मुंबई (अनिल बेदाग) : दादा साहेब फाल्के को भारतीय सिनेमा का ‘पिता’ कहा जाता है और उनके सम्मान में भारत सरकार ने सबसे बड़ा फिल्म पुरस्कार स्थापित किया है। हैरानी की बात है कि अभी तक हिंदी सिनेमा में किसी ने सिनेमा की शुरुआत की कहानी को बड़े पर्दे पर नहीं दिखाया। दादा साहेब फाल्के की कहानी वो है, जो हर भारतीय को देखनी चाहिए।
आजादी की जंग के दौर में बसी ये कहानी एक ऐसे कलाकार की है, जिसने शून्य से शुरूआत कर हर मुश्किल का सामना करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी स्वदेशी फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखी।
फिल्म की शूटिंग अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाली है। आमिर खान, सितारे ज़मीन पर की रिलीज़ के तुरंत बाद अपने किरदार की तैयारी शुरू करेंगे। वहीं, एलए के वीएफएक्स स्टूडियो पहले ही फिल्म के दौर और समय को ध्यान में रखते हुए एआई डिज़ाइन तैयार कर चुके हैं।
राजकुमार हिरानी, अभिजात जोशी और दो अन्य लेखक हिंदुकुश भारद्वाज और अविष्कार भारद्वाज पिछले 4 साल से इस स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं।
दादासाहेब फाल्के के पोते चंद्रशेखर श्रीकृष्ण पुसालकर ने इस प्रोजेक्ट का पूरा समर्थन किया है और दादासाहेब फाल्के के जीवन से जुड़ी कई खास बातें और घटनाएं साझा की हैं।
इसके अलावा, यह फिल्म राजकुमार हिरानी और आमिर खान की जोड़ी का नया प्रोजेक्ट है, जिन्होंने ‘3 इडियट्स’ और ‘पीके’ जैसी कल्ट क्लासिक्स और सबसे बड़ी हिट फिल्में दी हैं। ऐसे में यह प्रोजेक्ट भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक नया बेंचमार्क सेट करने की तैयारी में है।
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