गाय के गोबर की चिप से रेडिएशन से बचा जा सकता है- शंकरलाल। डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के सभागार में बुधवार को गौ संरक्षण एवं गौ उत्पादों की सार्थकता विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।व्याख्यान के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय गौ सेवा के संयोजक रहे समाज सेवी शंकर लाल द्वारा गौ संरक्षण एवं गौ उत्पादों की सार्थकता विषय पर विशेष व्याख्यान दिया गया।वे वर्तमान में गौ सेवा गतिविधियों के प्रशिक्षण प्रमुख हैं।
उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि विलुप्त हो रही देसी गाय की नस्ल सुधार और गाय के गोबर तथा गोमूत्र से भूमि का सुधार आवश्यक है। देश की अनेक समस्याओं के समाधान पर अनुसंधान का कार्य जैसे भूमिगत जल संरक्षण के द्वारा भूमिगत जल स्तर को बढ़ाना,वृक्षारोपण कर सघन वनों का विकास करना,गोचर भूमि पर निःशुल्क चारागाह का मॉडल स्थापित करना,गोबर एवं गोमूत्र पर अनुसंधान करना,अहिंसात्मक स्वावलंबी चिकित्सा पद्धतियों पर कार्य करना ऐसे अनेक गतिविधियों का संचालन किये जाने की आवश्यकता है।
भारत एवं विश्व को रोग मुक्त करने में भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद एवं गौ उत्पादों का समुचित उपयोग महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। गाय से बने हुए गाय के उत्पाद गोमूत्र, गोबर,घी,दूध ये सभी अलग-अलग प्रक्रियाओं के द्वारा शरीर में होने वाले रोग जैसे अल्सर,डायबिटीज,उच्च रक्तचाप,स्पॉन्डिलाइटिस,स्लिप डिस्क आदि अनेक रोगों में उपयोगी है।
रेडिएशन से बचने के लिए गोबर की चिप का निर्माण किया गया है जो शरीर को रेडियेशन के नुकसान से बचाता है। भारत को शत प्रतिशत रोग मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। गाय के पालन से प्रत्येक मनुष्य को सुखी,स्वावलंबी एवं रोग मुक्त बनाना मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि हम सभी देशवासियों को मिलकर भारत को कुपोषण मुक्त, कर्जमुक्त,प्रदुषण मुक्त,रोगमुक्त तथा ऊर्जायुक्त,रोजगारयुक्त बनाना है।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि आयुर्वेद की औषधियों के निर्माण में गौ उत्पादों का महत्वपूर्ण योगदान है, देशी गाय के उत्पादों से उच्च कोटि की गुणवत्तापूर्ण औषधियों का निर्माण किया जा सकता है,इसलिए देशी गाय के पालन की अत्यधिक आवश्यकता है। प्रत्येक परिवार को जहां तक संभव हो खुद के स्वास्थ्य संरक्षण के लिए एक देसी गाय का पालन अवश्य करना चाहिए।
इस अवसर पर समाजसेवी श्यामसुंदर राठी,राकेश निहाल, निर्मल,मोहन उपस्थित थे।कार्यक्रम के शुभारंभ पर कुलपति प्रोफेसर प्रजापति ने शंकर लाल का साफा पहनाकर,पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कुलसचिव प्रोफेसर गोविंद सहाय शुक्ल ने समाजसेवी शंकर लाल का परिचय देते हुए सभी का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर महेंद्र कुमार शर्मा,प्रोफेसर चंदन सिंह,प्रोफेसर राजेश कुमार गुप्ता,प्रोफेसर ए नीलिमा रेड्डी,परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजाराम अग्रवाल सहित संकाय सदस्य एवं योग नेचूरोपैथी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.चंद्रभान शर्मा,स्नातकोत्तर अध्येता उपस्थित थे।संचालन क्रियाशारीर विभागाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी डॉ.दिनेश शर्मा ने किया।