Andhra Pradesh News Today: आंध्र प्रदेश के नांदयाल जिले के डोन मंडल के कमलापुरम गांव में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया है. यहां एक शख्‍स ने पिछले चार सालों में गांव की करीब 80 गाय-बैल को जहर देकर मौत के घाट उतार दिया. वो चुपचाप लोगों के घर में मौजूद पशुघर में प्रवेश करता और गाय-बैल को जहर देकर वहां से फरार हो जाता. शुरुआत में लोग यह समझते रहे कि गांव में गाय से जुड़ी कोई महामारी फैली हुई है. जिसके कारण एक-एक कर गाय-बैल मर रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम का भेद तब खुला जब एक किसान के घर में मौजूद सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में अज्ञात शख्‍स नजर आया.

उस वक्‍त किसान ने ज्‍यादा गौर नहीं किया, अगले दिन जब उसके मवेशी जहर की वजह से मर गए तो फिर उसने पुलिस से संपर्क कर इस घटनाक्रम के बारे में बताया. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक शंकराचार्य को धर दबोचा. जांच हुई तो उसने पिछले चार सालों में 80 गाय-बैलों की हत्‍या करने की बात कबूल कर ली. पुलिस ने जब इस शख्‍स ने गाय-बैल की हत्‍या करने का कारण पूछा तो जवाब जानकार हर कोई हैरान रह गया.

पुलिस ने की सीसीटीव की जांच
किसान बुग्गना शिवरामी रेड्डी ने अपनी गाय की मौत के बाद सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और पाया कि शंकराचार्य चुपके से परिसर में घुसकर मवेशियों के बाड़े में जा रहा था. शिवरामी और कई अन्य किसान, जिनके मवेशी पिछले चार वर्षों में संदिग्ध रूप से मर गए थे, सभी एक साथ डोन पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंप दी.

हत्‍या की वजह खौफनाक
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और प्रारंभिक जांच के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि गायों की मौत के पीछे शंकराचार्य ही दोषी है. पुलिस ने कहा कि शंकराचार्य ने कमलापुरम की गायों और बैलों को मारने की योजना बनाई थी. उसने ऐसा इसलिए किया ताकि गांव में गाय-बैल की कमी हो जाए और सभी कृषि से जुड़े कामों के लिए उसके गाय-बैल का इस्‍तेमाल करें.

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