Home Entertainment मानवता, शांति और एकता के संदेश को दर्शाती है एनिमेटेड फिल्म “बिलाल”

मानवता, शांति और एकता के संदेश को दर्शाती है एनिमेटेड फिल्म “बिलाल”

132
0

 

फिल्म समीक्षा – ”बिलाल”

बैनर – टैग प्रोडक्शन
निर्देशक – खुर्रम एच अल्वी
लेखक – अयमान जमाल
हिंदी निर्माता – अंजू भट्ट और चिरंजीवी भट्
चैनल निर्माता – मानसी भट्ट
कलाकार – एडवाले अकिन्नुये,अगबाजे, जैकब लैटिमर, इयान मैकशेन और चाइना ऐनी मैकक्लेन
भाषाएं – हिंदी, तमिल, तेलगू, मलयालम, बंगाली, मराठी
रिलीज चैनल – मास्क टीवी ऐप
स्ट्रीमिंग तिथि – 30 मार्च 2025
रेटिंग – 4.5 स्टार

बिलाल एनीमेशन फिल्म की कहानी में देवी-देवताओं की मूर्ति पूजा का विरोध और एक ईश्वर में दृढ़ विश्वास दर्शाया गया है। बिलाल अपनी माँ और अपनी छोटी बहन घुफ़ैरा के साथ गाँव के बाहरी इलाके में शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत करता है। लेकिन एक दिन कुछ सैनिक उसकी माँ को मार देते हैं और दोनों भाई बहन को गुलाम बना लेते हैं।

बचपन में उसे मक्का शहर के सबसे अमीर आदमी उमय्याह को गुलाम के तौर पर बेच दिया जाता है, जो कुरैश के नेताओं में से एक है। उमय्याह एक क्रूर इंसान है और लोगों पर राज करना चाहता है, उसका बेटा सफ़वान भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चलता है।

एक दिन, बिलाल एक भूखे बच्चे को मूर्ति के कटोरे से चोरी करने से रोकता है ताकि उसे मक्का के पुजारी के पहरेदारों की पिटाई से बचाया जा सके। वह बदले में लड़के को अपना खाना देता है। उसकी दयालुता को अबू बकर देखता है, जो सभी के लिए समानता में विश्वास करता है और बिलाल में महानता देखता है। हालाँकि, बिलाल को उस पर और उसकी मान्यताओं पर संदेह है, वह ऐसा भविष्य नहीं देख पा रहा है जहाँ गुलामों के साथ उचित व्यवहार किया जाता हो। बिलाल अपने विश्वास को स्वीकार करता है कि केवल एक ईश्वर है। वह यह भी सीखता है कि उमय्या जैसे लोग भी गुलाम हैं, उनका स्वामी लालच है।
हमजा नामक एक योद्धा बिलाल की जान बचाकर उसे तलवारबाजी सीखकर युद्ध के लिए निपुण बनाया है।
अंत में एक भयानक युद्ध में बिलाल उमय्याह को मार देता है।
मास्क टीवी के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बिलाल फिल्म इस ईद के मुबारक दिन रिलीज़ होने जा रही है। यह एक एनिमेटेड फिल्म है। यह फिल्म मनोरंजन के साथ समता की सीख देता है कि गुलाम इंसान जंजीरों से नहीं मन से बंधा होता है और यदि कोई मन से स्वच्छंद है तो वही आज़ाद है उसे कोई गुलाम नहीं बना सकता। कोई जंजीर उसे बांध तो सकती है, उसके मन और विचारों को नहीं। इस फिल्म की कहानी सत्य घटना पर आधारित है।
यह फिल्म मुक्त इथियोपियाई गुलाम बिलाल इब्न राबाह की हज़ार साल पुरानी कहानी बताती है, जो इस्लाम के पहले मुअज़्ज़िन और पैगंबर मुहम्मद के करीबी सलाहकार बन गए। अयमान जमाल द्वारा लिखित इस फिल्म में अभिनेता एडवाले अकिन्नुये-अगबाजे, जैकब लैटिमर, इयान मैकशेन और चाइना ऐनी मैकक्लेन ने मुख्य पात्रों को अपनी आवाज दी है। इस फिल्म के निर्देशक खुर्रम एच अल्वी है। इस फिल्म को पूरा करने में कुल आठ वर्ष लगे और लगभग 250 एनिमेटरों की टीम लगी।
यह फिल्म पैगंबर मोहम्मद के इस्लाम मजहब की स्थापना के साथ मूर्ति पूजा छोड़ इस्लाम स्वीकार करने वाले अबीसीनिया मूल के गुलाम बिलाल की मीठी, दिल को छूने वाली आवाज को पहली अज़ान के लिए चुना गया। छठी सदी में मक्का के हेजाज़ में पैदा हुए हब्शी गुलाम हज़रत बिलाल कैसे हुए यह कहानी है एनिमेटेड फिल्म ”बिलाल ए न्यू ब्रीड ऑफ़ हीरो”।

गायत्री साहू

Previous articleगाय के गोबर से गाड़ियां दौड़ा रहा जापान
Next articleअखिल भारतीय अग्निशिखा मंच द्वारा राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन सम्पन्न

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here