कुमार विश्वास ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर की है। जिसमें वह अपनी पालतु बिल्ली के साथ नजर आ रहे हैं। इस पर एक शख्स ने उन्हें कुछ ऐसी सलाह दे डाली की कुमार विश्वास से रहा नहीं गया और और उन्होंने उस शख्स को मजेदार जवाब दे डाला।
दो-चार दिन बाहर से कार्यक्रम करके लौटने पर कुछ देर तो सुश्री पुचकी जी का मुक़दमा सुनना ही पड़ता है 😛।आज इन्होंने, इस रील को बना रहीं हमारी पुत्री के ख़िलाफ़ जमकर बयानबाज़ी की।आप भी सुनिए 😂😂😍👍 pic.twitter.com/FbOrNSwgO8
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 5, 2022
कुमार विश्वास का पोस्ट: सोशल मीडिया पर कवि ने अपनी बिल्ली के साथ वीडियो शेयर किया, साथ ही कैप्सन में लिखा, दो-चार दिन बाहर से कार्यक्रम करके लौटने पर कुछ देर तो सुश्री पुचकी जी का मुक़दमा सुनना ही पड़ता है। आज इन्होंने,इस रील को बना रहीं हमारी पुत्री के खिलाफ जमकर बयानबाजी की।आप भी सुनिए।
लोगों की प्रतिक्रियाओं पर कुमार के जवाब: कुमार विश्वास वीडियो में अपनी बिल्ली को दुलार करते नजर आ रहे हैं। कवि के इस पोस्ट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। दिनेश भादु नाम के शख्स लिखते हैं, ”कुत्ते बिल्ली की जगह आप यदि गाय के छोटे बछड़े को इस तरह दुलारते तो आपको गौ माता का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता।”दिनेश भादु के इस कमेंट पर कुमार विश्वास ने मजेदार जवाब देते हुए लिखा, ”दिनेश भादु जी, आप की राय का ही इंतजार था बस।” इसी के साथ चाकशू जैन लिखते हैं, इसको अपने अपने राम सुनाइए। इस पर कवि जवाब देते हुए लिखते हैं, ”सुनाता तो हूं लेकिन ये बदले में मुझे महाभारत सुनाने लगती है।”
मेरे घर आई एक नन्ही परी❤️
हमारी गौशाला ‘गोकुल’ में कल शाम गंगा नामक गाय को पुत्री-रत्न की प्राप्ति हुई है।बेटियों ने इस बछिया का नाम ‘नंदा’ रखा है।जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।आप सब की और से पहले दूध की पौष्टिक ‘खीस-पेवसी’ दो चम्मच अधिक खा रहा हूँ😋
मिठास आप सब तक पहुँचे 🤪😍🙏 pic.twitter.com/dnzsbDp83C— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 23, 2021
शोसल मीडिया यूजर्स कभी कभी बिना सोचे समझे भी किसी पर कमेंट मार देते है। कुमार विश्वास पशु प्रेमी है उन्होंने समय समय पर अपने पशु प्रेम और गौ प्रेम को दर्शया भी है। २३ जून २०२१ को उनके यहाँ एक गौमाता का जन्म हुआ जिस की फोटो उन्होंने ट्वीट भी किया था।
गोपाष्टमी २०२० के मौके पर कुमार विश्वास ने क्या कहा था ?
आज गोपाष्टमी है ! मेरे परिवार में, अपने घर-आँगन में, स्वयं मैं तीन पीढ़ियों से गाय-बछड़े-बछिया-बैल और नंदी देखता हुआ बड़ा हुआ हूँ ! भारत में गाय और
भारत में गाय और गोवंश दो संदर्भों में प्रचलित है ! एक वे सच्चे-अच्छे लोग जो ईश्वर की ओर से मनुष्यों के परिवार-संकुल में भेजे गए इस बेहद प्यारे-सरल व उपयोगी प्राणी की महत्ता को जानते-समझते हैं।
कोरोना-काल में खेत पर ज़्यादा रहा तो मैं वहाँ से अपने गोवंश से आपका ज़्यादा परिचय करा सका ! हमारी बछिया लाड़ो व प्यारी, हमारे बछड़े भीष्म व वल्लभ, हमारी गाएँ राधा,गंगा,वापी-तापी के साथ-साथ हमारे गोसेवक सोनू व कुलवंत भी हमारे फ़ेसबुक परिवार में घुलमिल गए !