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया https://hettichindiaonline.com/ पर जाएँ।

हेटिच का नया HEX स्टोर KRM इंडस्ट्रीज, आगरा, 171 नेहरू नगर, बाईपास रोड, दरगाह रोड, अबू लाला के सामने, आगरा, उत्तर प्रदेश 282002 पर स्थित है। यहां ग्राहक और उद्योग जगत जुड़े लोग ब्रांड की प्रीमियम उत्तम क्वालिटी का निरीक्षण कर उपयोग में ला सकते हैं।

हेटिच के बारे में बता दें कि 1.5 बिलियन यूरो से अधिक के वैश्विक राजस्व के साथ, 137 वर्षों से सक्रिय एक पारिवारिक स्वामित्व वाला जर्मन लाइफस्टाइल ब्रांड, हेटिच, दुनिया भर में फर्नीचर फिटिंग के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। हेटिच ने सहस्राब्दी की शुरुआत में भारत में परिचालन शुरू किया और जल्द ही हार्डवेयर और फर्नीचर फिटिंग के क्षेत्र में वैश्विक उद्योग में अग्रणी के रूप में अपनी पहचान बनाई।
इसके अतिरिक्त, अपनी मजबूत ब्रांड इक्विटी और ग्राहकों के अटूट विश्वास के कारण, इसे मार्क्समेन डेली द्वारा “भारत के सबसे विश्वसनीय ब्रांड 2023 और 2024” और इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा “सर्वश्रेष्ठ ब्रांड 2022, 2023 और 2024” का खिताब दिया गया।
हेटिच के उत्पाद पोर्टफोलियो में जर्मन-इंजीनियरिंग गुणवत्ता के साथ निर्मित प्रीमियम फर्नीचर फिटिंग और डोर हार्डवेयर का एक संग्रह शामिल है, जिसमें वायर उत्पाद, एल्युमीनियम प्रोफाइल, शेल्विंग सिस्टम, बिल्ट-इन उपकरण और फर्नीचर लाइट शामिल हैं, जिससे सभी आवासीय और वाणिज्यिक जरूरतों के लिए व्यापक फिटिंग समाधान उपलब्ध होते हैं।

स्पा की आड़ में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़, चेंबूर में पुलिस का छापा, आठ युवतियां मुक्त, छह गिरफ्तार

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मुंबई। मुंबई पुलिस ने चेंबूर के एक स्पा सेंटर में मसाज की आड़ में संचालित हो रहे देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़ किया है। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने आठ युवतियों को मुक्त कराया, जबकि स्पा मैनेजर, एक कर्मचारी और चार ग्राहकों सहित कुल छह लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया है।

यह कार्रवाई चेंबूर के कुकरेजा आर्केड स्थित ‘अनंतरा आयुर्वेद एंड वेलनेस सेंटर’ नामक स्पा पर की गई। पुलिस को जानकारी मिली थी कि यहां मसाज सर्विस की आड़ में यौन शोषण का संगठित धंधा चलाया जा रहा है। सूचना की पुष्टि के लिए पुलिस ने एक नकली ग्राहक भेजा, जिसने स्पा मैनेजर से संपर्क किया। ग्राहक को मसाज के लिए 2500 रुपये और शारीरिक संबंध के लिए 7000 रुपये की मांग की गई। तय राशि देने के बाद एक युवती के साथ सौदा होते ही पुलिस टीम ने छापा मारकर सभी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

छापेमारी के दौरान स्पा से आठ युवतियां मुक्त कराई गईं, जिनकी उम्र 22 से 40 वर्ष के बीच है। पूछताछ में यह बात सामने आई कि युवतियों को स्पा में काम दिलाने के बहाने लाया गया था और बाद में उन्हें मजबूरी में इस धंधे में धकेल दिया गया। ग्राहकों को पहले मसाज के बहाने बुलाया जाता और फिर उन्हें एक्स्ट्रा सर्विस का ऑफर देकर लड़कियों से चयन कराया जाता था। डील पूरी होने पर लड़कियों को कमरे में भेजा जाता। इस प्रक्रिया से मिलने वाले पैसों का बड़ा हिस्सा स्पा प्रबंधन के पास जाता था, जबकि युवतियों को मामूली रकम दी जाती थी।

मौके से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन, एक कंप्यूटर, सीसीटीवी डीवीआर, ग्राहकों के लिए दर सूची (रेट कार्ड), नकद रुपये और एक पेन ड्राइव बरामद की। इन सामग्रियों का उपयोग ग्राहकों की पहचान दर्ज करने, लेनदेन और निगरानी के लिए किया जा रहा था। पुलिस को एक लॉकर भी मिला है, जिसमें रखे पैसे को लेकर पूछताछ जारी है, हालांकि उसका पासवर्ड केवल मालिक के पास होने की जानकारी दी गई है।

