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27 एयरपोर्ट 9 मई तक रहेंगे बंद

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भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष के चलते कई एयरपोर्ट्स पर कामकाज रोक दिया गया है। बुधवार तड़के पाकिस्तान और पीओके में  भारतीय सेनाओं द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। इसमें 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। इसके बाद राजस्थान, गुजरात, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ समेत कम से कम 27 एयरपोर्ट्स को बंद कर दिया गया है। ये एयरपोर्ट्स 9 मई तक बंद रहेंगे।

ये एयरपोर्ट्स रहेंगे बंद

  • चंडीगढ़
  • श्रीनगर
  • अमृतसर
  • लुधियाना
  • भुंतर
  • किशनगढ़
  • पटियाला
  • शिमला
  • गग्गल
  • बठिंडा
  • जैसलमेर
  • जोधपुर
  • बीकानेर
  • हलवारा
  • पठानकोट
  • लेह
  • जम्मू
  • मुंद्रा
  • जामनगर
  • राजकोट
  • पोरबंदर
  • कांडला
  • केशोद
  • भुज
  • धर्मशाला
  • ग्वालियर
  • हिंडन

दिल्ली एयरपोर्ट ने जारी की एडवाइजरी

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी रहने के कारण दिल्ली एयरपोर्ट ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें यात्रियों से उड़ान की स्थिति के लिए संबंधित एयरलाइनों से संपर्क करने का आग्रह किया गया। दिल्ली हवाई अड्डे ने एक्स पर पोस्ट किया, “दिल्ली हवाई अड्डे के सभी टर्मिनल और सभी 4 रनवे पर संचालन सामान्य रूप से जारी है। हालांकि, हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों के कारण कुछ उड़ानों पर असर पड़ा है।”

ऑपरेशन सिंदूर के बाद हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों के कारण 200 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं। इससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं। एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर और कई विदेशी एयरलाइनों ने कई प्रमुख हवाई अड्डों से और के लिए संचालन निलंबित कर दिया। इंडिगो ने घोषणा की है कि उसने अमृतसर और श्रीनगर जैसे प्रमुख केंद्रों से 165 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी हैं और 10 मई की सुबह तक व्यवधान जारी रहने की उम्मीद है। एयर इंडिया ने हवाई अड्डा बंद होने पर सरकार की अधिसूचना के जवाब में जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट सहित कई शहरों से और के लिए उड़ानें भी निलंबित कर दीं।

आपरेशन सिंदूर आरंभ, प्रहार का स्वागत

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(राकेश अचल-विनायक फीचर्स)
आधी रात के बाद, जब आतंकवादी चैन की नींद सो रहे थे, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम हमलों के जवाब में की गई, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हो गई थी। हम युद्ध के समर्थक नहीं हैं किंतु भारत की संप्रभुता पर हुए दुस्साहसिक हमले के प्रतिकार के लिए जबावी कार्रवाई आवश्यक मानते हैं।

भारतीय सेना ने रात 1.44 बजे जारी किए गए एक बयान में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य हमले किए गए। जिसमें आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसमें पीओके और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकवादियों के लॉन्चिंग पैड को टारगेट कर हमला किया, जिसमें 90 से ज्यादा आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है।
भारत की ओर से लक्ष्यवेधी प्रहार किया गया। भारत ने पाकिस्तान और पीओके में उन ठिकानों पर हमला किया है जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें निर्देशित किया जा रहा था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत रातभर चले सटीक हमलों में कुल नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें लश्कर के 3 और जैश के 4 लॉन्चिंग पैड भी हैं।

इस युद्ध की नौबत ही न आती यदि पाकिस्तान आतंकवाद को पालता, पोषता नहीं। अच्छी बात यह है कि पाकिस्तान को हर समय इमदाद देने वाले अमेरिका ने भी भारतीय सेना की कार्रवाई का समर्थन किया है।अमेरिकी के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि-  ‘मैं भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर करीबी नज़र रख रहा हूं। मैं आज पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों से सहमत हूं। उम्मीद है कि यह जल्द ही समाप्त हो जाएगा। शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व दोनों के साथ बातचीत जारी रहेगी।

आधी रात को पाकिस्तान पर हमले के बाद भारतीय विमानन प्राधिकरण ने पाकिस्तान सीमा से लगे एयरपोर्ट को बंद कर दिया है। श्रीनगर, जम्‍मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, बीकानेर और धर्मशाला से ऑपरेट होने वाली सारी फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। विमान कंपनियों ने यात्रियों से स्टेट्स चेक करके ही घर से निकलने को कहा है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह कार्रवाई भारत की सोची-समझी सैन्य प्रतिक्रिया मानी जा रही है। भारतीय सेना की इस कार्रवाई में पाकिस्तान के पंजाब के मुरीदके पर हमला शामिल था। यह लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय का घर है। इसे पाकिस्तान की “आतंक नर्सरी” के रूप में जाना जाता है। मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा और उसके प्रमुख संगठन जमात-उद-दावा का मुख्यालय लगभग 200 एकड़ में फैला हुआ है। यहां मस्जिदें, स्कूल, अस्पताल, खेत और एक आतंकी प्रशिक्षण शिविर शामिल हैं।

