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15 सितंबर को जीसीसीआई का गोचर विकास की समस्याओ पर परिचर्चा होगी

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15 सितंबर को जीसीसीआई का गोचर विकास की समस्याओ पर परिचर्चा होगी, देशभर की सभी गौशाला प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया…

जीसीसीआई द्वारा “चारागाह संरक्षण और विकास” पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन 15-09-2024, रविवार को सुबह 11:00 बजे से 01:00 बजे तक करने का निर्णय लिया गया है जिसमें देश के विशेषज्ञो द्वारा पेपर पढ़ा जाएगा। यह बता दे कि गोपालन से लेकर गौशाला पशुओं के रखरखाव में कौशल विकास का महत्वपूर्ण योगदान है । देश के हर प्रांत में गोचर की जमीन को या तो नाजायज तौर पर कब्जा किया गया है जमीन को गोचर के कार्यों में प्रयोग नहीं किया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि पशुओं के लालन पालन में गोचर भूमि का बहुमूल्य योगदान है।

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष और जीसीसीआई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया के मार्गदर्शन में, जीसीसीआई ने 15-09-2024 रविवार को सुबह 11:00 बजे से 01 बजे तक राष्ट्रीय स्तर पर “चारागाह संरक्षण और विकास” पर एक वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार तीन सत्रों में आयोजित किया गया है। जिसमें पहला सत्र 11:00 बजे से 11:45 बजे तक होगा जिसमें जीसीसीआई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया और जीसीसीआई के राष्ट्रीय सलाहकार और राजस्थान के पूर्व मंत्री श्री देवी सिंह भाटी गौचर भूमि के संरक्षण और विकास पर अपने विचार रखेंगे।

दूसरा सत्र 11:45 से 12:30 बजे तक होगा जिसमें वर्षों से “चारागाह संरक्षण एवं विकास” के क्षेत्र में कार्य कर रही समस्त महाजन संस्था के प्रबंध न्यासी डाॅ. गिरीशभाई शाह भाषण देंगे। इस सत्र में गौचर संरक्षण एवं विकास के क्षेत्र में कार्य कर रहे अग्रणी लोग अपने अनुभव एवं विचार प्रस्तुत करेंगे।

तीसरा सत्र दोपहर 12:30 बजे से 01:00 बजे तक होगा. जिसमें “चारागाह संरक्षण एवं विकास” के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का निराकरण एवं शंकाओं का समाधान किया जायेगा।

संगोष्ठियों के माध्यम से गौचर भूमि के संरक्षण एवं विकास हेतु क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय नीतियों का निर्माण से लेकर गौचर भूमि पर कार्य कर रहे विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों को संगठित करने तथा अन्य संस्थाओं को इस दिशा में प्रोत्साहित करने पर व्यापक चर्चा होगी।

वेबिनार में किसान, गाय पालक, शोधकर्ता और विद्वान, सरकारी अधिकारी और नीति निर्माता, पर्यावरणविद् और संरक्षणवादी, गाय संरक्षण संगठन और गाय कार्यकर्ता, कृषि और पशु चिकित्सा छात्र, गाय सेवा उत्साही और व्यवसायी, कृषि व्यवसाय उद्यमी और स्टार्ट-अप भाग लेंगे। साथ ही जनता को इस वेबिनार में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने के लिए जीसीसीआई के संस्थापक डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने अपील की है।

इस वेबिनार के माध्यम से, जीसीसीआई एक व्यापक चर्चा के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है, जहां विशेषज्ञ, नीति निर्माता और गौचर संरक्षण में काम करने वाले लोग इस दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए एक साथ आ सकते हैं। वेबिनार न केवल विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि देहाती संस्कृति की बहाली और इसके प्रचार-प्रसार के लिए आवश्यक रणनीतियों की ठोस कार्रवाई के लिए एक मंच भी होगा।

इस वेबिनार में हमारी सक्रिय भागीदारी चारागाह संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान होगी। आइए हम सब मिलकर गौचर भूमि के महत्व को बहाल करें और इसे भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित करें।

आयोजन समिति ने बताया है कि पूरे वेबिनार का संचालन श्री हेम शर्मा, संस्थापक, राजस्थान गौ सेवा परिषद और जीसीसीआई राजस्थान संयोजक, बीकानेर द्वारा किया जाएगा।

आयोजन के संबंध में विशेष जानकारी देते हुए बताया गया है कि इस वेबिनार से जुड़ने के लिए आप Google meet लिंकhttps://meet.google.com/ghh-ddby-oz j से जुड़ सकते हैं। पूरे वेबिनार को जीसीसीआई के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/OfficialGCCI/ पर लाइव देखा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए जीसीसीआई के महासचिव श्री मित्तलभाई खेतानी और तेजस चोटलिया एम.डी. संपर्क सूची में 94269 18900 अंकित है।

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