पुणे, एजेंसी। महाराष्ट्र की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में मचे सियासी घमासान के बीच अजीत पवार ने अहम बयान दिया है। अजीत पवार ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के इंतजार करने के बजाय एनसीपी सीएम पद के लिए अभी दावा कर सकती है। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह 100 फीसदी राज्य का सीएम बनना पसंद करेंगे। अजीत ने कहा, “मैंने सुना था कि जून 2022 से पहले शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ अपने विद्रोह से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाराज हैं और उनके दिमाग में कुछ चल रहा है।”
अजीत पवार ने खुलासा किया कि 2004 में उनके सहयोगी दिवंगत आरआर पाटिल मुख्यमंत्री बन सकते थे। तब एनसीपी ने अपने सहयोगी कांग्रेस की तुलना में अधिक विधानसभा सीटें जीतीं थी, लेकिन दिल्ली से एक संदेश आया कि उनकी पार्टी को डिप्टी सीएम का पद मिलेगा। अजीत से पूछा गया कि क्या एनसीपी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश करेगी। उन्होंने कहा, “2024 ही क्यों… हम अब भी मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश करने के लिए तैयार हैं।” जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे। इस पर उन्होंने कहा, “हां, मैं 100 प्रतिशत मुख्यमंत्री बनना चाहूंगा।”
अजीत पवार से पूछा गया कि एनसीपी को डिप्टी सीएम पद से इतना लगाव क्यों है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “साल 2004 में एनसीपी और कांग्रेस ने गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा था और एनसीपी ने अधिक सीटें जीतीं। उन्होंने कहा, “हमें 71 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस ने 69 सीटें जीतीं। कांग्रेस समेत सभी ने सोचा कि सीएम एनसीपी से होगा, लेकिन दिल्ली से एक संदेश आया कि एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद मिलेगा।”
अजीत पवार ने कहा कि उनके सहयोगी पाटिल को विधानसभा के नेता के रूप में चुना गया था। अगर एनसीपी को शीर्ष पद दिया जाता तो वह 2004 में मुख्यमंत्री बनते। उन्होंने कहा कि बाद में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एनसीपी से अधिक सीटें मिलीं। स्वाभाविक रूप से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का पद अपने पास रखा।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कांग्रेस के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण या शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के साथ काम करने में मजा आया, जिन्होंने नवंबर 2019 से जून 2022 सीएम पद संभाला। इसके जवाब में अजीत पवार ने कहा कि उन्हें पृथ्वीराज चव्हाण के साथ काम करके मजा नहीं आया, उन्होंने उद्धव के साथ खुशी से काम किया।
अजीत पवार ने एक बार फिर पीएम मोदी की तारीफ भी की। अजीत ने कहा कि नरेंद्र मोदी के करिश्मे के कारण भाजपा का बीते वर्षों में उदय हुआ है। मोदी 2014 और 2019 में लगातार लोकसभा चुनावों में पार्टी को बहुमत दिलाने में कामयाब रहे, जो एक उपलब्धि है। यहां तक कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज भी ये कमाल नहीं कर पाए। अजीत से पूछा गया कि मोदी के बाद कौन है, तो बोले की कोई नाम सामने नहीं आता है।
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