‘ गऊ भारत भारती ’ के वार्षिक उत्सव में उत्तर प्रदेश के गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष आचार्य श्याम बिहारी जी तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधिकारी डॉ विजय पहारिया होंगे शामिल।
झाँसी -१५ नवंबर , २३ दिसम्बर को मुंबई में होने जा रहे ‘ राष्ट्रीय समाचारपत्र गऊ भारत भारती ’ के १०वें वार्षिक उत्सव तथा राष्ट्र सेवा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के सन्दर्भ में निवेदन पत्र आज दिनाँक १५ नवंबर को उत्तर प्रदेश के गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राज्य मंत्री आचार्य श्याम बिहारी गुप्ता जी को निवेदन पत्र गऊ भारत भारती के सलाहकार संपादक तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झाँसी (उ.प्र) में कार्यरत है अधिकारी डॉ.विजय गुप्ता और उनकी टीम ने उनके घर जा कर निमंत्रण पत्र दिया और उन्हें आमंत्रित किया। माननीय राज्य मंत्री महोदय जी ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए गऊ भारत भारती के पुरे टीम की शुभकामनाएं दी।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय समाचारपत्र ” गऊ भारत भारती ” भारत का ऐसा पहला प्रकाशन है जिसे गौ वंश पर आधारित प्रथम समाचारपत्र के तौर पर जाना जाता है। ” गऊ भारत भारती ” गौ वंश के संरक्षण व संवर्धन से जुड़े व्यक्तियों व संस्थाओं की सक्रियताओं व गतिविधियों को प्रमुखता से प्रकाशित करता आ रहा है। इन १० वर्षो में ” गऊ भारत भारती ” अपने छोटे प्रकाशन समूह और सीमित संसाधनों के बावजूद गौवंश को ले कर अप्रतिम व अनुपम सजगता के साथ गौवंश और पर्यावरण बचाओ अभियान को सफलता पूर्वक लोगो तक पहुँचने में सफल रहा है।
” गऊ भारत भारती ” अपने माध्यम से गौ , गंगा , गीता , गायत्री के मूल मन्त्र को आत्मसात करते हुए इस विषय को जीवित रखने में तत्परता के साथ संघर्ष करते हुए देश में गौ वंश और पर्यावरण के साथ साथ हिन्दू सनातन संस्कृति के प्रचार प्रसार में मुख्य भूमिका निभाते हुए भारत के जनमानस में जागरूकता की ज्वाला जगाते हुए माँ भारती की सेवा कर रहा है।
पिछले वर्ष १२ से १८ अक्टूबर तक भारत का पहला ” गऊ ग्राम महोत्सव ” – The Festival Of Cows Economy – काऊ बेस इकोनॉमी – अर्थवयवस्था ( Economy ) का पहला Cow Product Exhibition का आयोजन कर प्रकाशन समूह द्वारा एक मंच पर भारत के गौपालकों , किसानों को लाने और काऊ बेस इकोनॉमी के महत्व को बताने का हमारा प्रयास रहा। जिसमे भारत सरकार के पूर्व पशुपालन केंद्रीय मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला जी का आशीर्वाद मिला था . Animal Welfare Board of India , राष्ट्रीय कामधेनु आयोग , आरआर ग्लोबल , तथा महाराष्ट्र सरकार का भरपूर योगदान रहा। आज गऊ भारत भारती लगातार १० वर्षो से गौ आधारित भारतीय अर्थवयवस्था को मजबूती प्रदान कर रहा है।