पुलिस का कहना है कि यह रैकेट पूरी तरह से संगठित ढंग से चल रहा था। मैनेजर और कर्मचारी ग्राहकों को एक्स्ट्रा सर्विस के लिए उकसाते और युवतियों को मजबूरन इसमें शामिल करते थे। पकड़े गए ग्राहकों ने भी पुलिस के समक्ष यह स्वीकार किया कि वे स्पा में ‘शारीरिक सुख’ के लिए पहुंचे थे।

यह छापा चेंबूर पुलिस स्टेशन के क्राइम डिटेक्शन यूनिट, मानखुर्द पुलिस के अधिकारी और आरसीएफ पुलिस के सहयोग से पंचों की उपस्थिति में डाला गया। सभी आरोपियों के विरुद्ध अनैतिक देह व्यापार (रोकथाम) अधिनियम 1956 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि मुक्त कराई गई सभी आठ युवतियों को सुरक्षित सुधारगृह भेज दिया गया है और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

मुंबई में मिल गई देहरादून की खुशी

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खुशी प्रसन्नता का शहरों कस्बों से क्या वास्ता ? खुशी तो खुशी है, क्या नगर क्या गांव ? कुछ तो बात है वर्ना मचता भला क्यों हंगामा !
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मुंबई से तो अलग थलग कुछ है उसका मिजाज,
अलग उसका रूप रंगीला अलग उसका अंदाज़!
अलग उसकी मुस्कान मोहिनी नैन में गहरे राज़ !
बोल पड़े तो झंकृत हो इश्क़-ए-तरन्नुम-ए-साज़!
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देहरादून की कली है वह, लहराती लजर गई मुम्बई तक है। खिलेगी बॉलीवुड बगिया में, इंतज़ार बहार के आने तक है।
देहरादून की गोरी चिट्टी छैल छबीली नटखट नवयौवना खुशी अंसारी आजकल मायानगरी मुंबई में है। बचपन से ही ऊधम मचानेवाली खुशी किशोरी होते होते २०१८ में देहरादून में ही “मिस फिटनेस मॉडल” का खिताब जीता और शहर में चर्चा का विषय बन गई। रैम्प वॉक में भी वह अव्वल रहने लगी। फिर तो मन ऊॅंची उड़ान भरने का हुआ और देहरादून की खुशी मुंबई की मुस्कान बन गई। नयनों में बांकपन, बातों में बेबाकपन और व्यवहार में अपनापन लिये हुए खुशी अपने सपनों के शहर में अपनी मंज़िल तलाश कर रही है। नाजों में पली यह कुड़ी एक बेहतर ब्रेक की खोज में है। चैलेंजिंग रोल इसे पसंद हैं, विविधतापूर्ण भूमिकाएं भाती हैं, वही चाहिए। लेकिन, कैरेक्टर रिच रिच फील देने वाला हो अर्थात् उछल कूद ऊधम मचानेवाली स्टाइलिश नकचढ़ी लड़की वा टॉम बॉय जैसा किरदार हो तो मज़ा आ जाए। देहरादून में स्कूल और कॉलेज में किए नाटक और मॉडलिंग का अनुभव उसको प्रोत्साहित करते हैं। खुशी अपने नाम के अनुरूप प्रसन्नचित्त युवती है और अपनी मंज़िल को लेकर आशान्वित है, आश्वस्त है।

हाइवे पर बलात्कार की घटनाएं और रतन वंश की शॉर्ट फिल्म “आवागमन”

