उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के ड्रीम प्रोजेक्ट गोशालाओं का हाल जमीन पर बेहद चिंताजनक है. गोशाला में गाय को पकड़ कर इसलिए लाया जाता है ताकि वे किसी घटना का शिकार न हो या फिर भूखे न रहे, पन्नी खाकर उनकी मौत न हो, इन सब चीजों से बचने के लिए योगी सरकार ने गाय की जान की सुरक्षा के लिए गौ संरक्षण की योजना बनाई और गांव-गांव गोवंशों को रखने के लिए गोशाला बनाया गया. लेकिन, कुछ गोशालाओं में हालात बद से बदतर हैं. गायों की बेमौत मौत हो रही है और जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं.
बस्ती के गौर ब्लॉक के सावड़ीह कठौतिया स्थित गोशाला में एक गाय और दो बछिया की मौत की समय पर सूचना न देने और कार्रवाई न करने पर जिलाधिकारी अंद्रा वामसी ने सख्त रुख अपनाते हुए बीडीओ, पशु चिकित्सा अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दिया है. उन्होंने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को तत्काल स्थानांतरित करने और प्रतिकूल प्रविष्टि देने का भी निर्देश दिया. उन्होंने वहां पर तैनात दोनों केयरटेकर को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है.
डीएम ने किया गोशाला का निरीक्षण
वहीं शुक्रवार को डीएम ने गोशाला का निरीक्षण किया और गायों के रख-रखाव के संबंध में जानकारी प्राप्त की. उन्होंने दोनों केयरटेकर को समय से मानदेय भुगतान न करने के संबंध में ग्राम प्रधान की भूमिका की जांच के भी आदेश दिए हैं. उन्होंने जिले के सभी खंड विकास अधिकारियों और पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में गोशाला का नियमित निरीक्षण करते रहें और किसी प्रकार की अप्रिय घटना की तत्काल उच्च अधिकारियों को जानकारी दें.
गोशाला के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने बताया कि गुरुवार को एक गाय और दो बछिया की मौत हुई है, जिसमें से एक गाय कई दिनों से बीमार थी और यह स्वाभाविक मृत्यु है. दो बछिया की नाली में फिसल जाने के कारण चोट लगी थी, जिसका पशु चिकित्सा अधिकारी की ओर से इलाज किया गया और इस दौरान उनकी मौत हुई. इस घटना में केयरटेकर और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की लापरवाही पाई गई, जिसके कारण उन्हें दंडित किया गया है. उन्होंने बताया कि जिले के सभी गोशालाओं के निरीक्षण के लिए बीडीओ को निर्देशित किया गया है.
विश्व हिंदू महासंघ के नेता ने क्या कहा?
दूसरी तरफ विश्व हिंदू महासंघ के नेता राणा दिग्विजय सिंह ने बताया कि उन्हें काफी दिनों से जानकारी मिल रही थी कि गोशाला में काफी गाय मर रही है तो वे तुरंत गोशाला में पहुंचे और वहां की स्थिति देख उनके होश उड़ गए. गोशाला में जमीन पर मरी कई गायों का वीडियो बनाया और प्रशासन से कार्रकाई का अनुरोध किया, जिस पर तत्काल एक्शन हुआ और डीएम खुद मौके पर पहुंचे. इसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों के पसीने छूट गए.