12 जून 2025 को भारतीय नागरिक उड्डयन के इतिहास में एक दुखद दिन के रूप में दर्ज हुआ, जब एयर इंडिया का विमान AI171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी 241 लोगों की मृत्यु हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। यह घटना भारत में हाल के दशकों की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक है।
एयर इंडिया की उड़ान AI171, एक बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे के लिए रात 10:45 बजे (IST) अहमदाबाद से उड़ान भरने वाली थी। विमान में 229 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, टेकऑफ के तुरंत बाद, लगभग 10:52 बजे, विमान रनवे के अंत से कुछ किलोमीटर दूर एक औद्योगिक क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान में आग की लपटें दिखाई दीं और तेज धमाके की आवाज सुनी गई।
दुर्घटना स्थल पर भयावह दृश्य था, जहां विमान के मलबे के साथ आग और धुआं फैल गया। स्थानीय निवासियों और आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन विमान में सवार किसी भी व्यक्ति को जीवित नहीं बचाया जा सका।
इस हादसे में मारे गए यात्रियों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री (2016-2021) विजय रूपाणी भी शामिल थे। 68 वर्षीय रूपाणी अपनी पत्नी अंजलि और बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। उनकी मृत्यु की खबर ने गुजरात और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को गहरा झटका दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। मोदी ने लिखा, “विजयभाई का निधन गुजरात और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान हमेशा याद रहेगा।” अन्य पीड़ितों में भारतीय और विदेशी नागरिक, व्यवसायी, छात्र, और पर्यटक शामिल थे। एयर इंडिया ने एक बयान जारी कर सभी यात्रियों और चालक दल के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और मृतकों की सूची प्रकाशित करने की प्रक्रिया शुरू की।
प्रारंभिक जांच
दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञों की एक संयुक्त टीम गठित की गई। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, संभावित कारणों में तकनीकी खराबी, इंजन में आग, या टेकऑफ के दौरान नियंत्रण में त्रुटि शामिल हो सकती है। विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) बरामद कर लिया गया है, जिसका विश्लेषण जारी है।
कुछ X पोस्ट्स में दावा किया गया कि विमान में रखरखाव की कमी या पुराने उपकरणों का उपयोग हो सकता है, लेकिन एयर इंडिया ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि AI171 का विमान नियमित रखरखाव से गुजरा था और पूरी तरह से उड़ान के लिए उपयुक्त था।
बचाव और राहत कार्य
हादसे के तुरंत बाद, अहमदाबाद फायर ब्रिगेड, NDRF, और स्थानीय पुलिस ने बचाव अभियान शुरू किया। दुर्घटना स्थल पर 50 से अधिक एम्बुलेंस और 200 से ज्यादा बचावकर्मी तैनात किए गए। गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए तत्काल 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की, जबकि केंद्र सरकार ने 10 लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया। एयर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर (1800-XXX-XXXX) जारी किए और अहमदाबाद हवाई अड्डे पर एक सहायता केंद्र स्थापित किया, जहां पीड़ितों के परिवारों को जानकारी और सहायता प्रदान की जा रही है।
प्रभाव और प्रतिक्रियाएँ
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे को “हृदय विदारक” बताया और पूरे राज्य में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया। विपक्षी दलों, जैसे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, ने भी संवेदनाएँ व्यक्त कीं, लेकिन कुछ नेताओं ने विमानन सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए।
सामाजिक प्रभाव: X पर #AI171Crash और #VijayRupani ट्रेंड करने लगे, जहां लोग शोक व्यक्त करने के साथ-साथ सुरक्षा मानकों और जांच की मांग कर रहे थे। कुछ उपयोग कर्ताओं ने विमानन क्षेत्र में भ्रष्टाचार के कथित मुद्दों पर भी चर्चा की, हालांकि ये दावे असत्यापित हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: यम्के के प्रधानमंत्री और अन्य वैश्विक नेताओं ने भारत सरकार को संवेदना संदेश भेजे। बोइंग ने एक बयान में कहा कि वे भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर जांच में सहयोग कर रहे हैं।
ऐतिहासिक संदर्भ
यह दुर्घटना भारत में 2010 की मैंगलोर विमान दुर्घटना (158 मृत्यु) के बाद सबसे घातक विमान हादसा है। हाल के वर्षों में भारतीय विमानन क्षेत्र ने सुरक्षा में सुधार किया है, लेकिन यह घटना विमान रखरखाव, प्रशिक्षण, और आपातकालीन तैयारियों पर नए सिरे से सवाल खड़े करती है।
एयर इंडिया AI171 की दुर्घटना ने न केवल 241 परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुँचाई, बल्कि भारतीय विमानन उद्योग और जनता के विश्वास को भी झकझोर दिया। विजय रूपाणी जैसे प्रमुख व्यक्तित्व की मृत्यु ने इस त्रासदी को और भी मार्मिक बना दिया। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, उम्मीद है कि इस हादसे के कारणों का पता चलेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँगे।