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Eknath Shinde Ayodhya Visit: महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके डिप्टी देवेंद्र फडणवीस की अयोध्या जाने के लिए ऐसे समय में आलोचना की है जब विदर्भ और मराठवाड़ा में लाखों किसान पिछले दो दिनों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों और पशुओं के भारी नुकसान का सामना कर रहे हैं. विपक्ष ने इस दौरे के समय की आलोचना की है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे, सांसद संजय राउत और विधान सभा में पार्टी के नेता अंबादास दानवे ने रविवार को अयोध्या दौरे के समय की आलोचना की है.
विपक्ष का शिंदे पर निशाना
उन्होंने कहा कि किसान उन्हें छोड़ने के लिए शिंदे और फडणवीस को माफ नहीं करेंगे. ठाकरे गुट ने कहा कि मुख्यमंत्री महाराष्ट्र में ‘रावण राज’ चला रहे हैं. बता दें महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे कई मंत्रियों और पार्टी विधायकों के साथ अयोध्या का दौरा किया है. उन्होंने लक्ष्मण किला और हनुमान गढ़ी जैसे कई महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा किया. उन्होंने सरयू नदी के तट पर आरती भी देखी और संतों और महंतों से आशीर्वाद लिया.
संजय राउत का आरोप 
संजय राउत ने आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों को मझधार में छोड़ दिया है. राउत ने कहा, ‘यह सरकार अयोध्या पर राजनीति कर रही है. भगवान राम, जो असत्य के विरोधी थे, उन पर कभी कृपा नहीं करेंगे. मैं केवल यही आशा करता हूं कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करे.’ राउत ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने अयोध्या दौरों की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि अगर शिंदे भगवान राम के सच्चे भक्त होते तो पार्टी के बंटवारे के समय अयोध्या जाते और सर्वशक्तिमान से पूछते कि वह जो कर रहे हैं वह सच है. “इसके बजाय, शिंदे सूरत और गुवाहाटी गए.”
एनसीपी ने आरोप लगाया कि शिंदे और फडणवीस महाराष्ट्र के लोगों, खासकर किसानों की मुख्य समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए अयोध्या गए थे. पार्टी ने कहा कि जहां शिंदे-फडणवीस की आस्था अयोध्या में है, वहीं उसकी आस्था महाराष्ट्र के संघर्षरत किसानों में है. एनसीपी ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को सबक सिखाया जाएगा. पार्टी नेता अजित पवार ने कहा, ‘जब मैं तीर्थ यात्रा पर जाता हूं तो मैं प्रचार नहीं करता. बेरोजगारी, किसानों का नुकसान, महंगाई जैसे अन्य मुद्दे भी हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है.’
दानवे ने कहा, “किसान मुश्किल स्थिति में हैं लेकिन सीएम अयोध्या में हैं. हमारी पार्टी के नेता फसलों के नुकसान की समीक्षा करने के लिए खेतों का दौरा करेंगे.” हमले का जवाब देते हुए शिंदे ने कहा, ‘अयोध्या की यात्रा आस्था का विषय है. लेकिन विपक्षियों को हिंदुत्व से एलर्जी है और इसलिए वे असहज महसूस कर रहे हैं. इन लोगों को डर है कि अगर हिंदू धर्म का संदेश घर-घर पहुंच गया तो उनका राजनीतिक वजूद ही खत्म हो जाएगा.’
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