मुंबई – राष्ट्रीय समाचारपत्र ” गऊ भारत भारती ” भारत का ऐसा पहला प्रकाशन है जिसे गौ वंश पर आधारित प्रथम समाचारपत्र के तौर पर जाना जाता है। ” गऊ भारत भारती ” गौ वंश के संरक्षण व संवर्धन से जुड़े व्यक्तियों व संस्थाओं की सक्रियताओं व गतिविधियों को प्रमुखता से प्रकाशित करता आ रहा है। इन १० वर्षो में ” गऊ भारत भारती ” अपने छोटे प्रकाशन समूह और सीमित संसाधनों के बावजूद गौवंश को ले कर अप्रतिम व अनुपम सजगता के साथ गौवंश और पर्यावरण बचाओ अभियान को सफलता पूर्वक लोगो तक पहुँचने में सफल रहा है।

अब इसका प्रकाशन डीजिटल और प्रिंट संस्करण जल्द ही अहमदाबाद से शुरू होने जा रहा है। गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल से प्रकाशन ने संस्करण के विमोचन के लिए तथा गौ भक्तों के सम्मान के लिए समय के लिए अनुरोध किया है संभवता जल्द ही गऊ भारत भारती को माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल का आशीर्वाद मिलेगा और समाचारपत्र का प्रकाशन शुरू हो सकता है।

श्री भूपेंद्र भाई पटेल खुद एक गौ भक्त है अभी हाल ही में उन्होंने अमरेली जिले का दौरा किया जहां मुख्यमंत्री ने सावरकुंडला पंथक में गौ सेवा के लिए प्रसिद्ध स्थान शिव दरबार आश्रम में जा कर श्रद्धेय उषा मैया को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। और गौ सेवा की। बता दे कि भूपेंद्र पटेल सरकार गुजरात में गौवंश पर बहुत अच्छा काम कर रही है , खुद मुख्यमंत्री ने शपथ से पहले गौमाता की पूजा कर के शपथ लिया था।

ज्ञात हो कि ” गऊ भारत भारती ” अपने माध्यम से गौ , गंगा , गीता , गायत्री के मूल मन्त्र को आत्मसात करते हुए इस विषय को जीवित रखने में तत्परता के साथ संघर्ष करते हुए देश में गौ वंश और पर्यावरण के साथ साथ हिन्दू सनातन संस्कृति के प्रचार प्रसार में मुख्य भूमिका निभाते हुए भारत के जनमानस में जागरूकता की ज्वाला जगाते हुए माँ भारती की सेवा कर रहा है।
समाचारपत्र के संपादक और प्रकाशक संजय शर्मा ने बताया कि , पिछले वर्ष १२ से १८ अक्टूबर तक भारत का पहला ” गऊ ग्राम महोत्सव ” – The Festival Of Cows Economy – काऊ बेस इकोनॉमी – अर्थवयवस्था ( Economy ) का पहला Cow Product Exhibition का आयोजन कर प्रकाशन समूह द्वारा एक मंच पर भारत के गौपालकों , किसानों को लाने और काऊ बेस इकोनॉमी के महत्व को बताने का हमारा प्रयास रहा। जिसमे भारत सरकार Animal Welfare Board of India , राष्ट्रीय कामधेनु आयोग , आरआर ग्लोबल , तथा महाराष्ट्र सरकार का भरपूर योगदान रहा।
उन्होंने आगे कहा कि – ” आप को मुझे यह बताते हुए बड़ा हर्ष हो रहा है कि ” गऊ ग्राम महोत्सव ” – The Festival Of Cows Economy – काऊ बेस इकोनॉमी – अर्थवयवस्था ( Economy ) का पहला Cow Product Exhibition के कार्यक्रम का यह परिणाम रहा कि इस से सम्बंधित गैर सरकारी संस्थान इस विषय पर अलग अलग प्रदेशो में कार्यक्रम कर रहे है और गौ आधारित भारतीय अर्थवयवस्था को मजबूती प्रदान कर रहे है।
आज ”गऊ भारत भारती ” अपने सिमित संसाधनों के बावज़ूद भी गौ वंश से उत्पन्न काऊ बेस इकोनॉमी – अर्थवयवस्था ( Economy ) को ले कर बड़े पैमाने पर प्रचार -प्रसार का काम कर रहा है।
आप सभी के आशीर्वाद से अमेरिका, इंगलैंड, डेनमार्क, नार्वे, न्युजीलैंड तक इसकी ख्याति पहुंची। टाइम्स आफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस, स्क्रोल, द वायस, मलयाला मनोरमा, मुंबई मिरर, ओपेन, रिपब्लिक वर्ल्ड, महासंवाद, लोकमत टाइम्स, दैनिक भास्कर, लोकसत्ता, मायापुरी आदि पत्र- पत्रिकाओं में गऊ भारत भारती को अभूतपूर्व कवरेज मिली है ।
गऊ भारत भारती मेरे लिए एक समाचार पत्र की बजाय देश सेवा का साधन है। कोरोना काल में गऊ भारत भारती ने माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा स्थापित राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के साथ मिलकर एक राष्ट्रीय आनलाइन सेमिनार का आयोजन किया था जिसमें देश भर की 500 से ज्यादा गौशालाओं के संचालक सहभागी हुए थे। उस सेमिनार में तत्कालीन मंत्री गण गिरिराज सिंह, प्रताप सारंगी, संजीव बालियान, प्रमुख सचिव भारत सरकार अतुल चतुर्वेदी ,उपसचिव ओपी चौधरी के साथ राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अजय भट्ट ने भी हिस्सा लिया और अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान किया।  अब अहमदाबाद के बाद अन्य राज्यों में भी समाचारपत्र का प्रकाशन किया जायेगा जिस से लोगो में गौ माता के प्रति जनजागृति लाई जा सके।

 

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