परिवारवाद पर उठाया सवाल, तो कहा मेरा कोई परिवार नहीं: पीएम मोदी

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PM Modi in Telangana: बिहार की राजधानी पटना में एक रैली के दौरान आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के 'मोदी का कोई परिवार नहीं' वाले बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए जवाब दिया है. पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए बताया है कि देश के लोग उनके पल-पल की खबर रखते हैं. देश के लोग ही उनका परिवार...

महामार्ग के जरिए इंगतपुरी से शिरडी तक केवल डेढ़ से दो घंटे में ही पहुंचा जा सकेगा

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मुंबई: समृद्धि महामार्ग का निर्माण कार्य इंगतपुरी तक पूरा हो चुका है। इस महामार्ग के जरिए अब मुंबई से नासिक या शिरडी के बीच की दूरी कम समय में ही पूरी की जा सकेगी। सोमवार से समृद्धि महामार्ग के तीसरे फेज को वाहनों के लिए खोल दिया गया। इससे आम नागरिकों के साथ ही वाहनचालकों की राह आसान हो गई...

महाशिवरात्रि महाकाल की उपासना की परंपरा

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श्रीमती उर्मिला निरखे- आकाशे तारकंलिंगम पाताले हाटकेश्वरम् मृत्यु लोके महाकालो लिंगत्रयो नमोस्तुते। आकाश में तारकालिंग, पाताल में हाटकेश्वर, मृत्युलोक में महाकाल स्थित है। मृत्युलोक विशाल है। ज्योर्तिलिंग भी अनेक हैं, जिनमें महाकाल उज्जैन में स्थित है। सौराष्ट्रे सोमनाथंच, श्री शैले मल्लिकार्जुनम् उज्जनिन्यां महाकालं ओंकार ममलेश्वरम्। भगवान महाकालेश्वर शिव का स्वरूप हैं। शिवत्व सम्पूर्ण ब्रहा्राण्ड में व्याप्त हैं, क्योंकि वह महाकाल है ऐसी स्थिति में महाकाल की उपासना की परंपरा पर चर्चा करना वास्तव में बहुत सीमित होना है पर महाकाल के कारण अवंतिका का पावन क्षेत्र विश्व व्यापी ख्याति अर्जित कर सका है। सारे संसार के शैव अपने मन में मालवा की शस्य-श्यामला भूमि में स्थित उज्जैन के महाकालेश्वर दर्शन की आकुलता एवं जिज्ञासा सहेजे रहते हैं। मालवा क्षेत्र में भारत के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा भगवान महाकालेश्वर की उपासना अधिक प्रचलित रही है। स्कंधपुराण के अवन्तिखंड में उल्लेख है कि विशाल अवन्ति क्षेत्र में एक महाकाल वन था जिसमें लाखों भक्त जन हजारों शिव लिंगों की पूजा-अर्चना करते थे। समय बीतता गया, वह प्राचीन वन लुप्त हो गया किन्तु महाकालेश्वर का मंदिर आज भी अपने मूल स्थान पर स्थित है। पुराणों तथा कालिदास, बाणभट्टï आदि महाकवियों ने इस मंदिर की भारी महिमा गायी है। प्राचीनकाल में उज्जैन का नरेश चण्ड प्रद्योत था। इस बात के अनेक प्रमाण हैं कि उस समय भी महाकाल मंदिर भारी भीड़ को आकर्षित करता था। महाकाल मंदिर में जो अभिलेख विद्यमान हैं, उसके अनुसार इस मंदिर का पुनर्निर्माण अत्यंत ही भव्य रूप में परमार काल में हुआ। दुर्भाग्य से सन् 1235 में अल्तमश ने इस मंदिर को नष्टï कर दिया। अठारहवीं सदी के पूर्वाद्र्ध में जब राणोजी शिंदे उज्जैन के शासक बने उनके मंत्री रामचंद्र शेणवी ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया। आज  जो मंदिर विद्यमान है, वह मराठा काल में निर्मित हुआ है और तीन खंडों में विभाजित है। सबसे नीचे महाकालेश्वर मध्य में ओंकारेश्वर और ऊपर नाग चंद्रेश्वर (सिद्धेश्वर) है। जब हम त्रिखण्डीय मंदिरों की चर्चा करते हैं तो मालवा निमाड़ परिक्षेत्र के दो मंदिर हमारे सामने आते हैं पहिला नेमावर का सिद्धेश्वर मंदिर जो देवास जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यहां के मंदिर में महाकालेश्वर दूसरे खण्ड में विद्यमान है। नर्मदा किनारे ही एक और ज्योर्तिलिंग ममलेश्वर (ओंकार मांधाता) है। यहां ओंकारेश्वर का जो प्राचीन मंदिर विद्यमान है, उसके सर्वोच्च खण्ड पर महाकालेश्वर विद्यमान हैं। इस प्रकार उज्जैन के महाकालेश्वर, नेमावर के सिद्धेश्वर और मांधाता के ओंकारेश्वर मंदिर एक-दूसरे के पूरक हैं। इनसे जो त्रिकोण बनता है इससे परिसीमित मालवा अंचल शैवमत के गुह्यतंत्र की सिद्ध भूमि माना जा सकता है। इन तीनों मंदिरों की परस्पर दूरी साठ कोस की है( उज्जैन, नेमावर, ओंकारेश्वर) परमार काल से ही महाकालेश्वर की विशिष्ट उपासना की जाती रही है। खरगोन जिले में ऊन नामक स्थान, परमार काल में 99 विशाल मंदिरों का नगर था। अब तो वहां मात्र दो-चार मंदिरों के अवशेष रह गए हैं, इनमें एक जीर्ण-शीर्ण महाकालेश्वर का मंदिर भी है। यह मंदिर भी त्रिखण्डी रहा था। अब तो मात्र पुरा अवशेष है जो प्रमाणित करता है कि यह आकर्षक शिखर वाला मंदिर भूमिज शैली से बना है। इसी शैली का एक मंदिर रतलाम जिले के धराड़ ग्राम में है किन्तु इसका जीर्णोद्धार होने के पश्चात् मंदिर का मूल स्वरूप दिखाई नहीं देता है। उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील में झार्डा और इन्दोक के मध्य एक अत्यंत ही आकर्षक परमारकालीन मंदिर विद्यमान है। यह मंदिर भगवान महाकालेश्वर का है। देवास जिले में एक ग्राम है बिलावली है, यहां कुएं के उत्खनन से प्राप्त पुरावशेषों से सिद्ध हुआ है कि बिलावली (विल्लवपल्ली) में प्राचीन काल के आरंभ से ही बस्ती थी। एक पुरातत्वीय टीले के उत्खनन से यहां भी एक विशाल महाकाल मंदिर का होना पाया गया है। मंदिर तो आज भी है परन्तु वह पूर्णरूपेण आधुनिक है। मालवा की महाकाल परम्परा का विवरण तब तक समाप्त नहीं होता जब तक हम शाजापुर जिले के ग्राम सुन्दरसी  की चर्चा नहीं कर लेते। परमार काल में सुन्दरसी में भूमिज शैली के अनेक हिन्दू और जैन मंदिर थे। अब तो वे नष्ट प्राय: हो चुके हैं किन्तु भाग्य से प्राचीन महाकाल मंदिर का मंडप, शिखर, यज्ञशाला, कोटितार्थ कुंडआंगन खंडित रूप से आज भी विद्यमान हैं। यह मंदिर भी भूमिज शैली ( बिना नींव के ) बना हुआ है। मंदिर के भग्नावशेष बताते हैं कि मंदिर  अत्यंत विशाल एवं कलात्मक रहा होगा। वैसे सुन्दरसी उज्जैन का लघु संस्करण है, यह कहना अतिश्योक्ति नहीं है। महाकाल के कुछ और मंदिर मालवा क्षेत्र के कुछ ग्रामों में विद्यमान है। वे इतना तो सिद्ध करते हैं कि महाकाल की उपासना की परंपरा प्राचीनकाल से आज तक घनीभूत रूप से विद्यमान रही है। (विनायक फीचर्स)