पाकिस्तानी सेना ने भी बयान जारी कर दिया है। उन्होंने माना है कि भारत ने उनकी 6 जगहों पर हमला किया है। 24 मिसाइल दागे गए हैं। बता दें कि पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया है। इसमें ज्यादातर मस्जिद हैं, जहां से जैश-ए-मोहम्मद आतंकी पैदा करता था।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते, बुधवार को श्रीनगर हवाई अड्डे से सभी उड़ानें रद्द रहेंगी। इसके अलावा, जम्मू, धर्मशाला लेह और अमृतसर के एयरपोर्ट्स भी बंद किए गए हैं जिसके चलते फ़्लाइट ऑपरेशंस पर असर पड़ेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर नजर बनाए रखी। देर रात करीब 1 बजकर 44 मिनट पर भारत की तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के 9 ठिकाने तबाह कर दिए। सेना के ऑपरेशन के दौरान रक्षा मंत्रालय में सारी रात अफसर मौजूद रहे। शायद इसी वजह से पिछले दो दिन से आर्मी का स्ट्रेट कॉम मीडिया के लिए बंद रखा गया था।

जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में एक पाकिस्तानी फाइटर जेट जेएफ-17 गिरा है। जिसका वीडियो स्थानीय युवक ने बनाया हालांकि फाइटर में पायलट नहीं हैं। स्थानीय लोग उस फाइटर जेट को देखने के लिए वहां पहुंच रहे है।
सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने कई देशों के अपने समकक्षों से बात की है और पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी कैम्पस पर भारत के मिसाइल हमलों के बारे में जानकारी दी है। इनमें अमेरिका, यूके, सऊदी अरब, यूएई और रूस शामिल हैं। अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक भारत के हमले में 12 आतंकवादी मारे गए हैं।

भारत के मिसाइल हमलों पर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, “भारत ने पाकिस्तान के पांच स्थानों पर हमला किया है। पाकिस्तान को इस युद्ध जैसे कृत्य का जोरदार जवाब देने का पूरा अधिकार है, और एक मजबूत प्रतिक्रिया दी जा रही है। पूरा देश पाकिस्तान सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है, और पूरे पाकिस्तानी राष्ट्र का मनोबल और उत्साह ऊंचा है। पाकिस्तानी राष्ट्र और पाकिस्तान सशस्त्र बल अच्छी तरह जानते हैं कि दुश्मन से कैसे निपटना है. हम कभी भी दुश्मन को अपने नापाक इरादों में सफल नहीं देंगे।

भारत द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर हमले के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। इतना ही नहीं, सभी स्कूल-कॉलेज भी अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के ठिकाने पर भारत की तरफ से बरसाए गए मिसाइल हमलों के बाद पड़ोसी देश में डर का माहौल है। इसी के मद्देनजर उन्होंने लाहौर और सियालकोट एयरपोर्ट को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया है।

सारा भारत इस मुद्दे पर एकजुट है, लेकिन जरुरत इस बात की है कि ये युद्ध लंबा न खिंचे। राजनीतिक दल इस युद्ध का राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश न करें। अनावश्यक बयान बाजी से बचें। युद्धकाल में एकता, समरसता सबसे महत्वपूर्ण कारक है। आपरेशन सिंदूर के जवाब में हताश पाकिस्तान आपरेशन लोभान चालू कर सकता है इसलिए सतर्क रहिये,सुरक्षित रहिए। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान बहुत जल्द भारत के सामने घुटने टेक देगा क्योंकि पाकिस्तान के पास भारत का लंबे समय तक मुकाबला करने की कूबत ही नहीं है। (विनायक फीचर्स)

मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों की रोमांचक झलक अब किडजानिया में

