पूरन मेश्राम/मैनपुर। गरियाबंद जिले के विकासखंड मुख्यालय मैनपुर खुर्द से लगा हुआ ग्राम पंचायत मैनपुर कला पहुंचने वाली मार्ग में नाला के ऊपर पुलिया नहीं बनने के कारण आवाजाही करने वाले लोगों को खास करके जंगलों से घर लौटते समय जो परेशानी पालतू मवेशियों को हुआ उसको शब्दों से बयां नहीं कर सकते।

ऐसा भी नहीं है ग्रामीणों के द्वारा कभी भी शासन प्रशासन से पुलिया निर्माण के लिए आवेदन निवेदन नहीं किया हो।आफत से निजात के लिए आवेदन निवेदन से काम नहीं बनने पर ग्रामीणों के द्वारा चक्का जाम सैद्धांतिक आंदोलन भाजपा एवं कांग्रेस के सरकार के समय नहीं किया गया हो।भाजपा एवं वर्तमान में भूपेश बघेल सरकार के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी मैनपुर कला में अति शीघ्र पुलिया निर्माण होगा ऐसा वादा किया गया था उसके बाद भी नहीं बन पाना कहीं ना कहीं मैनपुर कला के ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
ऐसा प्रतीत हो रहा है। क्षेत्र के लोगों को बुनियादी सुविधा मिले सुख शांति अमन चैन से लोग रहे इसलिए चुनाव में चुनकर जनप्रतिनिधि विधानसभा में भेजते हैं ताकि क्षेत्र के परेशानियों को विधानसभा में प्रमुखता के साथ उठाते हुए ग्रामीणों के मांग के अनुसार ईमानदारी के साथ काम कर सके।

एक गाँव मैनपुर कला का ही बात नहीं है जहां भी आप सुदूर वनांचल आदिवासी क्षेत्रों में देखेंगे सैकड़ो बुनियादी सुविधा से लोग वंचित हो रहे हैं। सैद्धांतिक मांग धरे के धरे रह गए हैं।

बारिश के मौसम में नदी नालों पर रपटा के स्थान पर पुलिया बनाने के लिए कई बार वंचित समुदाय ने सरकार से गुहार लगाई लेकिन
शासन प्रशासन के द्वारा उनके गुहार को अनसुना करते हुए जीवन भर मुश्किलों से भरी जिंदगी जीता रहे ऐसा सोचकर अभी तक इस दिशा में पहल नहीं किया गया ऐसा समझ में आता है।पुलिया नहीं बनने के कारण आज भयंकर बारिश में गौ माता को जो परेशानी हुई उसका पश्चाताप सभी लोगों को हो रहा है अंतरात्मा से गौ माता के द्वारा पुकारे जाने वाली करुण पुकार जिनका प्रतिफल निश्चित है।

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