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कुछ वर्षों में हाइवे आवागमन से अधिक अपहरण और बलात्कार व हत्या का अड्डा बन गया है। आये दिन दुर्घटनाओं से जान माल की जितनी क्षति होती है उससे अधिक अपहरण और फिर बलात्कार की घटनाएं होने लगी हैं। नवविवाहिताओं के साथ ऐसी घटनाएं बड़ी संख्या में बढ़ी है। नवविवाहिताओं का अपहरण कर उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म कर मरणासन्न अवस्था में फेंक देना आम बात हो गई है। स्त्री के पति / प्रेमी को मार देना या ज़ख्मी कर देना भी इसका ही अंग है। लेखक निर्माता रतन विश्वकर्मा वंश के अनुसार, यह आंतरिक सुरक्षा का विषय है और इसकी रोकथाम सरकार की जिम्मेदारी बनती है। वंश ने अपनी शॉर्ट फिल्म “आवागमन” में यही विषय उठाया है। पटकथा की पृष्ठभूमि राजस्थान का मारवाड़ क्षेत्र है।
“आवागमन” लघु चित्र को आगे फीचर फिल्म के रूप में भी बनाने की योजना है। इस शॉर्ट फिल्म के लेखक निर्माता और मुख्य अभिनेता रतन विश्वकर्मा वंश हैं और उनकी नायिका हैं प्रिया चतुर्वेदी। सहयोगी कलाकार हैं – रमजान डायर, मनीष नाहर, यश सोलंकी, गणेश कुमावत, दिनेश पुरी, जयेश वैष्णव, थिया, वीरेन्द्र आदि। जमना कुमारी द्वारा प्रस्तुत और अरावली फिल्म्स के बैनर तले बनी इस शॉर्ट फिल्म के निर्देशक हैं राकेश प्रभु राठौड़। नृत्य निर्देशक (कोरियोग्राफर ) प्रवीण बारिया और छायाकार (कैमरामैन) राकेश जायसवाल हैं। सह निर्माता अजय सागर व सह निर्देशक भरत कांकरिया और मीडिया कंसल्टेंट अब्दुल क़दीर हैं। “आवागमन” के बाद रतन विश्वकर्मा वंश द्वारा लिखित दूसरी फिल्म का शीर्षक है आज़ाद दोस्तियां।
अब्दुल क़दीर

स्वीकृति शर्मा ने पीएस फाउंडेशन के डॉक्टर्स डे समारोह और चलता फिरता मुफ्त दवाखाना के एक वर्ष की सफलता के उत्सव का किया नेतृत्व

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मुंबई। कई वर्षों से निरंतर समाज में अपना बड़ा योगदान देने वाला पी एस फाउंडेशन (प्रदीप शर्मा फाउंडेशन) लगातार अंधेरी पूर्व विधानसभा के गली मोहल्ले में जाकर एंबुलेंस के जरिए मुफ्त में लोगों का इलाज करा रहा है। यह संस्था रक्तदान शिविर के अलावा मोतियाबिंद, कैंसर और अन्य प्रकार के बीमारियों के इलाज में अपना योगदान करती आ रही है। हाल ही में पी एस फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य शिविर के आयोजन को सफल बनाने वाले डॉक्टरों को सम्मानित करके उनका उत्साह बढ़ाया गया।
मुंबई जैसे महानगर में यह एक ऐसी पहली संस्था है जो अंधेरी विधानसभा में सभी जनमानस को मिली हुई है। लगभग डेढ़ वर्षो से लगातार लोगों के बीच में जाकर के लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाता है जिसकी देखरेख प्रदीप शर्मा एवं स्वीकृति प्रदीप शर्मा की निगरानी में की जाती है।
संस्था के वालंटियर अंधेरी पूर्व विधानसभा के सभी वॉर्ड में जाकर स्थानीय नागरिकों का इलाज मुफ्त में कराते हैं।
चलता फिरता मुफ्त दवाखाना की विशेषता यह है कि सर्दी जुखाम, बुखार, खुजली, आंखों में समस्या, डायबिटीज जैसी बीमारियों के इलाज के लिए एंबुलेंस में डॉक्टर उपलब्ध रहते हैं।
पीएस फाउंडेशन द्वारा 80 से 90 हजार लोगों का इलाज मुफ्त में किया जा चुका है। मोतियाबिंद का ऑपरेशन लगभग 1300 लोगों का किया जा चुका है। कैंसर जैसी बीमारियों का भी लोगों का इलाज मुफ्त में करवाया जा चुका है।
कई सामाजिक कार्यों में पी एस फाउंडेशन ने अपना योगदान दिया जैसे कि बिजली मीटर की गड़बड़ी को लेकर आवाज उठाई गई। दसवीं और बारहवीं के बच्चों को उत्तीर्ण होने पर सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया गया।
पिछले 8 वर्ष से लगातार पी एस फाउंडेशन द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित किया जाता है।
अनेकों बार निःशुल्क चश्मा वितरण का कैम्प का आयोजन अंधेरी में किया गया। फुल बॉडी चैकअप का शिविर कई बार लगाया गया।
पी एस फाउंडेशन के संस्थापक प्रदीप शर्मा एवं स्वीकृति प्रदीप शर्मा ने डॉक्टरों को सम्मानित करते हुए फाउंडेशन की पूरी टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि यह पूरा परिवार मेरा सदैव इसी तरह जनता की सेवा के लिए खड़ा रहेगा।