बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, लंदन इंडियन फिल्म फेस्टिवल, कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, केरल के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में तारीफ बटोरने के बाद, अब अप्लॉज एंटरटेनमेंट की पहली फीचर फिल्म ‘द रेपिस्ट’ को अगस्त में आयोजित इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में प्रदर्शित किया जाएगा। इस फिल्म को ‘फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न’ में तीन नॉमिनेशन्स भी मिले हैं जिनमें ‘बेस्ट फिल्म’, ‘बेस्ट डायरेक्टर’ और ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ शामिल हैं। बता दें, इससे पहले फिल्म बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रतिष्ठित किम जिसोक अवॉर्ड जीत चुकी है।
फीचर फिल्म ‘द रेपिस्ट’ को हर जगह से काफी धमाकेदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। इससे पहले अप्लॉज एंटरटेनमेंट कई सफल प्रीमियम ड्रामा सीरीज दे चुका है जिसमें ‘क्रिमिनल जस्टिस’, ‘रुद्र: द एज ऑफ डार्कनेस’ और ‘स्कैम 1992 : द हर्षद मेहता स्टोरी’ भी शामिल है।
अब अप्लॉज एंटरटेनमेंट ने फिल्मों की दुनिया में कदम रखा है और ‘द रेपिस्ट’ के साथ इसकी शुरूआत काफी सॉलिड हुई है जिसे दुनिया भर में सेलिब्रेट किया जा रहा हैं। यह फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता अपर्णा सेन द्वारा निर्देशित और क्वेस्ट फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से अप्लॉज एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित है।
*अप्लॉज एंटरटेनमेंट के बारे में :
अप्लॉज एंटरटेनमेंट एक प्रमुख कंटेंट और आईपी क्रिएशन स्टूडियो है जो प्रीमियम ड्रामा सीरीज, मूवी, डॉक्यूमेंट्री और एनिमेशन कंटेंट पर फोकस करता है।
मीडिया के दिग्गज समीर नायर के नेतृत्व में आदित्य बिरला ग्रुप का वेंचर, स्टूडियो ने कई शैलियों और भाषाओं में लोकप्रिय सीरीज को प्रोड्यूस और रिलीज किया है जिसमें ‘रुद्र: द एज ऑफ डार्कनेस’, ‘मिथ्या’, ‘क्रिमिनल जस्टिस’, ‘स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी’, ‘अनदेखीं,’ ‘भौकाल’ जैसे क्रिटिकली अक्लेम्ड शो शामिल हैं। इन शोज को दर्शकों ने सराहा है। हाल में प्रोडक्शन में थिएट्रिकल और डायरेक्ट-टू-स्ट्रीमिंग फिल्मों की एक मजबूत स्लेट है जिसमें ‘शर्माजी की बेटी’, ‘जब खुली किताब’ जैसी कुछ और फिल्में शामिल हैं। अप्लॉज की पहली फीचर फिल्म द रेपिस्ट, जिसे अपर्णा सेन ने डायरेक्ट किया है।
‘अप्लॉज’ ने अपने क्रिएटिव आउटपुट के लिए नेटफ्लिक्स, डिज़नी प्लस हॉटस्टार, अमेज़न प्राइम वीडियो, सोनी लिव, एमएक्स प्लेयर, ज़ी5 और वूट सेलेक्ट जैसे प्रमुख ओटीटी प्लेटफार्म्स के साथ भागीदारी की है।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय