नई दिल्ली: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद वहां के हिंदुओं के साथ हुमारपीट की घटनाएं सामने आई है. इसको लेकर विश्व भर में विरोध किया गया. इसी कड़ी में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर प्रताड़ित हिंदुओं को भारत में शरण देने की मांग की है. साथ ही शरण लेने वाले हिंदुओं के भोजन और वस्त्र की व्यवस्था की जाए.

शंकराचार्य ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में लिखा है कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद अल्पसंख्यक हिन्दुओं की नृशंस हत्या की जा रही है. महिलाओं के साथ रेप किया जा रहा है. वहां की वर्तमान सरकार हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में अब तक सफल नहीं हो सकी है. इसलिए मोदी सरकार को तत्काल अल्पकालिक शरण देनी चाहिए. उनके लिए बांग्लादेश के अंदर उनको सुरक्षित रूप से रहने की स्थायी व्यवस्था के लिए भारत सरकार आवश्यक कदम उठाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि सभी हिन्दुओं की तरफ से पीएम मोदी से अनुरोध है कि जब तक बांग्लादेश के अंदर हिन्दुओं की सुरक्षा व्यवस्था पूर्णरूपेण सुनिश्चित नहीं कर ली जाती तब तक वहां से पलायन कर भारत की सीमा पर एकत्रित हुए बांग्लादेशी हिन्दुओं को भारत में सेना और प्रशासन के नियंत्रण में शरण दी जाए. हम यह वचन देते हैं कि उन शरणार्थी हिन्दुओं के भोजन और वस्त्र पर होने वाले व्यय भार का वहन हम हिन्दू धर्माचार्य, हमारे धर्मावलम्बी और हमारे हिन्दू धन कुबेर करेंगे. हम सरकारी कोष पर भार नहीं आने देंगे. हमारे हिन्दुओं की रक्षा करें. विश्व में कहीं भी हिन्दुओं पर संकट आए तो भारत की भूमि से यह साफ संदेश देना चाहिए कि विपत्ति आने पर हिन्दू भारत में कभी भी जाकर शरण ले सकते हैं.

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