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जंगल सफारी से रिवर राफ्टिंग तक, बच्चों ने किया मध्यप्रदेश का वर्चुअल सफर
मुंबई (अनिल बेदाग) : मध्यप्रदेश इतिहास, संस्कृति, अध्यात्म और वन्यजीव का अद्भुत मिश्रण है। प्रदेश की वैभवशाली विरासत, वन्यजीव और समृद्ध संस्कृति को रोचक और आकर्षक रूप में किडजानिया के माध्यम से भावी पीढ़ी तक पहुंचाया जायेगा। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक, एमपी टूरिज्म बोर्ड, श्री शिव शेखर शुक्ला किडजानिया मुंबई में एमपी टूरिज्म एक्सपीरियंस सेंटर के शुभारंभ अवसर को संबोधित कर रहे थे। इसी के साथ किडजानिया दिल्ली में भी टूरिज्म एक्सपीरियंस सेंटर शुरू हो गया। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी के लिए सब कुछ है। देश में उपलब्ध लगभग सभी पर्यटन आकर्षण मध्यप्रदेश में है। विशेष रूप से मध्यप्रदेश की स्थानीय जनजातीय संस्कृति का अनुभव पर्यटकों के लिए अनोखा होता है। प्राचीन समय से जनजातीय संस्कृति को संरक्षित रखते हुए मूल स्वरूप में सहेजा गया है। साथ ही इतिहास प्रेमियों के लिए तो मध्यप्रदेश स्वर्ग की तरह है। यहां यूनेस्को के 18 विश्व विरासत स्थल है। इसमें से 3 स्थायी सूची में और 15 अस्थायी सूची में शामिल हैं। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने सभी का कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद देते हुए उन्हें मध्यप्रदेश में पर्यटन के लिए आमंत्रित किया।
चीफ बिजनेस ऑफिसर किडजानिया श्री तरणदीप सिंह शेखोंन ने कहा कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों को बच्चों के जरिए परिवारों तक पहुंचाने के पहली बार किसी राज्य ने नवीन पहल की है। मध्यप्रदेश का यह नवाचार बच्चों को भविष्य का जिम्मेदार पर्यटक बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम में अतिरिक्त प्रबंध संचालक एमपी टूरिज्म बोर्ड सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों को देश भर के बच्चों तक पहुंचाने के लिए यह नवीन प्रयोग किया गया है। जंगल सफारी और रिवर राइड के माध्यम से बच्चे प्रदेश के वन्य जीव, नदियों, इतिहास और संस्कृति से परिचित होंगे। आने वाले समय में इसे और अधिक रोचक बनाया जाएगा।
कार्यक्रम में किडजानिया और एमपी टूरिज्म के बीच एमओयू एक्सचेंज सेरेमनी की गई। किडजानिया के डायरेक्टर और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री यजदी खंबाटा ने प्रमुख सचिव श्री शुक्ला को एमपी टूरिज्म एक्सपीरियंस सेंटर की चाबी भेंट की। इसके बाद किडजानिया के बच्चों के संग केक कटिंग कर सेंटर के शुभारंभ की खुशी मनाई गई। किडजानिया के  मैस्कॉट और बच्चों के साथ किडजानिया परेड के साथ किडजानिया सिटी घूमते हुए सभी अतिथि एमपी टूरिज्म के एक्सपीरियंस सेंटर पहुंचे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बच्चों के साथ रिबन खोल के एक्सपीरियंस सेंटर का शुभारंभ किया।
मध्यप्रदेश टूरिज्म एक्सपीरियंस सेंटर का उद्देश्य बच्चों को प्रदेश की प्राकृतिक धरोहर, जैव विविधता, नदियों और सांस्कृतिक विरासत से रोचक और रचनात्मक तरीके से जोड़ना है। यह पहल न केवल बच्चों को रोमांचक अनुभव प्रदान करती है, बल्कि उनके माध्यम से पूरे परिवार को भी मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षित करने का कार्य करती है।
इस सेंटर में दो प्रमुख वर्चुअल अनुभव प्रस्तुत किए जा रहे हैं – जंगल सफारी और रिवर राफ्टिंग। जंगल सफारी के दौरान बच्चे वर्चुअल जीप सफारी में मध्यप्रदेश के घने जंगलों, राष्ट्रीय उद्यानों और जंगली जानवरों को नजदीक से देखने का अनुभव करते हैं। वहीं, रिवर राफ्टिंग में वे प्रदेश की नदियों की लहरों पर सवारी करते हुए प्राकृतिक सौंदर्य और जलजीवों को जानने का रोमांच महसूस करते हैं। इन अनुभवों को और अधिक वास्तविक बनाने के लिए वर्चुअल रियलिटी, मोशन सेंसिंग तकनीक, एनवायरनमेंटल सिमुलेशन और 3D इफेक्ट्स का प्रयोग किया गया है।
सेंटर में बच्चों को हरे रंग की सफारी जैकेट पहनाई जाती है जिससे वे खुद को एक असली पर्यटक की भूमिका में महसूस कर सकें। हर अनुभव लगभग 10 मिनट का होता है। अनुभव के बाद बच्चों से दस प्रश्न पूछे जाते हैं और सही जवाब देने पर उन्हें किडजानिया करेंसी (kidZos) इनाम स्वरूप दी जाती है। बच्चों को खुद का पर्सनलाइज्ड पोस्टकार्ड भी डिजाइन करने का अवसर मिलता है, जिसका प्रिंटआउट वे साथ ले जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त एमपी टूरिज्म की ओर से विशेष गिवअेज़ – जैसे कस्टम स्टिकर्स, बच्चों की डायरी और रंगीन पेंसिल्स भी वितरित किए जा रहे हैं।
इस पहल के माध्यम से बच्चे कई महत्वपूर्ण कौशल भी विकसित कर रहे हैं – जैसे जानवरों की पहचान के माध्यम से मनोदैहिक कौशल, पर्यवेक्षण और विश्लेषण क्षमता बढ़ाने वाले संज्ञानात्मक कौशल, वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता को प्रोत्साहित करने वाले भावनात्मक कौशल और समूह में संवाद व साझा अनुभव के माध्यम से सामाजिक कौशल।
एमपी टूरिज्म एक्सपीरियंस सेंटर का m नवाचार बच्चों को न केवल मनोरंजन और सीखने का अवसर दे रहा है बल्कि उन्हें भविष्य में जिम्मेदार और जागरूक पर्यटक बनने के लिए भी प्रेरित कर रहा है। यह एक ऐसा अनुभव है जिसे बच्चे जीवनभर याद रखेंगे और प्रदेश की यात्रा के लिए अपने परिवारों को भी प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर मुंबई के प्रमुख टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स, मीडिया प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में बच्चे और उनके अभिभावक शामिल हुए।

