गुजरात के बनासकांठा से कांग्रेस सांसद गेनीबेन ठाकोर ने सदन में गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग को उठाया वहीं उन्होंने अपने भाषण के दौरान गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की पद यात्रा का भी जिक्र किया. वहीं अब शंकराचार्य की तरफ से उनकी इस मांग की प्रशंसा की गई है।

वहीं कांग्रेस की इस मांग को लेकर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की तरफ से भी सराहा गया. उनकी तरफ से एक्स हैंडल पर लिखा गया, “परमाराध्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य जी महाराज की प्रेरणा से गोभक्त आदरणीय गेनीबेन ठाकोर ने आज संसद में गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की बात उठाई. शङ्कराचार्य जी की पद यात्रा का उल्लेख भी किया.”

अहमदाबाद: गुजरात में कांग्रेस की इकलौती लोकसभा सदस्य गेनीबेन ठाकोर द्वारा लोकसभा में गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने का मुद्दा उठाने पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रसन्नता व्यक्त की है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि गेनीबेन ने चुनावों से पहले जो वादा किया था। उसे पूरा किया है। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि उन्होंने अपनी पार्टी लाइन से हटकर गाय को को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग लोकसभा में उठाई है। ऐसे में वह अब सिर्फ अपने क्षेत्र की नहीं बल्कि अब भारत के 100 करोड़ सनातन धर्मियों की नेता बन गई हैं।

उठाई अविमुक्तेश्वरानंद की मांग
2024 लोकसभा चुनावों में गेनीबेन ठाकोर गुजरात की बनासकांठा सीट से जीती थी। 2014 और 2019 में कांग्रेस पार्टी को गुजरात में एक भी सीट नहीं मिली थी। 2024 में कांग्रेस के खाते में बनासकांठी की सीट आई थी। गेनीबेन ठाकोर ने पांच अगस्त को लोकसभा में यह मुद्दा उठाया था। इसके साथ गेनीबेन ठाकोर ने पशुपालन और गौ-रक्षा को मुद्दा उठाया था। तब उन्होंने ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की मांग का उल्लेख लोकसभा में किया था। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए पदयात्रा की थी। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गुजराती चैनल जमावट से बातचीत में कहा कि गेनीबेन ने साबित किया कि आखिर कोई तो हैं जो गौमाता की आवाज उठा सकता है।

18 प्रतिशत GST हटाने की मांग
गेनीबेन ठाकोर ने लोकसभा में कहा था कि पशुपालक गाय और दूसरे पशुओं की सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस लेते हैं। इस पर से 18 प्रतिशत जीएसटी को हटाया जाना चाहिए। गेनीबेन ठाकाेर ने कहा था कि कत्लखाने चलाने वालों से फंड लेने वालों के नाम भी सार्वजनिक किए जाएं। इसके अलावा गेनीबेन ठाकोर ने कहा था कि गायों और दूसरों पशुओं के लिए जो गोचर (चरागाह) की जमीनें थीं। उन्हें उद्योगपतियों को दे दिया गया है। इसके चलते पशुपालकों और वन प्राणियाें को दिक्कत हो रही है।

 

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