हल्की वर्षा होने पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने किया भ्रमण

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4 मार्च 2024, उज्जैन: हल्की वर्षा/ओलावृष्टि होने पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने किया भ्रमण – उज्जैन जिले में  गत दिनों  मौसम परिवर्तन के फलस्वरूप कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा एवं हल्की ओलावृष्टि होने पर कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों एवं मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि जहां-जहां बारिश एवं ओलावृष्टि हुई है, उसका निरीक्षण कर...

पालघर में हुए फर्जी एनकाउंटर मामले में 2 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

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पालघर. महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा इलाके में चोरी के मामलों में आरोपी एक व्यक्ति की कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में विशेष जांच दल यानी एसआईटी ने दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है. एसआईटी की टीम उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों की गिरफ्तारी...

गौमाता की सेवा करने वाले को अंत में बैकुंठ की प्राप्ति होती है

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गऊ माता ही आप के सभी पाप कर्म से मुक्ति देने वाली है। गौसेवा महान सेवा है। आदि काल से ही ऋषि मुनियों ने , हमारे धर्म ग्रंथो में इसकी महिमा के बारे में लिखा गया है। गौ सेव करने वाला व्यक्ति सदा सुखी रहता है। प्रत्येक जीव सम्मान का अधिकारी है. भारतीय संस्कृति में प्रत्येक जीव को सम्मान दिया...

गौ हत्या का प्रयास करते तस्करों की पुलिस से मुठभेड़

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खरखौदा। रविवार देर रात मेरठ बुलंदशहर हाईवे पर कस्बे  के डीएवी डिग्री कॉलेज के पास जंगल में गौ तस्करों व पुलिस में मुठभेड़ हो गई, जिसमें पुलिस की गोली से दो तस्कर घायल हो गए। वहीं एक आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस ने दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर...

Lok Sabha Election 2024 – पवन सिंह , पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध – महिला उम्मीदवार को टिकट

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Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2 मार्च को लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी. इसमें पार्टी ने भोजपुरी स्टार पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था. हालांकि, बाद में पवन सिंह ने बीजेपी नेतृत्व का आभार जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चुनाव नहीं लड़ने की जानकारी...

जल्द होगी “एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” ट्रेलर और रिलीज़ की घोषणा 

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मुंबई (अनिल बेदाग) : बहुप्रतीक्षित फिल्म गोधरा फिलहाल सेंसर प्रक्रिया से गुजर रही है। फ़िल्म के मेंबर्स के लिए स्क्रीनिंग होने के बाद कैंसर से जुड़े औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। सेंसर मिलने के बाद निर्माता ट्रेलर  के अनावरण के साथ एक नई रिलीज़ तारीख की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। "एक्सीडेंट ऑर  कांस्पिरेसी   गोधरा" 1 मार्च...

मिस वर्ल्ड प्रतियोगियों ने ‘ताडोबा महोत्सव’ का दौरा किया 

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मुंबई (अनिल बेदाग) : पिछले दिनों मिस वर्ल्ड आर्गेनाइजेशन की संस्थापक जूलिया मॉर्ले ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली युवा प्रतियोगियों के साथ 'ताडोबा महोत्सव' का दौरा करते हुए बाघ संरक्षण का संदेश दिया। महाराष्ट्र सरकार में वन, सांस्कृतिक मामलों और मत्स्य पालन के कैबिनेट मंत्री, माननीय श्री सुधीर मुनगंटीवार द्वारा वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन को बढ़ावा देने के...