मुम्बई। वर्तमान समय में धर्म को लेकर लोग ज्यादा संवेदनशील और कट्टर हो गए हैं जिसका असर आम जनता पर पड़ रहा है। इस परिस्थिति में जल्द ही रुपहले पर्दे पर एक ऐसी फिल्म आ रही है जो धर्म का मुख्य भाव बताएगी ताकि ये धर्म की आड़ पर द्वंद खत्म हो। हिंदी फीचर फिल्म हिंदुत्व एक ऐसे ही मुद्दे पर बनी है जो मानव के भीतर के इंसानियत को जगाएगी। इस फ़िल्म में कश्मीरी मुस्लिम युवक की भूमिका निभा रहे हैं लक्ष डेढा।
बचपन से ही मन में फिल्मी दुनिया के सपने संजोने वाले लक्ष ने खुद को फिल्मी दुनिया के अनुरूप ढालना शुरू कर दिया था। उनकी मेहनत रंग लाई और उन्नीस वर्ष में ही भारत के सबसे कम उम्र के मिस्टर इंडिया बने। फिलीपींस में भी लक्ष ने मॉडलिंग में अवार्ड जीता।

अपनी शुरुआत इन्होंने मॉडलिंग से की। इसके लिए दिल्ली के एक कॉम्पिटिशन में भाग लिया जहाँ इन्हें काफी अनुभव प्राप्त हुआ। करण राजदान की ‘हिंदुत्व’ लक्ष की पहली फिल्म है। इस फिल्म से ही दिल्ली बॉय लक्ष एक नकारात्मक छवि के साथ बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे हैं। अपनी भूमिका को और निखारने के लिए इन्हें कश्मीरी संस्कृति और भाषा को जाना। खुद को उस रूप में महसूस किया। फिल्म के निर्देशक को एक ऐसे लड़के की तलाश थी जो समझदार हो और इस भूमिका के अनुरूप समझ रखने वाला हो। लक्ष को पाकर उनकी यह तलाश पूर्ण हुई।

फ़िल्म में लक्ष पर एक कव्वाली गीत फिल्माया गया है। इसका फ़िल्मांकन मेरठ के कल्याण शरीफ में किया गया था। यह एक पाक कव्वाली है जो लोगों के जेहन में लंबे समय तक रहेगी। इस कव्वाली के फिल्मांकन में कुछ मुश्किलें भी आयी। कल्याण शरीफ के माहौल में रात के समय तीन से चार घंटे तक एक ही पोजीशन में बैठे रहना काफी मुश्किल भरा था लेकिन एक्टिंग के प्रति जुनून को लेकर लक्ष काफी उत्साहित थे।
फिल्म में मुख्य अभिनेता आशीष शर्मा की एंट्री काफी दमदार है जिससे लक्ष काफी प्रभावित हैं। साथ ही अपने किरदार को लेकर भी लक्ष काफी उत्साहित हैं। उनका मानना है कि धर्म का वास्तविक नींव इंसानियत है और यह फिल्म इसी भाव को लेकर आ रही है।

– गायत्री साहू

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