पाकिस्तानियों से शादी- केवल प्रेम कहानियां या सुनियोजित षडयंत्र

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(संदीप सृजन-विनायक फीचर्स)

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया तो एक नया मुद्दा सार्वजनिक हो उठा। भारत की अनेक महिलाओं की पाकिस्तान में शादी हुई और वे भारत में रह कर बच्चे पैदा कर रही है। यह मुद्दा तब और जटिल हो जाता है जब इन महिलाओं के बच्चे या पति पाकिस्तानी नागरिकता रखते हैं। इस दौरान, कई ऐसी महिलाएं सामने आईं, जिनके पास भारतीय पासपोर्ट था, लेकिन उनके पति या बच्चे पाकिस्तानी नागरिक थे। इन मामलों ने यह सवाल उठाया कि क्या ऐसी व्यवस्था भारत की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है?

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध हमेशा से तनावपूर्ण रहे हैं। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक कारणों से दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी रही है। हाल के दिनों में, एक नया मुद्दा चर्चा में आया है, जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक संरचना के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। पाकिस्तान में शादी करने वाली भारतीय महिलाओं का भारत की नागरिकता बनाए रखना। कुछ लोग इसे केवल व्यक्तिगत पसंद या पारिवारिक मामला मान सकते हैं, लेकिन गहरे विश्लेषण से यह स्पष्ट होता है कि यह मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक एकता और भारत की संप्रभुता पर गंभीर सवाल उठाता है।

भारत का संविधान एकल नागरिकता की व्यवस्था करता है, जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति एक साथ दो देशों का नागरिक नहीं हो सकता। नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत, भारतीय नागरिकता प्राप्त करने, निर्धारित करने और रद्द करने के नियम स्पष्ट हैं। फिर भी, हाल के वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां भारतीय महिलाएं, जिन्होंने पाकिस्तान में शादी की है, भारत की नागरिकता बनाए रखती हैं। कुछ मामलों में, ऐसी महिलाएं अपने पाकिस्तानी पति और बच्चों के साथ भारत में रह रही हैं, या बार-बार भारत-पाकिस्तान के बीच यात्रा कर रही हैं।

पाकिस्तान के साथ भारत का रिश्ता हमेशा से संवेदनशील रहा है। सीमा पर तनाव, आतंकवादी हमले, और जासूसी के मामले दोनों देशों के बीच अविश्वास को बढ़ाते हैं। ऐसे में, भारतीय नागरिकता रखने वाली महिलाएं, जो पाकिस्तानी नागरिकों से विवाहित हैं, संभावित रूप से जासूसी या आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हो सकती हैं। यह केवल एक आशंका नहीं है, बल्कि हाल के कुछ मामलों ने इस खतरे को उजागर किया है।

उदाहरण के लिए, सीमा हैदर का मामला चर्चा में रहा है। सीमा, जो पाकिस्तान की नागरिक थीं, ने नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया और एक भारतीय नागरिक सचिन मीणा से शादी की। हालांकि सीमा ने दावा किया कि उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया और भारत में रहना चाहती हैं, लेकिन उनके अवैध प्रवेश और पाकिस्तानी पृष्ठभूमि ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया। ऐसे मामलों में, यह सवाल उठता है कि क्या ऐसी शादियां केवल व्यक्तिगत प्रेम कहानियां हैं, या इनके पीछे कोई सुनियोजित साजिश हो सकती है?

कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया है कि ऐसी शादियां भारत में “स्लीपर सेल” बनाने का हिस्सा हो सकती हैं। हालांकि ये दावे पूरी तरह सत्यापित नहीं हैं, लेकिन यह सच है कि भारत की उदार नागरिकता नीतियों का दुरुपयोग संभव है। विशेष रूप से, पाकिस्तान जैसे देश के साथ, जहां आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं, ऐसी शादियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं।

भारत का नागरिकता कानून इस तरह के मामलों को संबोधित करने में अपर्याप्त प्रतीत होता है। नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत, यदि कोई भारतीय नागरिक किसी विदेशी से शादी करता है, तो उनकी नागरिकता स्वतः रद्द नहीं होती। हालांकि, यदि कोई भारतीय नागरिक किसी अन्य देश की नागरिकता स्वीकार करता है, तो उनकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाती है। समस्या तब उत्पन्न होती है जब ऐसी महिलाएं पाकिस्तान की नागरिकता के लिए आवेदन नहीं करतीं और भारत की नागरिकता बनाए रखती हैं।

