भव्य स्वागत से गूंज उठा मानव धर्म आश्रम, आज से दो दिवसीय सद्भावना सम्मेलन
देश–विदेश से उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, कड़ाके की ठंड भी नहीं रोक सकी आस्था
सिलीगुड़ी (हिम बहादुर सोनार), 30 दिसंबर : मानव एकता, शांति, सद्भाव और चरित्र निर्माण का संदेश लेकर मानव धर्म के प्रणेता, पूज्य सद्गुरु श्री सतपाल जी महाराज मंगलवार देर शाम सिलीगुड़ी पहुंचे। मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से आयोजित बहुप्रतीक्षित दो दिवसीय सद्भावना सम्मेलन में भाग लेने के लिए उनके आगमन पर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। 

बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पूज्य सद्गुरु श्री सतपाल जी महाराज सीधे सालूगाड़ा के मझुआ ग्राम स्थित मानव धर्म आश्रम पहुंचे। आश्रम परिसर में मानव सेवा दल के अनुशासित कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। परेड निरीक्षण के पश्चात सलामी ग्रहण कर सद्गुरुदेव दिव्य आवास की ओर प्रस्थान कर गए।

आश्रम पहुंचते ही वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो उठा। विभिन्न सांस्कृतिक टोलियों, पारंपरिक वाद्य यंत्रों और आकर्षक बैंड की प्रस्तुतियों के बीच श्री महाराज जी का भव्य स्वागत किया गया। ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के बीच श्रद्धालु “सद्गुरुदेव की जय” के गगनभेदी जयकारे लगाते नजर आए। श्रद्धालुओं की अपार खुशी और श्रद्धा देखते ही बन रही थी।
मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित यह सद्भावना सम्मेलन 31 दिसंबर और 1 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, जिसमें पूज्य सद्गुरु श्री सतपाल जी महाराज हजारों श्रद्धालुओं को अपने दिव्य आशीर्वचनों से कृतार्थ करेंगे। सम्मेलन को लेकर विशाल, सुसज्जित एवं भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है, जहां एक साथ हजारों श्रद्धालु बैठकर सत्संग का लाभ ले सकेंगे।

कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं दिखी। उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों के अलावा सिक्किम, बिहार से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। वहीं पड़ोसी देश नेपाल और भूटान सहित अन्य देशों से भी श्रद्धालुओं का आगमन जारी है। आश्रम परिसर श्रद्धालुओं से पूरी तरह गुलजार हो चुका है।

व्यवस्थाओं को लेकर मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए हैं। स्वच्छता, सुरक्षा, आवागमन, पेयजल एवं भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है। जगह-जगह स्वयंसेवकों की टीमें तैनात हैं, जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। समिति के अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा और अनुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
मानव धर्म आश्रम परिसर में इन दिनों आध्यात्मिक ऊर्जा, सेवा और सद्भाव का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। श्रद्धालुओं को विश्वास है कि सद्गुरु श्री सतपाल जी महाराज के प्रवचन समाज में प्रेम, भाईचारे और मानवता के भाव को और अधिक सुदृढ़ करेंगे।

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