Home Gau Samachar गोसदन का निर्माण रुकने से भूखी-प्यासी सड़कों पर हैं गाय

गोसदन का निर्माण रुकने से भूखी-प्यासी सड़कों पर हैं गाय

समूचे जोगिंद्रनगर उपमंडल में सैकड़ों बेसहारा पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था तो दूर पीने के पानी के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। घट्टा से मंडी तक राजमार्ग पर गोवंश भूख मिटाने के लिए तपती धूप में यहां वहां भटक रहे हैं। इन्हें शरण दिलाने के लिए संबंधित विभाग, सामाजिक संस्थाएं यहां तक प्रशासन भी गंभीर नहीं है।

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गोसदन का निर्माण रुकने से भूखी-प्यासी सड़कों पर हैं गाय

जोगिंद्रनगर (मंडी)। भाजपा सरकार के समय स्वीकृत गोसदनों के निर्माण के लिए बजट न होने से भीषण गर्मी में बेजुवान भूखे-प्यासे सड़कों पर फिर रहे हैं।
समूचे जोगिंद्रनगर उपमंडल में सैकड़ों बेसहारा पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था तो दूर पीने के पानी के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। घट्टा से मंडी तक राजमार्ग पर गोवंश भूख मिटाने के लिए तपती धूप में यहां वहां भटक रहे हैं। इन्हें शरण दिलाने के लिए संबंधित विभाग, सामाजिक संस्थाएं यहां तक प्रशासन भी गंभीर नहीं है।
जोगिंद्रनगर शहर के अलावा ऐहजू, चौंतड़ा में रोजाना दर्जनों बेजुवान सड़कों पर हादसों का शिकार हो रहे हैं। लडभड़ोल में भी समय पर उपचार न मिलने पर दम तोड़ते गोवंश की सहायता के लिए सामाजिक संस्थाएं भी आग नहीं आ रही हैं। हैरत की बात है कि प्रदेश के विकासात्मक कार्यों के लिए हजारों करोड़ों का कर्ज उठाने के बाद भी बेसहारा गाय और बैल के लिए अस्थायी तौर पर भी व्यवस्था नहीं हो पाई है। जोगिंद्रनगर उपमंडल की भराडू पंचायत में पूर्व भाजपा सरकार के समय अनुमानित 20 लाख से बनने जा रहे दो मंजिला गोसदन का निर्माण बीते पांच माह से बंद है। पांच लाख की पहली किस्त गोसदन के निर्माण के लिए जारी होने के बाद शेष बजट नहीं मिला। इस कारण गोसदन के पहले लैंटर का काम भी लटक गया। भराडू गौसदन के अध्यक्ष विजय जम्वाल ने बताया कि यहां पर पहले बने गोसदन में करीब 45 बेजुवानों को शरण मिली थी। नए गोसदन के भवन में करीब 40 बेसहारा मवेशियों को स्थायी ठिकाने के साथ पीने के पानी और चारे की भी व्यवस्था होनी थी लेकिन बजट न होने से तमाम योजनाएं ठप हैं। बेसहारा गोवंश को लदरूहीं गोसदन में भी शरण दिलाने की योजना थी, लेकिन बजट प्रावधान न होने से गोसदन का विस्तार नहीं हो पाया।
एसडीएम कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि उपमंडल में चल रहे गोसदनों के विस्तार में बजट की बाधा की जानकारी मिली है। जिला प्रशासन, विभाग और सरकार से पत्राचार कर बजट के प्रावधान का प्रयास करेंगे। उन्होंने गो संचालकों से ठप निर्माण कार्य की फील्ड रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय भेजने का आह्वान किया है।

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