पाकिस्तान में भी नागरिकता कानून पक्षपाती हैं। वहां, यदि कोई पुरुष विदेशी महिला से शादी करता है, तो उस महिला को पाकिस्तानी नागरिकता मिल सकती है, लेकिन यदि कोई पाकिस्तानी महिला विदेशी पुरुष से शादी करती है, तो उसके पति को नागरिकता नहीं मिलती। यह असमानता भारतीय महिलाओं को भारत की नागरिकता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि उनके पति को पाकिस्तानी नागरिकता मिलने की संभावना कम होती है।

इसके अलावा, भारत में लंबे समय तक रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को नागरिकता देने की प्रक्रिया भी जटिल है। नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), 2019 के तहत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों को नागरिकता दी जा सकती है, लेकिन यह प्रावधान मुस्लिम प्रवासियों पर लागू नहीं होता। इससे उन मामलों में भेदभाव का आरोप लगता है, जहां पाकिस्तानी मुस्लिम पुरुष भारतीय महिलाओं से शादी करते हैं।

ऐसी शादियां भारत की जनसांख्यिकी को प्रभावित कर सकती हैं। यदि पाकिस्तानी नागरिक भारत में बसने लगते हैं, तो यह दीर्घकालिक रूप से भारत की सामाजिक और राजनीतिक संरचना को बदल सकता है। कुछ लोग इसे “सांस्कृतिक जिहाद” या “लव जिहाद” के रूप में भी देखते हैं, हालांकि ये शब्द विवादास्पद हैं और इन्हें सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए।

इस गंभीर मुद्दे से निपटने के लिए भारत को अपनी नीतियों और कानूनों में सुधार करना होगा। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यदि कोई भारतीय नागरिक पाकिस्तान जैसे संवेदनशील देश के नागरिक से शादी करता है, तो उनकी नागरिकता की समीक्षा की जाएगी। शादी के बाद एक निश्चित अवधि के भीतर विदेशी नागरिकता स्वीकार न करने पर भारतीय नागरिकता रद्द करने का प्रावधान हो सकता है। ऐसी शादियों और संबंधित व्यक्तियों की गतिविधियों पर खुफिया एजेंसियों को कड़ी निगरानी रखनी चाहिए। विशेष रूप से, सीमा क्षेत्रों और संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की जांच होनी चाहिए।

सामाजिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए, ताकि लोग ऐसी शादियों के संभावित खतरों को समझ सकें। यह विशेष रूप से उन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है, जो पाकिस्तान की सीमा से सटे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच नागरिकता और विवाह से संबंधित मुद्दों पर स्पष्ट द्विपक्षीय समझौते होने चाहिए। इससे दोनों देशों के नागरिकों की स्थिति स्पष्ट होगी और दुरुपयोग की संभावना कम होगी। अवैध प्रवेश या संदिग्ध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। सीमा हैदर जैसे मामलों में त्वरित और पारदर्शी जांच होनी चाहिए।

शादी पाकिस्तान में और नागरिकता भारत की रखने का मुद्दा केवल व्यक्तिगत पसंद का मामला नहीं है; यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक पहचान के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। हालांकि हर मामला साजिश का हिस्सा नहीं हो सकता, लेकिन इसकी संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारत को अपनी नागरिकता नीतियों को और सख्त करना होगा, ताकि इस तरह के दुरुपयोग को रोका जा सके। साथ ही, सामाजिक जागरूकता और खुफिया निगरानी को बढ़ाकर इस मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। यह मुद्दा न केवल भारत की सरकार, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक चेतावनी है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी उदारता और सहिष्णुता का दुरुपयोग न हो, और हमारा देश सुरक्षित और एकजुट रहे। इस दिशा में त्वरित और प्रभावी कदम उठाना समय की मांग है। (विनायक फीचर्स)

कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को कवर करेगा सुप्रीम कोर्ट

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मुंबई (अनिल बेदाग) : भारत के बेहतरीन और सबसे विश्वसनीय वकीलों में से एक सना रईस खान ने अपने गहन ज्ञान और जुनून के साथ एनडीटीवी के हाल ही में लॉन्च किए गए कानूनी शो ‘रूल ऑफ लॉ विद सना रईस खान’ को काफी सफल बनाने में कामयाबी हासिल की। सना रईस खान ने अपने अनुभव, ज्ञान और अंतर्दृष्टि के माध्यम से अब तक आम आदमी को देश की कानून-व्यवस्था के साथ-साथ नागरिकों के रूप में उनके अधिकारों के बारे में सफलतापूर्वक शिक्षित किया है। शो में सना की भागीदारी के साथ-साथ सामग्री की विशिष्टता जो शो को पेश करनी है, उसे पहले ही सभी से बहुत सराहना मिल चुकी है और अब, हमारे पास आगामी एपिसोड का विवरण आ रहा है।
‘रूल ऑफ लॉ विद सना रईस खान’ के आगामी एपिसोड में हम उन्हें कुछ दिन पहले पूरे देश को हिला देने वाले दुखद पहलगाम आतंकवादी हमले को कवर करते हुए देखेंगे। सना घटना की गहराई में जाने के लिए पूरी तरह तैयार है और सभी को यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) की अवधारणा को समझने में मदद करेगी जो आतंकवादी गतिविधि की इस घटना को नियंत्रित करता है। उसी के बारे में सना ने कहा कि यह देखना बेहद निराशाजनक है कि पहलगाम में क्या हुआ। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और दिवंगत आत्माओं को शांति मिले।
यूएपीए पर ज्ञान के प्रति बहुत जिज्ञासा और खोज है, विशेष रूप से इस दुखद घटना के बाद और इसलिए आगामी एपिसोड में मैं दर्शकों के लिए इसे आसानी से समझने योग्य बनाने के लिए इसके हर हिस्से को डिकोड कर रही हूं। इस भयावह घटना के बाद प्रभावित हुए प्रत्येक व्यक्ति के लिए मेरी प्रार्थनाएँ हैं। भगवान हम सभी की देखभाल करें।”कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले को कवर करने वाले सना रईस खान के एनडीटीवी शो ‘रूल ऑफ लॉ’ का नवीनतम एपिसोड 26 अप्रैल, 2025 (शनिवार) को रात 8:27 बजे प्रसारित होगा।

Chhattisgarh:राज्य के हर ब्लॉक में बनेंगे गोधाम

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Gaudham In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में गोठानों को बंद कर गोवंश संरक्षण के लिए सरकार की नई योजना शुरू हो रही है.गायों की देखरेख सुव्यवस्थित करने के लिए हर ब्लॉक में बनेंगे गोधाम बनेंगे. शनिवार को बलौदाबाजार में इसके लिए एक बैठक भी हुई. ये बैठक छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर सिंह पटेल ने ली. उन्होंने इस बार में विस्तार से पूरी जानकारी दी.

200 गायों के रखने की होगी व्यवस्था

अध्यक्ष विशेषर सिंह पटेल ने कहा है कि गोठान योजना के स्थान पर अब राज्य सरकार “गौधाम योजना” शुरू करने जा रही है. इस योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड में 10-10 स्थानों पर गोधाम बनाए जाएंगे,जहां दो-दो सौ गायों को रखने की व्यवस्था होगी. उन्होंने बलौदाबाजार प्रवास के दौरान ग्राम लटुवा में गौ ग्राम जनजागरण यात्रा में शामिल हुए और इसके बाद जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक और यज्ञशाला में खुले मंच को संबोधित किया .

घटती संख्या चिंता का विषय

उन्होंने कहा कि गौवंश की घटती संख्या चिंता का विषय है. गौ को भारतीय संस्कृति में माता का दर्जा प्राप्त है और उसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सभी वर्गों को मिलकर प्रयास करना होगा. पटेल ने कहा कि गौवंश को “चलता फिरता रसायन शास्त्र” कहा जा सकता है. क्योंकि गोबर और गोमूत्र में औषधीय गुण होते हैं जो कई गंभीर बीमारियों के उपचार में सहायक हैं. बैठक में उन्होंने निराश्रित गोवंश के सर्वे, उनकी संख्या संकलन और बारिश के मौसम में सड़कों पर विचरण करने वाले मवेशियों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थलों की पहचान करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग को अवैध रूप से गोवंश के परिवहन पर कड़ी निगरानी और संबंधितों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

गाय के गोबर से खेती करके लाखों कमा रहा ये किसान

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गुजरात के पाटण जिले के सरस्वती तालुका के भटसन गांव में रहने वाले 58 वर्षीय किसान नरसिंहभाई प्रजापति ने तीन साल पहले एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने पारंपरिक खेती के तरीकों को छोड़कर प्राकृतिक खेती को अपनाया. उनके बेटे जयेशभाई प्रजापति, जो बनास डेयरी में काम करते हैं, भी इस पहल में उनके साथ हैं. दोनों बाप-बेटे अब 7 बीघा जमीन पर प्राकृतिक तरीके से खेती कर रहे हैं और सालाना एक लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं.

अगर बच्चों को ज़हर नहीं देते तो धरती को क्यों?”
जयेशभाई कहते हैं, “अगर हम अपने बच्चों को ज़हर नहीं देते, तो धरती को भी ज़हर क्यों दें?” यह सोच ही उनकी खेती की दिशा को बदलने की वजह बनी. उन्होंने महसूस किया कि रासायनिक खेती न केवल जमीन को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि अनाज भी जहरीला बना रही है. यही कारण है कि उन्होंने और उनके पिता ने जीवनभर गौ-आधारित प्राकृतिक खेती करने का संकल्प लिया.

गौ आधारित खेती से मिली ज़मीन को नई जान
नरसिंहभाई ने गिर नस्ल की देसी गायें पाल रखी हैं. गाय के गोबर और मूत्र से वह ठोस जीवामृत और तरल जीवामृत तैयार करते हैं. यह जैविक मिश्रण फसल की बढ़वार और उपज को बढ़ाता है. वे ठोस अमृत को 15 दिन में खेत में मिलाते हैं और 30-35 दिन में तैयार खाद खेत में डालते हैं. जीवामृत का उपयोग फसल की ज़रूरत के अनुसार 15 से 21 दिन में किया जाता है.

क्या कोई बचा पाएगा पाकिस्तान की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को?

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मुंबई (अनिल बेदाग) : पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री, जिसे आमतौर पर लोलीवुड कहा जाता है, उस वक्त से बुरी तरह जूझ रही है जब से देश में भारतीय कंटेंट को पूरी तरह बैन कर दिया गया। अब ना सिर्फ भारतीय फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज़ होती हैं, बल्कि उन्हें टेलीविज़न पर दिखाना भी मना है।
2019 में बैन से पहले, कुछ चुनिंदा हिंदी फिल्में पाकिस्तान में रिलीज़ होती थीं और बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करती थीं। बजरंगी भाईजान ने वहां लगभग ₹34 करोड़ कमाए थे, जबकि संजू ने भी अच्छा कलेक्शन किया था। ये आंकड़े दिखाते हैं कि पाकिस्तान में भारतीय कंटेंट की कितनी मांग थी।
 द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने कहा, तो जब से हिंदी फिल्मों को वहाँ (पाकिस्तान) पर बंद कर दिया गया, वहाँ के थिएटरों की संख्या भी कम हो गई है। पाकिस्तान का डोमेस्टिक सिनेमा पूरी तरह से तबाह हो गया है। जो कुछ बनता भी है वो सब दुबई बेस्ड है, पाकिस्तान बेस्ड उसमें कुछ नहीं है।”
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि पाकिस्तान में अब मनोरंजन के साधन लगभग खत्म हो चुके हैं। पाकिस्तान में मूवी टिकट की कीमत ₹600 से लेकर ₹2,000 तक जाती है, जबकि वहां की औसतन मासिक सैलरी ₹15,000 के आसपास है। ऐसे में आम जनता के लिए इतनी महंगी एंटरटेनमेंट को रेगुलर तौर पर अफोर्ड कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है। इस मुद्दे पर द राइट एंगल शो में सोनल कालरा ने विस्तार से बात की, जिसे गौतम ठाक्कर फिल्म्स ने प्रोड्यूस किया है।
वहीं फवाद ख़ान के सितारे भी कुछ खास मेहरबान नहीं हैं, क्योंकि उनकी बॉलीवुड कमबैक फिल्म अबीर गुलाल की रिलीज़, पहलगाम आतंकी हमलों के बाद टाल दी गई है। कुल मिलाकर देखा जाए तो, लगातार बढ़ती कीमतों और कंटेंट पर पाबंदियों के चलते पाकिस्तान में मनोरंजन न सिर्फ मुश्किल होता जा रहा है, बल्कि आम लोगों की पहुंच से बाहर होता जा रहा है। आज की तारीख में पाकिस्तान में एंटरटेनमेंट एक लग्ज़री बन चुका है।

दिव्या प्रधान आगामी कई म्यूजिक वीडियो में कर रही हैं अभिनय और गायन

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400 से अधिक बार लाइव सिंगिंग परफॉर्मेंस देने वाली और देश सहित विदेशों में सफलता पूर्वक सिंगिंग शो करने वाली सिंगर और अभिनेत्री है दिव्या प्रधान। दिव्या ने भारत ही नहीं सिंगापुर, दुबई, नेपाल, थाईलैंड आदि देशों में जाकर अपना सिंगिग लाइव शो किये हैं। दिव्या की आगामी कई म्यूजिक वीडियो आ रही है जिसमें वो गायन के साथ अभिनय कर रही है। जिनके नाम ‘हुक्का’, ‘बारिश की बूंदे’, ‘लबों पे तेरा नाम’ मुख्य है। इससे पहले उन्होंने कई म्यूजिक वीडियो में काम किया है और कुछ में सिंगिंग भी की है। ‘मेरे प्रभु श्री राम’ और ‘ये दिल सूफियान’ म्यूजिक वीडियो प्रसिद्ध है। दिव्या प्रधान साउथ फिल्मों में भी काम कर रही हैं। फिल्म ‘रंगा भाई रेड्डी’ में दिव्या ने तांत्रिक की भूमिका निभाई है। दिव्या को मॉडलिंग करना अच्छा लगता है जिसके लिए वह एड फिल्म, रैम्प वॉक और फैशन शो करती रहती है।
दिव्या कहती है कि सिंगिग उनका जुनून है, वह अपने जीवन में गायन को पहला दर्जा देती है। पंडित रमाकांत तिवारी के मार्गदर्शन में उन्होंने सेमी क्लासिकल गीत गायन की शिक्षा ली है। हिंदी, हरयाणवी और भोजपुरी में उन्होंने ढेरों गीत गाये हैं। दिव्या ने कई भोजपुरी के मशहूर कलाकारों और गायकों जैसे मनोज तिवारी, रवि किशन आदि के साथ गाना गाया है। वह भजन, लोकगीत, फिल्मी गीत और प्लेबैक गाने गाती रहती हैं और लाइव परफॉर्मेंस भी देती है। उनका खुद का प्रोडक्शन हाउस ‘हैप्पी राय प्रोडक्शन’ है जिसके बैनर तले शॉर्ट फिल्म और वेब सीरीज का निर्माण होता रहता है। इसके अंतर्गत वह नए कलाकारों को मौका देती हैं। 2013 में गाज़ीपुर में वह छात्रसंघ के चुनाव लड़ी थी। उनकी तमन्ना है कि निकट भविष्य में वह राजनीति जगत में अपना पदार्पण जरूर करेंगी। फ़िलहाल वह अपने सिंगिग कैरियर में अधिक ध्यान दे रही है।
दिव्या उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर (बनारस) की रहने वाली है। वह कहती हैं कि वह एक ऐसे छोटे शहर की लड़की है, जहाँ फैशन तो दूर की बात है अच्छे कपड़े खरीदने के लिए दूर शहर आना पड़ता था। जब वह पढ़ाई कर रही थी तभी से उनके मन में इच्छा थी कि वह सारी दुनिया को देखे। अपने छोटी सी जगह से बाहर आये और कुछ ऐसा बेहतर काम करें कि परिवार और समाज को उन पर गर्व हो। उन्होंने बताया कि शुरुआत में अज्ञानता और आधुनिकता ने आंखों में पट्टी बांध दी थी, पर अनुभव ने दूरदर्शिता बढ़ा दिया। उन्हें समझ आया कि आप ऐसा काम करो जिससे आपकी छवि ऐसी बने कि लोग और परिवार सबको अच्छा लगे और उन्हें आपको देखने और सुनने में झिझक महसूस ना हो।
दिव्या आगे कहती है कि फिल्मों की रंगीन दुनिया अलग होती है जिसमें समय के अनुरूप आपको काम करना पड़ता है, मगर वर्तमान समय में कुछ घर की महिलाएं, लड़कियां यहाँ तक कि स्कूल की बच्चियां भी रील्स बनाने और खुद को जल्दी फेमस बनाने के चक्कर में जो अश्लीलता परोस रही है वह सही नहीं है। भविष्य में यह उनके लिए ही परेशानी का सबब सिद्ध होगी। दिव्या कहती है कि आप स्वयं पर और अपनी योग्यता पर विश्वास रखें। धैर्य बनाये और सही समय का इंतजार करें आपको आपकी मंजिल और कामयाबी की सीढ़ी जरूर मिलेगी। जल्दी प्रसिद्धि पाने के चक्कर में शॉर्टकट लेना हमेशा सही फैसला नहीं होता। वह चाहती है कि बतौर गायक वह लोगों के दिल में अपनी अच्छी छाप छोड़े।

परिमैच ने भारतीय रैपर डिवाइन के साथ एक्सक्लूसिव मीट-एंड-ग्रीट सेशन का किया आयोजन

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मुंबई। प्रमुख ग्लोबल गेमिंग प्लेटफॉर्म, परिमैच ने अपने ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर, भारतीय रैपर डिवाइन के साथ एक एक्सक्लूसिव मीट-एंड-ग्रीट सेशन का शानदार आयोजन किया। मुंबई के ट्रेंडी ‘एंटीसोशल’ वेन्यू में आयोजित इस इवेंट में इन्फ्लुएंसर्स, परिमैच के वीआईपी यूज़र्स और प्रमुख मीडिया एक साथ आकर रोमांचक और ऊर्जावान अनुभव का हिस्सा बने।
35 विशेष मेहमानों के साथ, इवेंट का माहौल गर्मजोशी से भरा हुआ था। डिवाइन अपनी लिरिकल स्टोरीटेलिंग के लिए मशहूर है और मुंबई की जड़ों से जुड़े हुए हैं। उनके एक सेशन से फैन्स और जर्नलिस्ट्स को एक आर्टिस्ट की सोच को समझने का मौका मिला।
सेशन के दौरान, डिवाइन ने अपने करियर के उन खास लम्हों के बारे में बात की, जिससे उन्हें यह सफलता हासिल की। उन्होंने यह भी बताया कि सफलता के बावजूद वह कैसे हमेशा ज़मीन से जुड़े रहते हैं, मुश्किल समय में किस तरह की सोच अपनाते हैं, और उनके हिसाब से मेहनत और किस्मत में से क्या ज्यादा जरूरी है। यह सेशन भारत के सबसे प्रभावशाली म्यूजिक आर्टिस्ट की ज़िंदगी और उनकी मेहनत को जानने का बेहतरीन मौका था।
शाम को मेहमानों को डिवाइन से व्यक्तिगत रूप से मिलने का मौका मिला। इस दौरान, एक लीफलेट साइनिंग सेशन हुआ, उसके बाद मेहमानों को डिवाइन के साथ फोटो लेने का मौका भी मिला। इंफ्लुएंसर्स ने उस पल को कैद किया, फैंस को उनके परिमैच-ब्रांडेड मर्चेंडाइज मिले, और तमाम लोगों ने इस पल को खुलकर जीया। इस दौरान, पूरा माहौल उत्साह से भर गया।
शाम में ताजगी का एहसास जोड़ते हुए, परिमैच ने एक कॉकटेल वर्कशॉप भी आयोजित की, जहाँ मेहमानों ने एक्सपर्ट बारटेंडर्स से परफेक्ट ड्रिंक बनाने की कला सीखी।